कोरोना से मौत के बाद युवक का हो गया अंतिम संस्कार, मां और पत्नी स्वस्थ होकर लौटने का कर रहीं इतजार
दस दिन पहले जिस घर में पूरा परिवार हंसी खुशी रह रहा था, वहां पर कोरोना वायरस ने ताला लटकवा दिया। दुर्भाग्य से कोरोना ने मां-बेटा और उसकी पत्नी को एक साथ अपनी चपेट में ले लिया। तीनों ही अलग-अलग...
दस दिन पहले जिस घर में पूरा परिवार हंसी खुशी रह रहा था, वहां पर कोरोना वायरस ने ताला लटकवा दिया। दुर्भाग्य से कोरोना ने मां-बेटा और उसकी पत्नी को एक साथ अपनी चपेट में ले लिया। तीनों ही अलग-अलग अस्पताल में भर्ती हो गए, जिसके बाद बेटे की मौत हो गई। तीन दिन बीत जाने के बाद भी मां-पत्नी को युवक की मौत की जानकारी नहीं है और वे उसके स्वास्थ्य होने की कामना कर रही हैं। गढ़ तहसील के गांव जनुपुरा निवासी एक परिवार गाजियाबाद में रहता है। जानकारी के अनुसार परिवार में युवक उसकी पत्नी और उसकी मां को अचानक बुखार आया। जांच में कोरोना संक्रमण आने पर तीनों को अलग-अलग कोविड अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
वहीं महिला का दूसरा बेटा बुखार में होम आइसोलेट हो गया। बताया गया कि 3 मई को अस्पताल में भर्ती बेटे हितेष की कोरोना से मौत हो गई, जिसकी सूचना गांव में दूसरे भाई ने दी। पूर्व प्रधान प्रदीप त्यागी ने बताया कि चाचा का बेटा गाजियाबाद गया और उसका अस्पताल से शव लाकर ब्रजघाट पर भाई का अंतिम संस्कार कर दिया। बताया कि चचेरे भाई की इतनी हिम्मत नहीं हो रही कि वह युवक की मां और उसकी पत्नी को उसकी मौत की जानकारी दे दे। उधर, अस्पताल में भर्ती मां और पत्नी की हालत भी ज्यादा ठीक नहीं है।