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याेगी सरकार रामपुर में बदल रही है नवाबकालीन द्वारों के नाम, जानिए अब किस नाम में जाना जाएगा

समाजवादी पार्टी सरकार में रामपुर रियासत काल में बने द्वारों को तोड़कर बनवाए गए गेटों के नाम भी अब बदल दिए गए हैं। केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी बदले हुए गेटों के नाम का अनवारण...

याेगी सरकार रामपुर में बदल रही है नवाबकालीन द्वारों के नाम, जानिए अब किस नाम में जाना जाएगा
हिन्दुस्तान ब्यूरो ,रामपुर Sun, 06 Dec 2020 08:01 PM
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समाजवादी पार्टी सरकार में रामपुर रियासत काल में बने द्वारों को तोड़कर बनवाए गए गेटों के नाम भी अब बदल दिए गए हैं। केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी बदले हुए गेटों के नाम का अनवारण सोमवार को करेंगे। इसके लिए प्रशासन की ओर से तैयारियां पूरी कर ली हैं।

रामपुर में नवाबी दौर में जगह-जगह द्वार बनाए गए थे। सपा शासन काल में आजम खां ने नगर विकास मंत्री रहते शहर के सभी गेटों को ध्वस्त कर दिया गया था। इसके बाद यहां पर गेटों का निर्माण भी कराया गया। गांधी समाधि के पास नवाब गेट था। इसे तोड़कर और बड़ा गेट बनाया गया। इसका नाम नवाब गेट से बदलकर बाब ए हयात रख दिया गया था। गांधी समाधि के पास ही बाईपास पर नया गेट बनाया गया। इस गेट का नाम बाब ए निजात रखा गया। इसी तरह तोपखाना रोड पर बने गेट को तोड़कर नया गेट बनाया गया। इसका नाम बाब ए इल्म रखा गया। भाजपा सरकार आने के बाद अब इन तीनों गेटों का नाम बदल दिया गया है। जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह का कहना है कि गेटों के नाम बदले जा रहे हैं। इन गेटों का नामकरण देश-दुनिया में रामपुर की पहचान बने लोगों के नाम पर किया जा रहा है। इसकी तैयारी कर ली गई है।

किस गेट का नया नाम और इतिहास
- बाब-ए निजात का नाम अब कर्नल यूनुस अली खान द्वार : कर्नल यूसुफ अली खां का देश के लिए बड़ा योगदान रहा है। देश के पहले राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद के एडीसी भी रहे। इनके पिता अब्दुल समद खां रामपुर रियासत में मुख्यमंत्री थे। देश के बंटवारे के दौरान इनके भाई साहबजादा याकूब खान पाकिस्तान चले गए, जो पाकिस्तान के विदेश मंत्री भी रहे।

- बाब ए हयात का नाम अब मेजर राफे खां द्वार : मेजर राफे ने पाकिस्तान से जंग के दौरान बहादुरी से मुकाबला किया और शहीद हो गए। इन्हे भारत सरकार ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया था।

- बाब ए इल्म का नाम मौलाना अर्शी खां द्वार : मौलाना इंतियाज अली खां अर्शी का साहित्य में बड़ा योगदान रहा है। रामपुर रजा लाइब्रेरी के डायरेक्टर रहते हुए भी लाइब्रेरी के किताबी खजाने को बढ़ाने के लिए काम किया।

सात साल बाद बापू की प्रतिमा को समाधि परिसर में स्थान
बापू की प्रतिमा को फिर से गांधी समाधि परिसर में स्थापित किया जाएगा। गांधी समाधि पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने 21 साल पहले गांधी मूर्ति लगवाई थी। सपा शासन काल में जब गांधी समाधि का सौंदर्यीकरण हुआ तो इसे हटाकर दूसरे स्थान पर लगा दिया गया। अब फिर से पहले स्थान पर लगाया जा रहा है। जिलाधिकारी ने बताया कि रामपुर के 13 लोग शहीद हुए हैं, इन सभी की याद में गांधी समाधि पर शहीद स्मारक भी बनाया जा रहा है। सोमवार को इन गेटों के साथ ही अब्दुल कलाम आजाद पार्क के लोकार्पण किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी सोमवार को पनवड़िया में 60 लाख की तैयार से किया गया अटल पार्क और यहीं पर तैयार की गई पुलिस चौकी का भी उद्घाटन करेंगे। इसके लिए भी प्रशासन की ओर से तैयारियां की गई हैं।
 

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