यूपी पुलिस की क्रूरता का प्रतीक बन चुके विवेक हत्याकाण्ड का सच जानने के लिए मंगलवार को पुलिस ने घटनास्थल पर क्राइम सीन का री-क्रिएशन किया। आईजी रेंज सुजीत पाण्डेय के नेतृत्व में स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम और फोरेंसिक विशेषज्ञों ने पड़ताल की।
इस दौरान वारदात की चश्मदीद सना और विवेक की पत्नी कल्पना तिवारी अपने परिजनों के साथ मौके पर मौजूद रहीं। सना ने एसआईटी को बताया कि उनकी गाड़ी धीमी गति से चल रही थी। सामने से आए पुलिस कर्मियों ने गाड़ी के आगे बाइक लगा दी थी। सना ने साफ कहा कि सड़क पर खड़े सिपाही प्रशांत चौधरी ने विवेक को सामने से गोली मारी थी। उनके बीच की दूरी करीब 12 फुट थी।
गोमतीनगर विस्तार में सरयू अपार्टमेंट के पास जिस जगह सिपाहियों ने विवेक को गोली मारी थी, पुलिस ने उसके 100 मीटर के इलाके को यलो टेप से सील कर दिया था। दोपहर 2:51 बजे आईजी सुजीत पाण्डेय मौके पर पहुंचे। उनके आने से पहले फोरेंसिक और बैलेस्टिक टीम मौके पर पहुंच चुकी थी। फोरेंसिक टीम ने सबसे पहले मुख्य सड़क के डिवाइडर और फुटपाथ की ऊंचाई नापी। इसके बाद फुटपाथ और डिवाइडर से उस जगह की दूरी नापी जहां विवेक की गाड़ी खड़ी थी।
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घटना के नाट्य रूपांतरण के लिए वैसी ही अपाचे बाइक मंगाई गई, जैसी हत्यारोपी सिपाही प्रशांत चौधरी और संदीप कुमार के पास थी। इसके अलावा विवेक की गाड़ी के मॉडल की एक्सयूवी गाड़ी मंगाई गई।
लखनऊ आईजी सुजीत पाण्डेय ने बताया कि री-क्रिएशन के दौरान फोरेंसिक विशेषज्ञों ने घटनाक्रम का बारीकी से अध्ययन किया है। नाट्य रूपांतरण में मिले तथ्यों का विश्लेषण कर रिपोर्ट बनेगी।
करीब 12 फुट की दूरी से मारी गोली
सना के बयान के आधार पर सिपाही बलबीर यादव को पिस्टल थमाकर गाड़ी के सामने खड़ा किया गया। फोरेंसिक विशेषज्ञों ने गोली चलाने वाले सिपाही की पिस्टल से गाड़ी की ड्राइविंग सीट पर बैठे शख्स तक की दूरी नापी। अधिकारियों के मुताबिक यह दूरी 12 से 13 फुट के करीब आ रही है। इस बीच सना ने बताया कि आरोपी सिपाही प्रशांत ने दोनों हाथों से पिस्टल पकड़ रखी थी। इस पर आईजी ने सिपाही को दोनों हाथ से पिस्टल पकड़ने और गाड़ी की तरफ निशाना साधने के लिए कहा। फोरेंसिक टीम ने जमीन से पिस्टल की ऊंचाई नापी।
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