16 हजार की फिरौती के लिए छात्र ने 18 माह के बच्चे का किया अपहरण, हत्या कर शव संदूक में छिपाया
संक्षेप: बुलंदशहर में महज 16 हजार रुपये फिरौती में वसूलने को पड़ोस में रहने वाले इंटर के छात्र ने 18 माह के बच्चे का अपहरण कर लिया। आरोपी ने बच्चे की हत्या कर शव को बंद मकान में रखे संदूक में रजाइयों के भीतर छिपा दिया।

यूपी के बुलंदशहर में 16 हजार की फिरौती के लिए सनसनीखेज मामला सामने आया है। नरसेना थाना क्षेत्र के गांव नित्यानंदपुर नंगली में महज 16 हजार रुपये फिरौती में वसूलने को पड़ोस में रहने वाले इंटर के छात्र ने 18 माह के बच्चे का अपहरण कर लिया। आरोपी ने बच्चे की हत्या कर शव को बंद मकान में रखे संदूक में रजाइयों के भीतर छिपा दिया। पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपी परिजनों के साथ बच्चे की तलाश कराता रहा। शक होने पर पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो मामले का खुलासा हुआ। मृतक बच्चा अपने माता-पिता की इकलौती संतान था।
जानकारी के मुताबिक थाना क्षेत्र के गांव नित्यानंदपुर नगली निवासी पुष्पेंद्र का 18 माह का पुत्र माधव मंगलवार शाम को अपने दादा राजकुमार के पास घेर में खेल रहा था और उसके दादा पशुओं के चारा डाल रहे थे। शाम करीब 5 बजे घेर से अचानक माधव लापता हो गया। दादा को लगा शायद वह घर चला गया है। उन्होंने घर जाकर माधव के बारे में पूछा तो वह घर नहीं पहुंचा था। परिजनों ने आसपड़ोस में माधव की तलाश की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा।
इसके बाद परिजनों ने गांव के मंदिरों पर लाउडस्पीकर से आवाज लगवाई और आसपास के गांव में भी उसकी तलाश शुरू कर दी। देर शाम जानकारी नहीं मिलने पर मृतक के दादा राजकुमार ने पुलिस को तहरीर दी। जिस पर पुलिस ने तत्काल अपहरण का मुकदमा दर्ज कर बच्चे की तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने गांव के सीसीटीवी कैमरे खंगाले, लेकिन सीसीटीवी कैमरे में बच्चा कहीं भी गांव से बाहर जाता हुआ दिखाई नहीं दिया। पुलिस के शक की सुईं पड़ोसियों पर घूमी। पुलिस ने परिजनों से पूछा कि बच्चों को पड़ोस के कितने लोग खिलाते थे। उन सभी के घरों में पुलिस ने तलाशी शुरू कर दी। शक होने पर एक इंटर के छात्र को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने घर के 16 हजार रुपये खर्च कर दिए थे। इसलिए 16 हजार की फिरौती वसूलने को माधव का अपहरण किया था।
संदूक में रजाई गद्दों के बीच छह घंटे दबा रहा मासूम
बताया जा रहा है कि मासूम माधव को आरोपी ने रजाइयों और गद्दों के बीच में बंद कर संदूक का ताला लगा दिया। एक दर्जन से ज्यादा रजाई गद्दों के बीच करीब छह घंटे तक मासूम संदूक में बंद रहा, जिससे उसकी मौत हो गई। हालांकि पुलिस अधिकारी प्राथमिक जांच में गला दबाकर हत्या करने की बात कह रहे हैं।
एसएसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया, हत्यारोपी ने 16 हजार रुपये अपने घर से लेकर खर्च कर लिए थे। उक्त रुपये वसूलने को उसने बच्चे को अगवा कर घर में संदूक में छिपा दिया। बच्चे के माता-पिता आरोपी को अच्छी सीख देते थे, जो उसे नागवार गुजरती थी, इससे भी वह नाराज था। हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

लेखक के बारे में
Dinesh Rathourदिनेश राठौर, लाइव हिन्दुस्तान टीम
और पढ़ें



