
समय पर जांच होगी तो महाभारत के बहुत रिश्ते, जीवन जेल में बिताने को मजबूर होंगे, योगी का सपा पर हमला
संक्षेप: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा की पिछली सरकार के शासनकाल के दौरान हुई सरकारी भर्तियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि गड़बड़ियों की वजह से उनकी सरकार ने बहुत सारी भर्तियों की जांच सीबीआई को सौंप दी थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा की पिछली सरकार के शासनकाल के दौरान हुई सरकारी भर्तियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि गड़बड़ियों की वजह से उनकी सरकार ने बहुत सारी भर्तियों की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। समय पर जांच हो जाएगी तो महाभारत के बहुत रिश्ते बाकी का जीवन जेल में बिताने को मजबूर होंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2016 समेत पहले की भर्ती प्रक्रियाओं पर निशाना साधा। कहा कि हमें कई भर्तियों को सीबीआई को देना पड़ा था। एक व्यक्ति आठ-आठ जगह नाम लिखाकर पैसा लिए जा रहा था, जब जांच हुई तब पता चला। यह एक परिवार के वही लोग हैं, जो पैसा लेकर भर्ती करते थे और यूपी की जनता को लूटते थे। अभी भी जांच चल रही है।

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा चयनित 1112 कनिष्ठ सहायक और 22 एक्सरे तकनीशियन के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राज्य की पूर्ववर्ती सपा सरकार पर भर्तियों में धांधली किये जाने का आरोप लगाया और कहा, ''किस प्रकार की भर्तियां होती थीं। हमें बहुत सारी भर्तियों की जांच उस समय सीबीआई को देनी पड़ी थी।'' उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में वर्ष 2016 से एक व्यक्ति के नियुक्ति पत्र पर कई जिलों में छह अलग-अलग लोगों द्वारा नौकरी किये जाने के एक प्रकरण का उल्लेख करते हुए कहा, ''आपने देखा होगा कि एक व्यक्ति आठ-आठ जगह पर नाम लिखाकर पैसा लिये जा रहा था। वो तो जब जांच में सामने आया तब पता लगा।
आदित्यनाथ ने किसी का नाम लिये बगैर कहा, ''ये कौन लोग हैं...ये वो ही लोग हैं जिनसे एक परिवार के लोग पैसा लेकर ये भर्ती करते थे और उत्तर प्रदेश की जनता को इस प्रकार से लूटते थे। वह भर्ती 2016 की है। अभी वह जांच चल रही है। वह जांच समय पर हो जाएगी तो ऐसे महाभारत के रिश्ते सामने आयेंगे। अब वे बाकी का जीवन जेल में ही बिताने पर मजबूर होंगे।'' उन्होंने कहा, ''ऐसा इसलिये क्योंकि उनके कारनामे ही ऐसे थे जिन्होंने उत्तर प्रदेश को विकास के पथ पर ले जाने के बजाय उससे लगातार दूर ही रखा।
अब समय पर शुरू और संपन्न होती है प्रक्रिया
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब पारदर्शी प्रक्रिया समय पर शुरू और संपन्न होती है। 8 वर्ष में 2. 19 लाख पुलिसकार्मिकों की भर्ती हुई है। हाल में ही 60,244 पुलिस कार्मिकों की भी भर्ती भी हुई। पहली बार जब हमारी सरकार ने पुलिस भर्ती प्रारंभ की थी तो ट्रेनिंग की समस्या खड़ी हुई। भर्ती 50 हजार की निकाली, लेकिन हमारे पास ट्रेनिंग सेंटर नहीं थे। जब रिव्यू किया तो पता चला कि केवल तीन हजार कार्मिकों की ही ट्रेनिंग एक साथ हो सकती है। तब मिलिट्री, पैरा मिलिट्री, अन्य राज्यों के ट्रेनिंग सेटर लेकर किसी प्रकार प्रशिक्षण पूरा कर पाए। इस बार 60,244 पुलिस कर्मियों को यूपी के अंदर ही ट्रेनिंग मिल रही है।
निष्पक्ष चयन प्रक्रिया नए यूपी की तस्वीर को करती है प्रस्तुत
सीएम ने कहा कि निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से चयन की प्रक्रिया नए यूपी की तस्वीर को प्रस्तुत करती है। पिछले साढ़े 8 वर्ष में चिकित्सा स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा विभाग ने लंबी छलांग लगाने में सफलता प्राप्त की है। हर क्षेत्र में कुछ न कुछ नया परिवर्तन करके दिखाया है। यह परिवर्तन पीएम मोदी के विकसित भारत के संकल्पना को आगे बढ़ाने का क्रम है। 70 वर्ष तक हम लोग केवल 13 लाख करोड़ तक पहुंचे थे, लेकिन इस वित्तीय वर्ष के अंत तक यूपी की अर्थव्यवस्था 35 लाख करोड़ की बनने जा रही है। जो कार्य 70 वर्ष में नहीं हो पाया, उससे भी ढाई गुना वृद्धि और बेहतर गति आठ-साढ़े वर्ष में दी है। यूपी के नौजवानों को प्रदेश में नौकरी की गारंटी मिली।





