लड़कियों को किसने दिया जहर ? तीन साल में नौ बार सुर्खियों में रहा उन्नाव
राजनीतिक हमलों के सबसे मारक शस्त्र 'अपराध' ही होते हैं। उन्नाव ने तीन साल में नौ बार ऐसे शस्त्र दिए हैं। तीन साल में उन्नाव की नौ घटनाएं सुर्खियां बनीं। माखी कांड तो दिल्ली से लखनऊ तक राजनीति...
राजनीतिक हमलों के सबसे मारक शस्त्र 'अपराध' ही होते हैं। उन्नाव ने तीन साल में नौ बार ऐसे शस्त्र दिए हैं। तीन साल में उन्नाव की नौ घटनाएं सुर्खियां बनीं। माखी कांड तो दिल्ली से लखनऊ तक राजनीति में उबाल लाने वाला कांड था। जिसमें तत्कालीन विधायक कुलदीप सेंगर जेल में हैं। इसके अलावा बिहार थानाक्षेत्र में दुष्कर्म पीडि़ता को जिंदा जलाने, नौ साल की मासूम की दुष्कर्म के बाद हत्या, आसीवन, बारासगवर और हसनगंज थानाक्षेत्र में युवती की हत्या कर शव जलाने की घटनाएं शामिल हैं।
दुष्कर्म के बाद हत्या, चार माह बाद गिरफ्तारी
बिहार थानाक्षेत्र में 11 मार्च 2020 को फाग सुनने गई नौ साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। आरोपी को गिरफ्तार करने में पुलिस को चार माह लगे। केस न्यायालय में विचाराधीन है।
फास्ट ट्रैक में जिंदा जलाने का मामला
बिहार थानाक्षेत्र में 5 दिसंबर 2019 को दुष्कर्म पीडि़ता को जिंदा जला दिया गया था। यह भी पूरे देश में चर्चित कांड था। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। फास्ट ट्रैक कोर्ट में घटना के एक साल बाद सुनवाई शुरू हो पाई है। इस मुकदमे में 25 फरवरी को अगली सुनवाई होगी।
बेटी के हत्यारों को अब तक सजा नहीं
हसनगंज थानाक्षेत्र में 28 मार्च 2018 को पिता ने बेटे व पत्नी के साथ मिलकर बेटी की हत्या कर दी थी। घटना को छिपाने के लिए उन्होंने शव को फूंक भी दिया था। पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए आरोपियों को जेल भेज दिया। अभी केस कोर्ट में है।
गर्भवती को फूंका, पहचान अब तक नहीं
दो अप्रैल 2018 को आसीवन थानाक्षेत्र के एक गांव में गर्भवती महिला की गला घोटकर हत्या करने के बाद शव को पेट्रोल डालकर जला दिया गया था। महिला की अब तक पहचान नहीं हो सकी है।
प्रेमी ने युवती को जिंदा जलाया
22 फरवरी 2018 को बारासगवर थानाक्षेत्र में युवती को जिंदा जला दिया गया था। घटना की तफ्तीश में प्रेमी युवती का हत्यारा निकला था। पुलिस ने साक्ष्यों के आधार पर आरोपी प्रेमी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मुकदमा न्यायालय में विचाराधीन है।