The son kept screaming in the emergency room of Bulandshahr district hospital, the mother died due to lack of treatment जिला अस्पताल की इमरजेंसी में चिल्लाता रहा बेटा, इलाज नहीं मिलने से मां की मौत, Uttar-pradesh Hindi News - Hindustan
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जिला अस्पताल की इमरजेंसी में चिल्लाता रहा बेटा, इलाज नहीं मिलने से मां की मौत

  • उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में इलाज में लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां जिला अस्पताल की इमरजेंसी में अपनी मां के इलाज के लिए बेटा चिल्लाता रहा। इलाज नहीं मिलने से मां की मौत हो गई।

Deep Pandey बुलंदशहर, संवाददाता।Tue, 18 March 2025 07:02 AM
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जिला अस्पताल की इमरजेंसी में चिल्लाता रहा बेटा, इलाज नहीं मिलने से मां की मौत

यूपी के बुलंदशहर जिला अस्पताल में इन दिनों पल-पल नए-नए कारनामे सामने आ रहे हैं। अब सोमवार को इमरजेंसी में एक बेटा अपनी मां के इलाज के लिए चिल्लाता रहा, लेकिन इलाज नहीं मिल सका। आरोप है कि अस्पताल स्टाफ की लापरवाही के चलते युवक की मां की मौत हो गई। हंगामा होने पर सीएमएस पहुंचे और समझाने के बाद पीड़ित अपनी मां को लेकर गांव चला गया।

जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में बिलख रहे नई बस्ती निवासी दिव्यांग गुड्डू ने बताया कि उसकी 60 वर्षीय मां सरोज यादव शुगर की मरीज थीं। दो दिन से उनके हंसली में दर्द था। सोमवार दोपहर एक बजे परेशानी बढ़ने पर गुड्डू अपनी मां को लेकर जिला अस्पताल की इमरजेंसी पहुंचा। स्टाफ ने मां को बामुश्किल भर्ती किया।

मां को मेडिकल वार्ड में भर्ती तो कर लिया, लेकिन लापरवाही बरती गई। जिस बेड पर लिया उस पर चादर तक नहीं थी। बेटे का आरोप है कि मां को किसी डाक्टर ने नहीं देखा।

लापरवाही के चलते शाम को करीब छह बजे सरोज यादव की मौत हो गई। मौत के बाद गुड्डू ने स्वास्थ्य के अफसरों को फोन किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब पीड़ित ने लापरवाही बरतने वालों के ख़िलाफ कार्रवाई की मांग की है ।

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यूपी के बुलंदशहर जिला अस्पताल में इन दिनों पल-पल नए-नए कारनामे सामने आ रहे हैं। अब सोमवार को इमरजेंसी में एक बेटा अपनी मां के इलाज के लिए चिल्लाता रहा, लेकिन इलाज नहीं मिल सका। आरोप है कि अस्पताल स्टाफ की लापरवाही के चलते युवक की मां की मौत हो गई। हंगामा होने पर सीएमएस पहुंचे और समझाने के बाद पीड़ित अपनी मां को लेकर गांव चला गया।

जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में बिलख रहे नई बस्ती निवासी दिव्यांग गुड्डू ने बताया कि उसकी 60 वर्षीय मां सरोज यादव शुगर की मरीज थीं। दो दिन से उनके हंसली में दर्द था। सोमवार दोपहर एक बजे परेशानी बढ़ने पर गुड्डू अपनी मां को लेकर जिला अस्पताल की इमरजेंसी पहुंचा। स्टाफ ने मां को बामुश्किल भर्ती किया।

मां को मेडिकल वार्ड में भर्ती तो कर लिया, लेकिन लापरवाही बरती गई। जिस बेड पर लिया उस पर चादर तक नहीं थी। बेटे का आरोप है कि मां को किसी डाक्टर ने नहीं देखा।

लापरवाही के चलते शाम को करीब छह बजे सरोज यादव की मौत हो गई। मौत के बाद गुड्डू ने स्वास्थ्य के अफसरों को फोन किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब पीड़ित ने लापरवाही बरतने वालों के ख़िलाफ कार्रवाई की मांग की है ।

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सीएमएस डा. प्रदीप राणा ने बताया कि भर्ती होने के दौरान महिला बहुत गंभीर थी। डाक्टरों ने हालात को देखते हुए हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी थी, लेकिन परिजनों ने रेफर कराने के बजाए अस्पताल में ही इलाज कराने के लिए कहा। लापरवाही नहीं हुई है। ,