इलाज और रोजगार के लिए शहर आने वालों को रुकने में नहीं होगी दिक्कत, मिलेगी ये सुविधा, निर्देश जारी
- यूपी सरकार शहरी क्षेत्रों में इलाज कराने के साथ छोटा-मोटा रोजगार करने के लिए आने वालों को शेल्टर होम में पनाह देगी। इसके लिए नगर आयुक्तों और अधिशासी अधिकारियों को निर्देश भेज दिया गया है।
यूपी सरकार शहरी क्षेत्रों में इलाज कराने के साथ छोटा-मोटा रोजगार करने के लिए आने वालों को शेल्टर होम में पनाह देगी। इसके लिए योगी सरकार की ओर से नगर आयुक्तों और अधिशासी अधिकारियों को निर्देश भेज दिया गया है। स्थानीय निकाय निदेशालय के गूगल लिंक से रैन बसेरों को जोड़ा जाएगा, जिससे इसके बारे में आसानी से पता लगाया जा सके। स्थानीय निकाय निदेशक अनुज कुमार झा ने सभी निकायों को भेजे निर्देश में कहा है कि सभी चिकित्सालयों, मेडिकल कॉलेजों, बस स्टेशनों, रेलवे स्टेशनों, श्रमिकों के कार्यस्थलों और बाजारों में अनिवार्य रूप से रैन बसेरे व शेल्टर होम चलाए जाएं। जरूरत के आधार पर नए का भी निर्माण किया जा सकता है। इसके लिए राजस्व विभाग, स्वास्थ्य विभाग के साथ विकास प्राधिकरणों का सहयोग लिया जाएगा।
रैन बसेरा व शेल्टर होम में ऐसे जरूरतमंद व्यक्तियों के ठहरने की व्यवस्था की जाएगी जिनके पास रुकने के लिए शहरों में स्थान नहीं है। इसमें रहने वालों के लिए बेड शीट, कंबल, गरम पानी, शौचालय, प्राथमिक चिकित्सा व्यवस्था, प्रकाश व्यवस्था और सीसीटीवी आदि के इंतजाम किए जाएंगे। बेड शीट और कंबल आदि की धुलाई निमयित रूप से कराई जाएगी। इसमें रहने वाले पुरुषों व महिलाओं के लिए अलग-अलग शौचालय के इंतजाम किए जाएंगे।
सभी रैन बसेरों में केयर टेकर भी तैनात किए जाएंगे। इनका नाम, पदनाम, मोबाइल नंबर उसके गेट पर लगवाया जाएगा। इसके लिए एक नोडल अधिकारी भी नामित किया जाएगा। उसके ऊपर ही रैन बसेरे के संचालन का उत्तरदायित्व होगा। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा रात में इसका निरीक्षण किया जाएगा। इसके आसपास अलाव की भी व्यवस्था की जाएगी।