ड्यूटी बंक करने के लिए डॉयल 112 के 4 पुलिसवालों ने आजमाया गजब का आइडिया, कराने लगे फर्जी काल
- मेरठ में ड्यूटी बंक करने, भ्रष्टाचार और वसूली करने के लिए डॉयल-112 के चार पुलिसवालों ने गजब का आइडिया आजमाया। इस आइडिया से उन्होंने कई बार अपनी वाली की भी लेकिन अंत में पकड़े गए। इन चारों पुलिसवालों को मेरठ के SSP डा. विपिन ताडा ने बुधवार की रात सस्पेंड कर दिया।
Idea of bunking duty: यूपी के मेरठ में ड्यूटी बंक करने, भ्रष्टाचार और वसूली करने के लिए डॉयल-112 के चार पुलिसवालों ने गजब का आइडिया आजमाया। इस आइडिया से उन्होंने कई बार अपनी वाली की भी लेकिन अंत में पकड़े गए। चारों पुलिसवालों को मेरठ के एसएसपी डा. विपिन ताडा ने बुधवार की रात सस्पेंड कर दिया। चारों पर फर्जी कॉल कराकर गलत इवेंट जारी कराने का आरोप था। जांच में आरोप सही मिले, जिसके बाद सभी को निलंबित कर दिया गया। सभी के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरु हो गई है। मामले में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है।
डायल 112 पुलिसिंग का महत्वपूर्ण हिस्सा मानी जाती है। पिछले दिनों अफसरों को गोपनीय सूचना मिली कि डायल 112 में तैनात कुछ पुलिसकर्मियों ने फर्जी कॉल कराकर निजी स्वार्थ के लिए इस सेवा का दुरुपयोग किया है। शिकायत मिली कि यह पुलिसकर्मी अपने ही किसी रिश्तेदार से फर्जी कॉल कराकर खादर क्षेत्र में जाते हैं और अवैध वसूली समेत कई गंभीर गतिविधियों में संलिप्त हैं। मामला एसएसपी डा. विपिन ताडा तक पहुंचा, जिन्होंने डायल 112 के नोडल अधिकारी/एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र कुमार मिश्रा को जांच सौंप दी।
एसपी ट्रैफिक मामले की जांच कर रहे थे। जांच के दौरान आरोप न केवल सही मिले बल्कि कई और गंभीर शिकायत पुलिसकर्मियों से जुड़ी सामने आयी। हाल ही में एसपी ट्रैफिक ने जांच रिपोर्ट एसएसपी को सौंप दी, जिसके आधार पर बुधवार रात डायल 112 में तैनात मुख्य आरक्षी यशपाल सिंह, मुख्य आरक्षी प्रमोद कुमार, मुख्य आरक्षी जितेंद्र कुमार और आरक्षी चालक राजन पर एसएसपी ने गाज गिरा दी।
जांच में एक नंबर से कई शिकायत
इन पुलिसकर्मियों ने कुछ निजी नंबर तैयार कर रखे थे। इन नंबरों से यह शिकायत कराते थे। एसपी ट्रैफिक ने जब जांच कराई तो पता चला कि काफी शिकायत एक ही नंबरा से की गई हैं। फिर उन नंबरों के बारे में छानबीन हुई तो पता चला कि यह नंबर इन पुलिसकर्मियों ने ही अपने रिश्तेदारों व परिचितों को उपलब्ध करा रखे थे।
क्या बोले एसएसपी
एसएसपी डा.विपिन ताड़ा ने कहा कि कुछ पुलिसकर्मियों की शिकायत मिली थी कि वह फर्जी इवेंट जेनरेट कराकर खादर क्षेत्र में जाते हैं और वसूली समेत कई अवैध गतिविधियों में संलिप्त हैं। जांच कराई गई तो आरोप सही मिले। सभी को सस्पेंड कर विभागीय जांच शुरु करा दी गई है। मामले में किस किस की और भूमिका है, उसकी भी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।