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कानपुर कांड पर योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई : एसटीएफ डीआईजी अनंत देव को हटाया, पूरा चौबेपुर थाना लाइन हाजिर

कानपुर में शहीद हुए सीओ देवेंद्र मिश्र द्वारा लिखी चिट्ठी की जांच में फंसे कानपुर के तत्कालीन एसएसपी अनंत देव को डीआईजी एसटीएफ के पद से हटा दिया गया है। उन्हें मुरादाबाद में पीएसी सेक्टर में...

कानपुर कांड पर योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई : एसटीएफ डीआईजी अनंत देव को हटाया, पूरा चौबेपुर थाना लाइन हाजिर
लखनऊ कानपुर | हिन्दुस्तान टीमWed, 08 Jul 2020 04:53 AM
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कानपुर में शहीद हुए सीओ देवेंद्र मिश्र द्वारा लिखी चिट्ठी की जांच में फंसे कानपुर के तत्कालीन एसएसपी अनंत देव को डीआईजी एसटीएफ के पद से हटा दिया गया है। उन्हें मुरादाबाद में पीएसी सेक्टर में डीआईजी बनाया गया है। उधर, इस कांड में संदिग्ध भूमिका के कारण पूरे चौबेपुर थाने को लाइन हाजिर कर दिया गया है। लाइन में तैनात पुलिस कर्मियों को चौबेपुर थाने में तैनाती दे दी गई है। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में हुई घटना को गंभीरता से लिया है। उन्होंने मंगलवार को कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक में पुलिस अफसरों से इस कांड पर कड़ी नाराजगी जताई।इससे पूर्व मंगलवार की सुबह सीएम ने लखनऊ रेंज की आईजी लक्ष्मी सिंह को जांच के लिए कानपुर भेजा था। आईजी ने कानपुर जाकर जांच की और प्रारंभिक जांच के तथ्यों से शासन के आला अधिकारियों को अवगत कराया। इसके बाद सीएम के निर्देश पर बिकरू कांड की जांच में लगे अनंत देव को हटा दिया गया। कानपुर में एसएसपी रहने के दौरान अनंत देव ने सीओ देवेंद्र मिश्र द्वारा चौबेपुर के थानाध्यक्ष की शिकायत करने पर कोई कार्रवाई नहीं की थी। 

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शहीद सीओ देवेंद्र मिश्र के परिजनों ने एक पत्र जारी कर आरोप लगाया था कि एसओ चौबेपुर के खिलाफ की गई उनकी शिकायत पर तत्कालीन एसपी ने ध्यान दिया होता तो बिकरू कांड नहीं होता। इसी शिकायत की जांच के लिए मंगलवार को आईजी लखनऊ लक्ष्मी सिंह बिल्हौर सीओ के दफ्तर पहुंचीं । वहीं उन्हें एक नहीं, बल्कि आधा दर्जन से ज्यादा ऐसी रिपोर्ट के बारे में जानकारी मिली जो देवेंद्र मिश्र ने तत्कालीन एसएसपी अनंत देव को एसओ चौबेपुर विनय तिवारी के खिलाफ भेजी थी। इन शिकायतों में साफ था कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के अलावा कुछ और आपराधिक मामलों में एसओ द्वारा लापरवाही बरती गई थी। सभी रिपोर्ट कब्जे में लेने के बाद आईजी ने सीओ दफ्तर में कम्प्यूटर  सेक्शन में तैनात महिला सिपाही से पूछताछ की। उसने बताया कि 14 मार्च को सीओ ने उसी से रिपोर्ट टाइप कराई थी। उसके बाद उन्होंने रिपोर्ट का क्या किया इसके बारे में जानकारी नहीं है। जांच के साथ ही इस तथ्य से भी पर्दा उठ गया कि रिपोर्ट व्हाट्सएप या ईमेल के माध्यम से आगे बढ़ाई गई थी। लक्ष्मी सिंह ने सीओ के वायरल हुए आडियो के बार में भी छानबीन की। 

इस बीच, देर शाम कानपुर के एसएसपी दिनेश कुमार पी ने चौबेपुर थाने पर तैनात सभी दरोगा, मुख्य आरक्षी तथा अन्य आरक्षियों को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर करने का आदेश दिया। वायरलेस सेट से मैसेज भी पास करा दिया गया कि सभी रात में ही लाइन में आमद कराएं। पुलिस लाइन से दरोगा, सिपाहियों की तैनाती भी कर दी गई।

वाराणसी और मुरादाबाद के एसएसपी भी बदले गए
मुरादाबाद के एसएसपी अमित पाठक को हटाकर वाराणसी में तैनात कर दिया है। वाराणसी में तैनात एसएसपी प्रभाकर चौधरी को मुरादाबाद का एसएसपी बनाया गया है। माना जा रहा है कि प्रभाकर चौधरी को वाराणसी में भाजपा नेताओं से विवाद के चलते हटाया गया है। इसी के साथ पीएसी 15वीं वाहिनी आगरा में सुधीर कुमार सिंह को एसएसपी एसटीएफ के पद पर तैनाती दी गई है।   

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