मुसीबत : पति से बेटी की स्कूल फीस मांगी तो मिला तीन तलाक
रुपईडीहा थाना क्षेत्र के एक गांव में पति ने महज इसलिए अपनी पत्नी को तलाक दे दिया क्योंकि उसने पति से बेटी की स्कूल फीस के लिए पैसे मांगे थे। पति की ओर से तलाक दिए जाने के बाद महिला बेटी को लेकर दर-दर...
रुपईडीहा थाना क्षेत्र के एक गांव में पति ने महज इसलिए अपनी पत्नी को तलाक दे दिया क्योंकि उसने पति से बेटी की स्कूल फीस के लिए पैसे मांगे थे। पति की ओर से तलाक दिए जाने के बाद महिला बेटी को लेकर दर-दर भटक रही है। पुलिस ने शिकायत के बाद सोमवार देर शाम पति के खिलाफ घरेलू हिंसा का मामला दर्ज किया है।
रुपईडीहा कस्बे के रहने वाले यूनूस की बेटी शगूफा का निकाह 17 वर्ष पूर्व नौशाद से हुआ था। पति बेरोजगार था इसलिए उसने सिलाई-कढ़ाई करके पति के लिए आटो रिक्शा का बंदोबस्त किया। नौशाद आटो रिक्शा के जरिये परिवार की आर्थिक मदद करने के बजाए उसे जुए में हार गया। इससे परिवार के सामने बड़ा आर्थिक संकट खड़ा हो गया। बावजूद इसके शगूफा ने हार नहीं मानी और कस्बे के एक स्कूल में पढ़ने वाली छह साल की बेटी आलाइवा को संघर्ष कर पढ़ाती रही लेकिन पिछले दिनों स्कूल की फीस न जमा होने पर बच्ची को स्कूल से भगा दिया गया।
गत तीन अगस्त को नौशाद के घर आने पर शगूफा ने उससे बच्ची की स्कूल फीस के लिए कहा। फीस की बात सुनते ही वह आग बबूला हो गया और शगूफा से मारपीट की। यही नहीं इसके बाद उसने शगूफा को तीन बार तलाक कहकर संबंध विच्छेद कर लिया और शगूफा को बेटी के साथ घर से बाहर निकाल दिया। इधर-उधर भटकने के बाद शगूफा सोमवार को रुपईडीहा थाने पहुंची और पति के खिलाफ तहरीर दी। तहरीर पर पुलिस ने पति के खिलाफ देर शाम घरेलू हिंसा का मुकदमा दर्ज किया है। मजबूरी में शगूफा अपने एक रिश्तेदार के घर शरण लिए हुए है। शगूफा ने कहा कि पति के इस व्यवहार से वह दुखी जरूर है, लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी वह इस मामले को लेकर समाज में संघर्ष करेगी कानून का भी सहारा लेगी।
क्या कहते हैं थाना प्रभारी :
इस संबंध में रुपईडीहा थाना प्रभारी का कहना है कि महिला की तहरीर पर पति के विरुद्ध घरेलू हिंसा का मुकदमा दर्ज किया गया है। विवेचना में जो भी सच्चाई होगी उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी ।