
पूरी फैमिली खत्म करना चाहती थी स्वाति, फिर प्रेमी से कराया पड़ोसी का कत्ल; पिता-भाइयों को फंसाया
संक्षेप: परिवार के लोगों को नींद की गोली देकर सुलाने के बाद प्रेमी के साथ हत्या करने की योजना स्वाति ने बनाई थी। हालांकि परिवार के कुछ सदस्य जाग गए तो वह योजना में विफल हो गई। फिर उसने प्रेमी मनोज के साथ क्राइम थ्रिलर देखकर प्लानिंग की। अब वह किसी की हत्या करके पिता और भाई को जेल भिजवाना चाहती थी।
यूपी के मुरादाबाद के पाकबड़ा थाना क्षेत्र में अपने प्रेमी मनोज और उसके ममेरे भाई मंजीत से निर्दोष पेंटर योगेश की हत्या कराने वाली शातिर स्वाति ने पूरे परिवार को खत्म करने की खौफनाक प्रयास कर चुकी थी। परिवार के लोगों को खाने में नींद की गोली देकर सुलाने के बाद प्रेमी के साथ हत्या करने की योजना उसने बनाई थी। हालांकि परिवार के कुछ सदस्य जाग गए तो वह योजना में विफल हो गई। अपने मकसद में कामयाब न होने पर उसने प्रेमी मनोज के साथ क्राइम थ्रिलर देखकर प्लानिंग की और किसी की हत्या करके पिता और भाई को जेल भिजवा कर पीछा छुड़ाने का फैसला कर लिया। इसी साजिश के तहत आरोपियों ने पेंटर योगेश की हत्या की और पिता शोभाराम और भाई कपिल और गौरव के खिलाफ केस दर्ज करा दिया।

सोमवार को पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता कर एसएसपी सतपाल अंतिल ने बताया कि बीते 18 सितंबर की सुबह पाकबड़ा थाना क्षेत्र में मौढ़ा तैय्या मोड़ से कब्रिस्तान की ओर जाने वाले चकरोड किनारे झाड़ियों में एक युवक का रक्तरंजित शव मिला था। मरने वाले की पहचान गुरैठा गांव निवासी पेंटर योगेश कुमार(22) के रूप में हुई थी। योगेश के भाई उमेश ने इस मामले में गांव के ही परचून दुकानदार शोभाराम और उसके दो बेटों गौरव और कपिल के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया था। हालांकि प्रारंभिक जांच में ही तीनों की नामजदगी गलत पाई गई। जांच पड़ताल में सामने आया कि इस हत्याकांड में शोभाराम की बेटी स्वाति, उसका प्रेमी मनोज और मनोज का ममेरा भाई मंजीत शामिल हैं।
रविवार रात पाकबड़ा पुलिस ने नया मुरादाबाद में मुठभेड़ के बाद हत्याकांड को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी पाकबड़ा के बड़ा मंदिर के पास किराये पर रहने वाले बदायूं के फैजंगज बेहटा थाना क्षेत्र के गांव खेड़ादाम निवासी मनोज को पैर में गोली मारकर गिरफ्तार किया। कॉम्बिंग करके मझोला के एकता कालोनीमें रहने वाले डिलारी के गांव तेलीपुरा निवासी उसके ममेरे भाई मंजीत को गिरफ्तार कर लिया। बाद में स्वाति को भी पुलिस ने पकड़ लिया। एसएसपी सतपाल अंतिल ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद जब मंजीत और स्वाति से पूछताछ की गई तो पता चला कि स्वाति और मनोज का करीब एक साल से प्रेमप्रसंग चल रहा था। स्वाति परिवार को रोज नींद की गोली दे देती थी। जिसके बाद वह लोग गहरी नींद में सो जाते थे। बाद में वह मनोज के साथ अपने ही घर की छत पर रात बिताती थी। स्वाति के परिवार वालों को भनक लग गई, जिसके बाद भाई गौरव ने स्वाति की पिटाई भी कर दी थी। इसी के बाद उसने प्रेमी के साथ मिलकर परिवार वालों से पीछा छुड़ाने की योजना बना ली। बता दें कि स्वाति का प्रेम प्रसंग एक साल से चल रहा था।
ऐसे की गई योगेश की हत्या
