उन्नाव के अपहृत बच्चे के गांव पहुंची एसटीएफ
STF reached Unnao's kidnapped child's village
बीस दिन बाद भी जिंदा जलाई गई गैंगरेप पीडिता के अपहृत भतीजे का पता नहीं लग सका है। पुलिस ने गांव के शौचालयों के लगभग पांच दर्जन टैंक भी खंगाले पर हाथ कुछ नही लगा। बुधवार देर शाम एसटीएफ की पांच सदस्यीय टीम गांव पहुंची और दस मिनट की पूछताछ कर लौट गई।
बिहार थाना क्षेत्र में नौ माह पहले जिंदा जलाई गई गैंगरेप पीडिता के भतीजे के लापता होने पर पुलिस ने नामजद आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भले ही भेज दिया हो पर बच्चे की बरामदगी अभी तक चुनौती बनी हुई है। जांच में तेजी लाने के लिए एसटीएफ एसआई विक्रम सिंह के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम भी बच्चे का पता लगाने गांव पहुंची। पीड़ित परिजनों से अलग-अलग पूछताछ की और गांव के तालाब के उस छोर पर पहुंची, जहां बच्चे को अंतिम बार देखा गया था। तालाब के किनारे रहने वाले लोगों से भी पूछताछ कर टीम लखनऊ लौट गई। एसटीएफ के साथ गांव में बिहार थाने के इंस्पेक्टर संतोष सिंह व दरोगा राजीव यादव भी मौजूद रहे।