यूपी के डिफेंस कॉरिडोर में बनेंगे नौसेना की जरूरतों के हथियार, डिजाइनिंग और तकनीक में ली जाएगी IIT की मदद
भारतीय नौसेना अपनी रक्षा जरूरतों के मुताबिक आधुनिक उपकरण और हथियार यूपी के रक्षा औद्योगिक गलियारे में बनवाएगी। यह काम देश-विदेश की रक्षा उत्पादन कंपनियां करेंगी। उत्तर प्रदेश औद्योगिक एक्सप्रेस वे...
भारतीय नौसेना अपनी रक्षा जरूरतों के मुताबिक आधुनिक उपकरण और हथियार यूपी के रक्षा औद्योगिक गलियारे में बनवाएगी। यह काम देश-विदेश की रक्षा उत्पादन कंपनियां करेंगी। उत्तर प्रदेश औद्योगिक एक्सप्रेस वे प्राधिकरण यानी यूपीडा और नौसेना के बीच इस बाबत संभवत: 13 अगस्त को एमओयू पर दस्तखत होंगे। सूत्रों के मुताबिक, नौसेना एक नेवल टेक्नालॉजी एक्सीलरेशन काउंसिल बनाएगी। यह काउंसिल यूपीडा से समन्वय कर रक्षा उत्पादों से संबंधित जरूरतों से अवगत कराएगी।
यूपीडा अपने नॉलेज पार्टनर कानपुर आईआईटी, बीएचयू व सीएफसी के जरिए रक्षा उत्पादों के लिए डिजाइनिंग व तकनीक विकसित कराएगी। इसी के बाद रक्षा निवेश कंपनियां नौसेना की जरूरतों के मुताबिक उक्त डिजाइन व तकनीक पर उपकरण व अन्य साजोसामान निर्मित करेंगी। कई रक्षा कंपनियों ने यहां निवेश में रुचि दिखाई है।
दरअसल, इस साल लखनऊ में हुए डिफेंस एक्सपो में भारतीय नौसेना ने अपनी भागीदारी निभाई थी। गोमती नदी की सीमित क्षमता के मद्देनजर नौसेना के मरीन कमांडो ने हेलीकॉप्टर से नदी में उतर कर हमला, खोज एवं राहत बचाव अभियान का प्रदर्शन किया था। नौसेना के साथ ऑनलाइन समझौता होगा नौसेना और यूपीडा के बीच ऑनलाइन एमओयू हस्ताक्षरित होगा। दिल्ली में एक कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, नौसेना प्रमुख और अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारी मौजूद रहेंगे।
लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, यूपीडा के सीईओ अवनीश अवस्थी और अन्य अधिकारी होंगे। इसके बाद नौसेना का यहां आने वाली रक्षा कंपनियों के साथ सहयोग बढ़ेगा। नौसेना और रक्षा कंपनियों के बीच यूपीडा समन्वय कराएगा। अवनीश अवस्थी ने कहा कि नौसेना की जरूरतों के हिसाब से कंपनियां उनके दिए ऑर्डर पर उत्पाद बनाएंगी। इससे डिफेंस कॉरीडोर में निवेशकों की भागीदारी बढ़ेगी। यूपीडा इसमें पूरी तरह सहयोग करेगा।