बलरामपुर मतदान केन्द्र पर हिंसा : पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता समेत 11 लोगों को जेल
बलरामपुर में पंचायत चुनाव के दौरान सोमवार देर शाम दो पक्षों के बीच जमकर विवाद हुआ। विवाद के बाद हुई हिंसा व आगजनी के मामले में पूर्व सांसद रिजवान जहीर व यूथ कांग्रेस मध्यजोन के प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर...

बलरामपुर में पंचायत चुनाव के दौरान सोमवार देर शाम दो पक्षों के बीच जमकर विवाद हुआ। विवाद के बाद हुई हिंसा व आगजनी के मामले में पूर्व सांसद रिजवान जहीर व यूथ कांग्रेस मध्यजोन के प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर सिंह समेत 11 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सभी के विरुद्ध हत्या के प्रयास सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेज दिया गया है। साथ ही 20 अज्ञात लोगों के विरुद्ध चौकी प्रभारी नंदमहरा की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत किया गया है। मामला तुलसीपुर क्षेत्र के नवानगर जिला पंचायत वार्ड के पोलिंग बूथ बेलीखुर्द का है।
नवानगर जिला पंचायत वार्ड से पूर्व सांसद रिजवान जहीर की पत्नी व बलरामपुर जिला पंचायत की दो बार अध्यक्ष रह चुकी हुमा रिजवान एवं यूथ कांग्रेस मध्यजोन के प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर सिंह की पत्नी अरुणिमा सिंह आमने-सामने चुनाव लड़ रही थी। यहां से कांग्रेस नेता दीपांकर सिंह जिला पंचायत सदस्य हैं। यह क्षेत्र पूर्व सांसद रिजवान जहीर का गढ़ माना जाता है। सोमवार को जिले में शांतिपूर्ण ढंग से मतदान संपन्न हो गया था। देर शाम तुलसीपुर के नवानगर वार्ड के बेलीखुर्द पोलिंग बूथ पर पूर्व सांसद के दामाद रमीज अहमद अपने समर्थकों के साथ मौजूद थे। कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार के पति दीपांकर सिंह का आरोप है कि पूर्व सांसद के लोग पोलिंग बूथ पर फर्जी वोट डलवा रहे थे।
सूचना पाकर यह भी वहां पर पहुंचे। जहां पर दोनों पक्षों का आमना-सामना होने पर विवाद शुरू हो गया। देखते ही देखते मारपीट होने लगी। दोनों पक्षों के आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। इसमें पूर्व सांसद के दामाद रमीज की भी लोगों ने पिटाई कर दी, जिसमें उन्हें चोटें आई है। घटना स्थल पर पूर्व सांसद रिजवान जहीर के समर्थकों की भीड़ जुटने लगी। भीड़ ने एक-दूसरे पर जानलेवा हमले का भी प्रयास किया। कांग्रेस नेता दीपांकर सिंह अपने भाई के साथ जान बचाकर वाहन छोड़कर घटना स्थल से भाग खड़े हुए। बताया जाता है कि घटना की सूचना पाकर अन्य समर्थकों के साथ मौके पर पूर्व बाहुबली सांसद रिजवान जहीर भी पहुंच गए। पूर्व सांसद रिजवान जहीर ने कांग्रेस नेता दीपांकर सिंह के गाड़ियों में आग लगवा दी, जिससे उनकी दो लग्जरी गाड़ियां जलकर राख हो गई। कई गाड़ियों को भीड़ ने क्षतिग्रस्त भी कर दिया।
यहीं नहीं उपद्रवियों ने पुलिस कर्मियों को भी नहीं बख्सा। बताया जाता है कि कई पुलिस कर्मियों की मोबाइल तोड़ने के साथ ही उनसे अभद्रता भी की गई। भीड़ देखकर पुलिस कर्मी भी सहम गए। घटना की सूचना पाकर डीएम श्रुति व एसपी हेमंत कुटियाल घटना स्थल पर पहुंच गए। घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस व पीएससी के जवानों को तैनात किया गया। एसपी हेमंत कुटियाल ने बताया कि पुलिस की तहरीर पर दोनों पक्षों के 11 लोगों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया है। इसमें पूर्व सांसद रिजवान जहीर, उनके भतीजे मोहम्मद आदिल, दामाद रमीज अहमद, आशिफ खान, साजिद, शोएब अहमद, फिरोज व दूसरे पक्ष के दीपांकर सिंह, शुभांकर सिंह, शिवम सिंह व शुभम सिंह के विरुद्ध हत्या के प्रयास सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेजा गया है।
रात में ही पूर्व सांसद व कांग्रेस नेता को कर लिया था गिरफ्तार
घटना के बाद पुलिस पूरी तरह से चौकन्नी हो गई। एसपी हेमंत कुटियाल ने रात में ही पूर्व सांसद रिजवान जहीर व कांग्रेस नेता दीपाकंर सिंह की गिरफ्तारी के लिए टीमें बना दी थी। पुलिस टीम ने सोमवार रात से ही दबिश डालना शुरू कर दिया था। इस दौरान पूर्व सांसद रिजवान जहीर को उनके तुलसीपुर स्थित आवास व कांग्रेस नेता को एक गांव से गिरफ्तार कर लिया गया। पूर्व सांसद व कांग्रेस नेता सहित उनके 11 समर्थकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर बलरामपुर कोतवाली देहात ले आई। इस बात की भनक पुलिस ने दोनों नेताओं के समर्थकों को नहीं लगने दी। पुलिस ने मीडिया कर्मियों को भी रात में कोई जानकारी नहीं दी। मंगलवार तीन बजे तक सभी गिरफ्तार लोगों को कोतवाली देहात में रखा गया। साढ़े तीन बजे के करीब सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल के लिए रवाना कर दिया गया। इस दौरान कोतवाली देहात पर समर्थकों की भीड़ नहीं लगने दी गई। पुलिस ने गिरफ्तार लोगों का मेडिकल कराया। सभी की कोविड जांच कराने के बाद उन्हें जेल भेजा गया।
पिता की गिरफ्तारी के बाद कोतवाली में डटी रही बसपा नेत्री
पूर्व सांसद रिजवान जहीर की गिरफ्तारी के बाद से उनकी बेटी व बसपा नेत्री जेबा रिजवान कोतवाली देहात में पूरे समय तक डटी रही। वह अधिवक्ताओं से विधिक राय भी लेती रही। इस घटना में तुलसीपुर विधानसभा की पूर्व प्रत्याशी व बसपा नेत्री जेबा रिजवान के पिता पूर्व सांसद रिजवान जहीर, उनके पति रमीज अहमद सहित उनके कई अन्य करीबियों की गिरफ्तारी हुई है। जब पूर्व सांसद को न्यायालय में पेश करने के लिए पुलिस लेकर गई तब भी जेबा रिजवान साथ में थी। आखिरकार न्यायालय में पेश करने के बाद सभी आरोपियों को जेल रवाना कर दिया गया है।
एसपी बलरामपुर हेमंत कुटियाल ने बताया चौकी प्रभारी नंदमहरा अजीत कुमार त्रिपाठी की तहरीर पर 11 नामजद व 20 अज्ञात लोगों के विरुद्ध हिंसा करने के आरोप में गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। सभी गिरफ्तार लोगों के विरुद्ध गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेज दिया गया है, जो भी दोषी होंगे उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
