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महिला बॉस के साथ रहने जा रही थी पत्नी, नजदीकियां नहीं हुई बर्दाश्त तो जानिए टाइपराइटर बाबा के बेटे ने क्या किया

लखनऊ में टाइपराइटर बाबा के नाम से मशहूर कृष्ण कुमार के परचून व्यापारी बेटे निखिल ने फांसी लगा कर खुदकुशी कर ली। सुबह उसका शव फंदे से लटकता मिला। पुलिस ने निखिल के कमरे से सुसाइड नोट...

महिला बॉस के साथ रहने जा रही थी पत्नी, नजदीकियां नहीं हुई बर्दाश्त तो जानिए टाइपराइटर बाबा के बेटे ने क्या किया
वरिष्ठ संवाददाता ,लखनऊWed, 20 Oct 2021 11:50 AM

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लखनऊ में टाइपराइटर बाबा के नाम से मशहूर कृष्ण कुमार के परचून व्यापारी बेटे निखिल ने फांसी लगा कर खुदकुशी कर ली। सुबह उसका शव फंदे से लटकता मिला। पुलिस ने निखिल के कमरे से सुसाइड नोट बरामद किए हैं। पुलिस कमिश्नर, एसीपी और इंस्पेक्टर को संबोधित सुसाइड नोट में निखिल ने पत्नी अंजू और उसकी महिला बॉस पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का पत्नी और उसकी बॉस के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

गोमतीनगर निवासी कृष्ण कुमार ने बेटे निखिल की शादी मार्टिनपुरवा निवासी अंजू गुप्ता से वर्ष 2012 में की थी। निखिल घर में ही परचून की दुकान चलाता था। उसकी पत्नी अंजू एक एनजीओ में नौकरी करती थी। कृष्ण कुमार के मुताबिक बहू के एनजीओ से जुड़ने के बाद से वह घर में आए दिन झगड़ा करने लगी थी। कृष्ण कुमार के मुताबिक शनिवार को अंजू घर छोड़ कर महिला बॉस के साथ रहने जा रही थी। इस पर पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ था। रात में पुलिस ने आकर हस्तक्षेप किया था। रविवार की सुबह अंजू फिर से एनजीओ संचालिका के साथ रहने की जिद करने लगी। ऐसे में अंजू की मां नीलम को बुलाया गया था। नतीजा नहीं निकलने पर वह बेटी और नातिन को लेकर चली गईं थीं। इसके बाद से निखिल काफी परेशान था।

दरोगा की दबंगई की फोटो वॉयरल हाेते ही कृष्ण कुमार बने थे टाइपराइटर बाबा 

गोमतीनगर निवासी कृष्ण जीपीओ के पास फुटपाथ पर टाइपिंग करते थे। 19 सितंबर 2015 में हजरतगंज कोतवाली में तैनात दरोगा प्रदीप कुमार ने कृष्ण कुमार के टाइपराइटर पर लात मार कर उसे तोड़ दिया था। दरोगा की दबंगई की फोटो वॉयरल हुई थी। इसके बाद तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव ने घटना का संज्ञान लिया था। कृष्ण कुमार को एक लाख की आर्थिक मदद दी गई थी। साथ ही एसएसपी राजेश पाण्डेय और डीएम राजशेखर ने कृष्ण कुमार को नया टाइपराइटर दिया था। इसके बाद से कृष्ण कुमार को टाइपराइटर बाबा के नाम से बुलाया जाने लगा था।

फोन आने के बाद कमरे में चला गया

कृष्ण कुमार के अनुसार पत्नी और बेटी के जाने के बाद से निखिल परेशान था। रात एक बजे तक मां से बात कर रहा था। फिर निखिल के मोबाइल पर एक कॉल आई थी। जिसे अटेंड करने के बाद वह कमरे में सोने की बात कह कर चला गया था। सुबह काफी देर तक निखिल के नहीं उठने पर कृष्ण कुमार बेटे को जगाने के लिए कमरे में पहुंचे थे। जहां उन्हें निखिल का शव रस्सी के सहारे लटकता मिला। इंस्पेक्टर गोमतीनगर के मुताबिक सुसाइड नोट मिले हैं। जिसमें पत्नी अंजू और संचालिका की प्रताड़ना से तंग आकर खुदकुशी करने का जिक्र किया है। पुलिस के मुताबिक सुसाइड नोट और निखिल का मोबाइल फोन की जांच कराई जाएगी।

 

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