मुरादाबाद पुलिस की गिरफ्त में आए मंजीत ने पूछताछ के दौरान हत्या की पूरी कहानी बताई। उसने पुलिस को बताया कि 17 सितंबर को सुबह से मनोज उसे लेकर एक सॉफ्ट टार्गेट की तलाश में था, जिसकी हत्या कर अपनी प्रेमिका स्वाति के पिता व भाईयों को फंसा सके। उसी दौरान शाम के समय कैलसा रोड पर योगेश मिल गया।
मनोज उसे अपनी बातों में फंसा कर शराब पिलाने के बहाने मझोला के मंगूपुरा स्थित शराब हट्टी पर ले गया। बाद में एमडीएम स्थित महाकालेश्वर मंदिर के बगल से हर्बल पार्क की ओर जाने वाले रास्ते पर खड़े होकर मनोज ने नमकीन लाने के बहाने योगेश को भेज दिया। उसके जाने के बाद मनोज ने योगेश की शराब में नींद की 6-7 गोलियां मिला दी, जिससे योगेश को बहुत नशा हो गया। इसके बाद योगेश को बाइक पर बीच में लेकर तीनों मोढ़ा तैय्या मोड़ से कब्रिस्तान जाने वाले चकरोड़ पर पहुंचे। वहां मनोज योगेश का फोन लेकर स्वाति के भाई गौरव के नंबर पर कॉल किया। इसके बाद योगेश के ऊपर बैठकर उसका गला दबाने लगा। मौत नहीं हुई तो मंजीत से कहा कि इसके सिर पर वार करो। इस पर मंजीत ने पास ही पड़ी ईंट उठाकर मंजीत के सिर पर मारा, जिससे उसकी मौत हो गई।
परिजन बोले आरोपियों को दी जाए फांसी
पाकबड़ा के गांव गुरैठा निवासी पेंटर योगेश कुमार चार भाई बहनों में सबसे छोटा था। उसके एक बड़ी बहन शशि देवी और दो बड़े भाई संजय और उमेश है। पिता जोगेंद्र और मां उषा देवी भी हैं। पूरा परिवार मजदूरी करता है। मजदूरी से ही परिवार चल रहा था। योगेश ससबे छोटा होने के कारण सभी का दुलारा था। जब से उसकी हत्या हुई है पूरा परिवार गम में डूबा है। सोमवार को हत्याकांड के खुलासे के बाद हिन्दुस्तान की टीम योगेश के घर पहुंची तो पूरा परिवार शोक में डूबा था। पूछने पर भाई उमेश और संजय ने बताया कि पुलिस ने उन्हें हत्या के बारे में बताया। मांग की कि आरोपियों को फांसी की सजा होनी चाहिए।
खुलासा करने वाली टीम को इनाम दिया
योगेश हत्याकांड के खुलासे पर एसएसपी ने एसपी सिटी, सीओ हाईवे राजेश कुमार व एसओ पाकबड़ा योगेश कुमार और उनकी पूरे टीम की प्रशंसा की। एसएसपी ने टीम में शामिल एसओ पकाबड़ा योगेश कुमार, सर्विलांस सेल के इंस्पेक्टर विनोद कुमार व उनकी टीम, एसओजी प्रभारी अमित कुमार व उनकी टीम और एसआई योगेश कुमार व संजय कुमार, हेड कांस्टेबल विनित धामा, सुरेंद्र कुमार, राहुल कुमार व शशी भूषण और सिपाही आकाश शर्मा, अंकित कुमार व विक्रांत को प्रशस्तिपत्र देने की घोषणा की। साथ ही पूरी टीम को 25 हजार रुपये का पुरस्कार दिया है।
स्वाति की करतूत से पूरा गांव हैरान
योगेश हत्याकांड के खुलास के बाद पूरा गुरैठा गांव हैरान है। ग्रामीण स्वाति की करतूत को लेकर उसे कोस रहे हैं। कुछ गांव वालों ने कहा कि सीधी सादी दिखने वाली लड़की स्वाति ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर इतनी खौफनाक वारदात करेगी इसका किसी को अंदाजा भी नहीं था। उधर खुलासे के बाद खुद स्वाति के पिता शोभाराम, दोनों बेटे गौरव व कपिल और बहू भी हैरान हैं।
स्वाति ने दिला दी बावनखेड़ी कांड की याद
अपने प्रेम प्रसंग के चलते निर्दोष योगेश की प्रेमी से हत्या कराने वाली गुरैठा गांव निवासी स्वाति ने अमरोहा के हसनपुर थाना क्षेत्र के गांव बावनखेड़ी में सामूहिक हत्याकांड की याद ताजा कर दी। पुलिस की जांच में पता चला है कि हत्यारोपी स्वाति बावनखेड़ी कांड की आरोपी शबनम से काफी हद तक प्रभावित थी। वह शबनम की तरह ही प्रेमी के साथ पूरे परिवार को खत्म करने की योजना बना ली थी।





