अयोध्या की घटना को क्यों किया जा रहा इतना हाईलाइट, रेप केस में सांसद अफजाल अंसारी ने किया सवाल
अयोध्या गैंगरेप केस में गाजीपुर से सांसद अफजाल ने एक बयान जारी किया है। अफजाल के इस बयान के बाद राजनीति का माहौल गरमाया है। अफजाल अंसारी ने अयोध्या रेप केस को हाईलाइट किए जाने पर सवाल किया है।
अयोध्या गैंगरेप केस में सियासत बढ़ती जा रही है। भाजपा और सपा नेता आमने-सामने आ गए हैं। रेप कांड में दोषी सपा नेता को लेकर भाजपा समाजवादी पार्टी को घेर रही है तो वहीं सपा प्रमुख और उनके सांसद अपने नेता का बचाव करने में जुटे हैं। अखिलेश यादव और अयोध्या सांसद अवधेश सिंह रेप केस के आरोपियों के डीएनए टेस्ट की मांग कर चुके हैं। अब गाजीपुर से सपा सांसद अफजाल अंसारी ने भी एक बयान जारी किया है। अफजाल के इस बयान के बाद राजनीति का माहौल गरमा गया है। अफजाल अंसारी ने अयोध्या रेप केस को हाईलाइट किए जाने पर सवाल खड़ा कर दिया। उन्होंने पूछा, गाजीपुर में भी ढाई साल की बच्ची से रेप हो चुका है उसका जिक्र क्यों नहीं हुआ?
समाजवादी पार्टी सांसद अफजल अंसारी ने कहा, अखिलेश यादव इस विषय पर अपना वक्तव्य दे चुके हैं... लोकसभा चुनाव के बाद से उत्तर प्रदेश में जघन्य अपराधों की वृद्धि हुई है। अब सवाल यह है कि अयोध्या की घटना को इतना हाईलाइट क्यों किया जा रहा? अयोध्या में उप चुनाव होने वाले हैं... अयोध्या के सांसद अवधेश के साथ उसके (मोईद अंसारी) संबंध को जोड़ देना... उसने आपके या मेरे साथ फोटो खिंचवा ली हो लेकिन अगर वह ऐसा कोई अपराध करेगा तो उस पर कार्रवाई होगी। अगर कोई अपराध करता है तो वह उसका व्यक्तिगत अपराध है और इससे किसी पार्टी या नेता को जोड़कर इसका राजनीतिक फायदा उठाना यह ठीक नहीं।
अफजाल अंसारी ने कहा, अयोध्या की घटना की जितनी निंदा की जाए कम है। अफजाल अंसारी ने भाजपा पर हमला बोलते हुए गाजीपुर में ढाई की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना की याद दिलाई। अफजाल बोले गाजीपुर में बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म का जिक्र क्यों नहीं किया गया। एक और दुष्कर्म की घटना हुई है उसका भी जिक्र नहीं हुआ है। पहली घटना अशोक सिंह बिल्लू जो हिस्ट्रीशीटर और दूसरी घटना में आरोपी जो पेशे से TT अरुण कुमार सिंह के मामले को क्यों छुपाया जा रहा है, वह इसलिए क्योंकि ये भाजपा के लोग हैं?
अयोध्या रेप केस पर कोर्ट ले संज्ञान: अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को अदालत से अनुरोध किया कि वह अयोध्या में नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार मामले की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए इसका स्वतः संज्ञान ले तथा अपनी निगरानी में दुष्कर्म पीड़िता की सुरक्षा सुनिश्चित कराए। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि 'कांग्रेस के मोहरा' अखिलेश यादव इस मामले में न्यायालय की बात कर गुमराह न करें। उन्होंने 'एक्स' पर लिखा, “बलात्कार पीड़िता के लिए सरकार अच्छे-से-अच्छा चिकित्सीय प्रबंध कराए। बालिका के जीवन की रक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है। इससे पहले, सपा प्रमुख ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा था, माननीय न्यायालय से विनम्र आग्रह है कि वह स्वत: संज्ञान लेकर स्थिति की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए अपने पर्यवेक्षण में पीड़िता की हर संभव सुरक्षा सुनिश्चित करवाए।
उन्होंने अपने पोस्ट में किसी का नाम लिए बगैर कहा, बदनीयत लोगों का इस तरह की घटनाओं का राजनीतिकरण करने का मंसूबा कभी कामयाब नहीं होना चाहिए। अखिलेश ने अयोध्या में नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी सपा कार्यकर्ता मोईद खान और उसके नौकर राजू खान का डीएनए परीक्षण कराने की शनिवार को मांग की थी, जिसे लेकर विवाद खड़ा हो गया था। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने अखिलेश के इस बयान पर सवाल किया था कि सपा शासन में ऐसे मामलों में कितने आरोपियों का डीएनए परीक्षण किया गया था।
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