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मायावती पर विवादित टिप्पणी के बाद बीजेपी विधायक साधना सिंह ने जताया खेद

भारतीय जनता पार्टी की विधायक साधना सिंह ने कथित तौर पर बसपा प्रमुख मायावती पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। जिसके बाद राष्ट्रीय महिला आयोग ने बसपा प्रमुख पर की गई टिप्पणी पर स्वत: संज्ञान लिया है। आयोग इस...

मायावती पर विवादित टिप्पणी के बाद बीजेपी विधायक साधना सिंह ने जताया खेद
एजेंसियां,चंदौली (उत्तर प्रदेश) नई दिल्ली। Mon, 21 Jan 2019 05:45 AM
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भारतीय जनता पार्टी की विधायक साधना सिंह ने कथित तौर पर बसपा प्रमुख मायावती पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। जिसके बाद राष्ट्रीय महिला आयोग ने बसपा प्रमुख पर की गई टिप्पणी पर स्वत: संज्ञान लिया है। आयोग इस संबंध में साधना सिंह को नोटिस जारी कर उनसे स्पष्टीकरण मांगेगा। मुगलसराय क्षेत्र से भाजपा विधायक साधना सिंह ने चंदौली जिले के करणपुरा गांव में शनिवार को आयोजित किसान कुंभ कार्यक्रम में मायावती का जिक्र करते काफी अशोभनीय टिप्पणी की थी।

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने बताया कि ऐसी अभद्र टिप्पणी किसी नेता को शोभा नहीं देती और निंदनीय है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने स्वत: संज्ञान लिया है और साधना सिंह को सोमवार को नोटिस भेजा जाएगा।

सपा और बसपा ने निंदा की
बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने भी कहा कि भाजपा विधायक ने बसपा मुखिया मायावती के लिए जिस तरह के शब्द इस्तेमाल किए हैं वह भाजपा के स्तर को दिखाते हैं। सपा-बसपा के गठबंधन की घोषणा के बाद से ही भाजपा नेताओं का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। उन्हें आगरा और बरेली के अस्पतालों में भर्ती कराने की जरूरत है।

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समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की महिला विधायक ने जिस तरह के आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग बसपा प्रमुख मायावती के लिए किया है वह घोर निंदनीय है। यह भाजपा के नैतिक दिवालियापन और हताशा का प्रतीक है। साथ ही यह देश की महिलाओं का भी अपमान है।

साधना सिंह ने माफी मांगी
बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती पर अमर्यादित टिप्पणी करने के बाद भाजपा की महिला विधायक साधना सिंह ने माफी मांग ली है। साधना सिंह की ओर से जारी किए गए माफीनामे में लिखा कि मेरा मकसद किसी को अपमान करने का नहीं था। मैं बस 2 जून, 1995 को गेस्ट हाउस कांड के दौरान मायावती की भाजपा नेताओं द्वारा की गई मदद को याद दिलाना चाहती थी। साधना सिंह ने कहा कि मेरी मंशा एक दम किसी को अपमानित नहीं करने की थी। अगर किसी को मेरी बातों से कष्ट पहुंचा है तो मैं खेद प्रकट करती हूं।

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