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कृषि विधेयक के विरोध में किसानों ने भरी हुंकार

कृषि विधेयक के विरोध में शुक्रवार सुबह से जिला व तहसील मुख्यालय पर किसानों से प्रदर्शन किया गया। भारतीय किसान यूनियन ने बिल वापस लेने की मांग उठाई और आरोप लगाया कि यह बिल किसानों के हित में नहीं है।...

कृषि विधेयक के विरोध में शुक्रवार सुबह से जिला व तहसील मुख्यालय पर किसानों से प्रदर्शन किया गया। भारतीय किसान यूनियन ने बिल वापस लेने की मांग उठाई और आरोप लगाया कि यह बिल किसानों के हित में नहीं है।...
1/ 3कृषि विधेयक के विरोध में शुक्रवार सुबह से जिला व तहसील मुख्यालय पर किसानों से प्रदर्शन किया गया। भारतीय किसान यूनियन ने बिल वापस लेने की मांग उठाई और आरोप लगाया कि यह बिल किसानों के हित में नहीं है।...
कृषि विधेयक के विरोध में शुक्रवार सुबह से जिला व तहसील मुख्यालय पर किसानों से प्रदर्शन किया गया। भारतीय किसान यूनियन ने बिल वापस लेने की मांग उठाई और आरोप लगाया कि यह बिल किसानों के हित में नहीं है।...
2/ 3कृषि विधेयक के विरोध में शुक्रवार सुबह से जिला व तहसील मुख्यालय पर किसानों से प्रदर्शन किया गया। भारतीय किसान यूनियन ने बिल वापस लेने की मांग उठाई और आरोप लगाया कि यह बिल किसानों के हित में नहीं है।...
कृषि विधेयक के विरोध में शुक्रवार सुबह से जिला व तहसील मुख्यालय पर किसानों से प्रदर्शन किया गया। भारतीय किसान यूनियन ने बिल वापस लेने की मांग उठाई और आरोप लगाया कि यह बिल किसानों के हित में नहीं है।...
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हिन्दुस्तान टीम,उन्नावFri, 25 Sep 2020 11:25 PM
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कृषि विधेयक के विरोध में शुक्रवार सुबह से जिला व तहसील मुख्यालय पर किसानों से प्रदर्शन किया गया। भारतीय किसान यूनियन ने बिल वापस लेने की मांग उठाई और आरोप लगाया कि यह बिल किसानों के हित में नहीं है। किसान संगठनों के समर्थन में सपा ने भी विरोध प्रदर्शित किया। किसानों का कहना था कि सरकार ने जो नीति बनाई है उससे किसानों को कोई फायदा होने वाला नहीं है।

किसान बिल पास होने के बाद से ही किसान संगठन गुस्से में हैं। सैकड़ों की संख्या में किसानों ने निराला उद्यान में सरकार के खिलाफ धरना दिया। भारतीय किसान यूनियन टिकैत, भारतीय किसान यूनियन राष्ट्रवादी, समाजवादी पार्टी के लोगों ने विरोध जताया। आरोप था कि बिल से किसानों की जमीन पूंजी पतियों के हाथ में चली जाएगी। किसान अपनी ही जमीन पर मजदूर की तरह काम करेगा। ऐसा करके सरकार किसानों का नहीं पूंजीपतियों का समर्थन कर रही है। जिसके पास रुपया होगा उसकी का बाजार पर हक होगा। किसानों का बाजार पर से अधिकार पूरी तरह समाप्त हो जाएगा। निराला प्रेक्षा ग्रह में प्रदर्शन के दौरान किसान यूनियन टिकैत की मंडल अध्यक्ष गुड्डी रावत ने कहा कि सरकार लगातार किसानों के विरोध में कार्य कर रही है। पहले से ही डीजल ,खाद इतना महंगा है अब यह बिल किसानों को गुलाम बना देगा। भाकियू राष्ट्रवादी के जिलाध्यक्ष रामकरन सिंह ने कहा कि जो बिल पारित किया गया है वह किसानों का हित नहीं अहित करने वाला है। यह बिल तत्काल वापस लेना चहिए। प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा

किसान बन जाएंगे बंधुवा मजदूर

बांगरमऊ/सफीपुर। भाकियू टिकैत गुट के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने तहसील परिसर में जोरदार प्रदर्शन किया। सफीपुर में भाकियू के जिलध्यक्ष डॉ. शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि जो अध्यादेश लाया गया है उससे कंपनी राज आ जाएगा। यहां दस मिनट तक किसानों ने सड़क जाम की। बांगरमऊ में किसान नेता ठाकुर प्रसाद ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसान विरोधी अध्यादेश लागू किया है। ब्लॉक अध्यक्ष रघुवीर सिंह ने कहा कि इस काले कानून से देश में निजी कंपनियों का राज हो जाएगा। किसान केवल बंधुवा मजदूर बनकर रह जाएगा। प्रदर्शन के बाद एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। बीघापुर में किसान यूनियन के अध्यक्ष राजेश सिंह, बीबी सिंह, जिला उपाध्यक्ष मुन्ना सिंह, योगेश सिंह , धमेंद्र शुक्ला, रामलाल ने प्रदर्शन किया तथा एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।

सपाइयों ने दिया ज्ञापन

किसान बिल के विरोध में सपाई भी मैदान पर उतरे जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र यादव के नेतृत्व में एमएलसी सुनील साजन,पूर्व राज्य मंत्री सुधीर रावत, पूर्व विधायक उदयराज यादव, बदलू खां, सपा नेत्री मनीषा दीपक, जिला महामंत्री सुरेश पाल ने डीएम को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से किसान बिल को काला कानून बताते हुए वापस लेने की मांग की। कहा केंद्र तथा प्रदेश सरकार की नीतियों से किसानों को गहरा आघात लगा है। कहा गन्ना किसानों का 13 हजार करोड़ रुपये बकाया है। इसे तत्काल दिलाया जाए। अन्ना पशुओं की रोकथाम के लिए सरकार ने कोई व्यवस्था नहीं की है। कहा कोरोना कॉल में खत्म हुए रोजगार को पटरी पर लाने की कोई व्यवस्था नहीं दिख रही है। किसान के साथ साथ श्रमिक विरोधी बिल भी सरकार ले आई है। श्रमिक कानून में बदलाव से श्रमिकों का शोषण बढ़ेगा। इस दौरान पूर्व जिला महामंत्री राजेश यादव, जिला उपाध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह, वीरेंद्र शुक्ला, अनवर सिद्दकी, अफजल अहमद , प्रशांत कटियार मौजूद रहें।

गस्त करती रही पुलिस

किसान आंदोलन को लेकर प्रशासन पहले से ही सक्रीय रहा। पुलिस सार्वजनिक स्थलों, चौराहों, बस स्टॉप, रेलवे स्टेशन पर गस्त करती रही। सड़क पर भी जगह जगह पुलिस का पहरा रहा। डीएम रवींद्र कुमार तथा एसपी आनंद कुलकर्णीं ने स्टेशन का निरीक्षण किया।

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