विश्वनाथ धाम में सावन की जोरदार तैयारियां, घाट पर लगेगा मेला, गंगा से सीधे मंदिर आएंगे भक्त
वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद पहले सावन को लेकर जोरदार तैयारियां की जा रही हैं। माना जा रहा है कि कॉरिडोर बनने से भक्तों के आगमन के पिछले सारे रिकॉर्ड इस बार टूट जाएंगे।

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वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद पहले सावन को लेकर जोरदार तैयारियां की जा रही हैं। माना जा रहा है कि कॉरिडोर बनने से पिछले सारे रिकॉर्ड इस बार टूट जाएंगे। भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए कई विकल्प भी तलाशे जा रहे हैं। पहली बार सावन में भक्त गंगा मार्ग से मंदिर में दर्शन पूजन के लिए पहुंचेंगे। गंगा घाट पर इस दौरान मेले जैसा नजारा रहेगा। गंगा घाट की तरफ से आने वालें भक्तों को पहले ही मंदिर चौक तक मोबाइल आदि लाने की छूट दी जा चुकी है। इससे उन्हें कॉरिडोर का दीदार करने के साथ ही यादगार फोटोग्राफी करने में सुविधा होगी।
अभी तक गंगा जल लेने के बाद दशाश्वमेध से चितरंजन पार्क और विश्वनाथ गली होते हुए मंदिर तक आना होता था। भीड़ ज्यादा होने पर करीब डेढ़ किलोमीटर का सफर तय कर बांसफाटक से मंदिर में जाना होता था। इस दौरान सड़क पर ही कई घंटे तक कतार में खड़ा होना भी मजबूरी थी। इस बार ऐसा नहीं करना होगा।
गंगा तट से जल लेकर भक्त सीधे बाबा का जलाभिषेक करने जा सकेंगे। इसके साथ ही ज्यादा भीड़ होने पर नियंत्रण के विशेष इंतजाम किये जा रहे हैं। मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल के अनुसार इस बार संभावना है कि सावन के सोमवार में छह लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचेंगे। ऐसे में आसपास के सभी जिलों के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर तैयारी करने के निर्देश दिए जा रहे हैं।
वहीं ट्रैफिक व्यवस्था के लिए भी अलग इंतजाम है और वाहनों के लिए रास्ते तय किए जा रहे हैं। कावड़ियों के लिए सुरक्षा, स्वास्थ्य सुविधा, पेयजल तथा अन्य व्यवस्थाओं को तैयार किया जा रहा है। कांवड़ यात्रा के मार्ग पर सुविधा केंद्र, सहायता केंद्र बनाए जाएंगे। महिला श्रद्धालुओं के लिए रूट पर महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती होगी। कांवड़ियों के लिए रुकने और जलाभिषेक करने के पूरे इंतजाम किए जा रहे हैं। सभी को मेडिकल सेवा और सुरक्षा दी जाएगी। पुलिस हाल ही में हुई कुछ हिंसा की घटना के मद्देनजर मुस्तेदी से अलर्ट पर रहेगी।
धाम की निर्माण यात्रा जल्द होगी पूरी
काशी विश्वनाथ धाम की निर्माण यात्रा अब पूरी होने वाली है। लोकार्पण के बाद दूसरे फेज का काम भी सावन से पहले पूर्ण करने की बात कही जा रही है। धाम के अंदर बने 23 विभिन्न भवनों में 16 को श्रीकाशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद को सौंप दिया गया है। शेष 7 भवनों के सौंपने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
विश्वनाथ धाम के 13 दिसम्बर 2021 को लोकार्पण के बाद दूसरे चरण का कार्य जारी था। घाट किनारे सीढ़ियों के साथ रैम्प बिल्डिंग और सीवेज पम्पिंग स्टेशन बन रहा था। ये काम पूरे हो चुके हैं। अब अंतिम चरण में भवनों को हैंडओवर करने की प्रक्रिया शुरू हुई है। कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग ने अब तक 16 भवनों को सौंप दिया है। भवन के हैंडओवर होने से पहले पीडब्ल्यूडी, बिजली, फायर सहित विभिन्न विभाग सत्यापन के बाद एनओसी जारी करते हैं। पीडब्ल्यूडी के काशी विश्वनाथ निर्माण खंड के अधिशासी अभियंता संजय गोरे ने बताया कि सावन आने तक सभी भवन परिषद को सौंपकर काम पूर्ण कर लिया जाएगा। आगे परिषद सभी भवनों की देखभाल करेगी।
इन भवनों का हैंडओवर हुआ
यात्री सुविधा केंद्र-1
यात्री सुविधा केंद्र-2
यात्री सुविधा केंद्र-3
भोगशाला
मुमुक्षु भवन
मल्टीपरपज हॉल
जलपान केंद्र
सिटी म्यूजियम
वाराणसी गैलरी
शॉप-1
शॉप-2
शॉप-3
वैदिक केंद्र
आध्यात्मिक पुस्तक केंद्र
टॉयलेट ब्लॉक
गेस्ट हाउस
इनका होना है हैंडओवर
सुरक्षा बिल्डिंग
रैम्प बिल्डिंग
कैफे बिल्डिंग
मंदिर चौक
इम्पोरियम
वीआईपी लाउंज
