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बुलंदशहर हिंसा : न्यायिक जांच के लिए अनशन शुरू, पुलिस पर लगाया हिंदुओं के उत्पीड़न का आरोप

बुलंदशहर के स्याना में 3 दिसंबर को गोकशी की सूचना के बाद भड़की हिंसा में मारे गए युवक सुमित और पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजे जीतू फौजी के मामले की न्यायिक जांच की मांग को लेकर यति नरसिंहानंद...

बुलंदशहर हिंसा : न्यायिक जांच के लिए अनशन शुरू, पुलिस पर लगाया हिंदुओं के उत्पीड़न का आरोप
बुलंदशहर। लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 16 Dec 2018 08:45 PM
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बुलंदशहर के स्याना में 3 दिसंबर को गोकशी की सूचना के बाद भड़की हिंसा में मारे गए युवक सुमित और पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजे जीतू फौजी के मामले की न्यायिक जांच की मांग को लेकर यति नरसिंहानंद सरस्वती ने रविवार से अनशन शुरू कर दिया है। 

बुलंदशहर में कालाआम चौराहे पर राजेबाबू पार्क के सामने अनशन पर बैठे अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा कि गोकशी का विरोध कर रहे लोगों पर पुलिस ने अत्याचार किया है। सुमित की गोली मारकर हत्या कर दी गई और पुलिस ने इस मामले में महाव गांव के जितेंद्र मलिक उर्फ जीतू फौजी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। 

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नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा कि पुलिस निर्दोष लोगों को परेशान कर रही है। हिंदुओं का उत्पीड़न किया जा रहा है। पुलिस गोकशी रोक नहीं पा रही। इस मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए और जो पुलिसकर्मी दोषी हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। 

उन्होंने जीतू फौजी को निर्दोष बताते हुए कहा कि उसके मामले की भी न्यायिक जांच से साफ पता चल जाएगा कि वह दोषी नहीं है। यति नरसिंहानंद सरस्वती के अनशन की खबर से पुलिस प्रशासन में खलबली मच गई।

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