शादी कराने के बाद रेप या अपहरण के झूठे केस में फंसाने की धमकी, उगाही गैंग का खुलासा
- वेंकटेश्वर तिवाड़ी की शादी नहीं हो रही थी। उससे विजय जैन मिला था। विजय ने वाराणसी की लड़की से शादी कराने का झांसा दिया। उसने संगीता मिश्रा से मिलवाया। 23 मई 2023 को शादी कराई। जब वेंकटेश्वर अपने साथ संगीता को लेकर जाने लगा तो खुद को पुलिस अधिकारी बताने वाले पहुंच गए।

Fraud in the name of marriage: शादी कराने के बाद दुष्कर्म या अपहरण के झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर रुपयों की उगाही करने वाले गिरोह का खुलासा हुआ है। गैंग के एक इनामी बदमाश को सारनाथ पुलिस ने गिरफ्तार कर मंगलवार को जेल भेज दिया। जोधपुर (राजस्थान) के सिटी थाना क्षेत्र के पीपाट सिटी नागौरी वास निवासी आरोपी विजय जैन रानीपुर (महमूरगंज) से गिरफ्तार किया गया। उस पर 25 हजार का इनाम था।
एसीपी डॉ. अतुल अंजान त्रिपाठी ने मंगलवार को अपने कार्यालय में गिरफ्तारी की जानकारी दी। बताया कि नागौर (राजस्थान) के मेड़ता के महावीर नगर निवासी वेंकटेश्वर तिवाड़ी की शादी नहीं हो रही थी। उससे विजय जैन मिला था। विजय ने वाराणसी की लड़की से शादी कराने का झांसा दिया।
इसके लिए अपने दोस्त कैलाश और रणजीत के खाते में डेढ़ लाख रुपये मंगाये। इसके अलावा कोर्ट की प्रक्रिया और शादी का खर्च अलग से लिया। उसने शिवपुर के कांशीराम आवास कॉलोनी निवासी संगीता मिश्रा से मिलवाया। उसे 5 हजार नेग दिलवाया था। 23 मई 2023 को शादी कराई। इसके बाद जब वेंकटेश्वर अपने साथ संगीता को लेकर जाने लगा। चौकाघाट के पास सारनाथ थाने के सिपाही प्रशांत सिंह, दीपक सिंह और विनय सिंह पहुंचे। खुद को पुलिस अधिकारी बताया। कहा कि लड़की ने शिकायत की है कि उसका अपहरण कर ले जाया जा रहा है।
मामला सलटाने के लिए तीनों ने 2 लाख मांगे। इस मामले में अगले दिन 24 मई को तीनों पुलिसकर्मियों समेत 10 लोगों पर केस दर्ज किया गया। तीनों पुलिसकर्मियों के साथ ही 7 को जेल भेजा गया था। विजय जैन फरार चल रहा था। थानाध्यक्ष विवेक कुमार त्रिपाठी, उपनिरीक्षक प्रदीप यादव, सौरभपति त्रिपाठी ने गिरफ्तारी की।