सुलतानपुर : एक लाख 27 हजार हेक्टेयर में होगी रबी की खेती
सुलतानपुर जिले में रबी की खेती करने वाले किसानों को खाद-बीज मुहैया कराने के लिए कृषि विभाग ने कार्ययोजना तैयार कर उपलब्धता शुरू करा दी है। सरकारी बीज गोदामों पर किसानों की सुविधा के लिए गेहूं व...

सुलतानपुर जिले में रबी की खेती करने वाले किसानों को खाद-बीज मुहैया कराने के लिए कृषि विभाग ने कार्ययोजना तैयार कर उपलब्धता शुरू करा दी है। सरकारी बीज गोदामों पर किसानों की सुविधा के लिए गेहूं व दलहनी फसलों की बुआई का कार्य शुरू होने के एक माह पहले ही बीज बिक्री केन्द्रों पर बीज की उपलब्धता करा दी गई है। जिससे किसान अनुदान पर बीज की खरीदकर बुआई कर सकते है।
सहकारी समितियों व प्राइवेट दुकानों पर डीएपी व अन्य खाद की उपलब्धता सुनश्चिति करने का निर्देश दिया गया है। किसान गेहूं की बुआई करने के लिए तैयारी शुरू कर दिया है। धान की कटाई के बाद खेतों की जुताई करने लगे है।
रबी की फसल की बुआई के लिए कृषि विभाग की ओर से एक लाख 27 हजार हेक्टेयर में खेती करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। रबी की फसलों की बुआई नवम्बर माह से शुरू होगी। किसानों को समय पर बीज की उपलब्धता बनाए रखने के लिए चना,मटर, मसूर, गेहूं का बीज उपलब्धता करा दी गई है।
जिला कृषि अधिकारी विनय कुमार वर्मा ने बताया कि अभी तक जनपद में चना, मटर, मसूर, गेहूं का बीज की उपलब्धता कराई गई है। सरकारी बीज बिक्री केन्द्रों पर गेहूं का बीज की उपलब्धता करा दी गई है। किसान बीज की खरीदारी कर बुआई कर सकते हैं। रबी की फसल की बुआई के लिए खाद-बीज की समस्या नहीं हो पाएगी।
बीज शोधन कर बुआई करे किसान: किसानों को रबी की फसलों की बुआई बीज शोधन के बाद करने की सलाह दी गई है। किसान गेहूं में रोग के नियंत्रण के लिए थीरम या कार्वेण्डाजिम से बीज शोधन कर बुआई करें। चना,मटर व मसूर में उकठा रोग के नियंत्रण के लिए ट्राइकोड्रमा हार्जिएनम दस प्रतिशत, राई-सरसो में झुलसा रोग के लिए थीरम से बीज शोधन कर बुआई करने की सलाह किसानों को दी गई है। जिला कृषि रक्षाधिकारी विनय वर्मा ने किसानो को बीज शोधन के बाद बुआई करने की सलाह दी है।
