ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेशसौर ऊर्जा से रोशन होगा गांव, MMMUT लगाएगा माइक्रोग्रिड

सौर ऊर्जा से रोशन होगा गांव, MMMUT लगाएगा माइक्रोग्रिड

मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की पहल से रामनगर कड़जहां के पास स्थित रामलखना गांव की सूरत बदलने वाली है। पांच हजार की आबादी वाला यह गांव सौर ऊर्जा से रोशन होगा। ग्रामीणों को बिजली का खर्च...

सौर ऊर्जा से रोशन होगा गांव, MMMUT लगाएगा माइक्रोग्रिड
वरिष्‍ठ संवाददाता ,गोरखपुर Thu, 11 Feb 2021 05:47 PM
ऐप पर पढ़ें

मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की पहल से रामनगर कड़जहां के पास स्थित रामलखना गांव की सूरत बदलने वाली है। पांच हजार की आबादी वाला यह गांव सौर ऊर्जा से रोशन होगा। ग्रामीणों को बिजली का खर्च नहीं वहन करना होगा। इतना ही नहीं गांव में सोलर पंप भी संचालित होगा जिससे खेतों की सिंचाई हो सकेगी। एमएमएमयूटी के इंजीनियर ग्रामीणों को ट्रेनिंग देंगे।

गांव में स्थापित होगी माइक्रोग्रिड
एमएमएमयूटी के कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने रामलखना को आदर्श गांव बनाने की पहल की है। उन्होंने इसकी कवायद शुरू कर दी है। इसी के तहत गांव में सौर ऊर्जा का माइक्रोग्रिड स्थापित करने का फैसला किया गया है। इसकी क्षमता 100 किलोवाट होगी। इस माइक्रोग्रिड को गांव में ही स्थापित किया जाएगा। गांव में इसके लिए एक एकड़ जमीन प्रशासन ने एमएमएमयूटी को मुहैया करा दी है। कुलपति ने बताया कि गांव में माइक्रोग्रिड स्थापित करने का पूरा खर्च नाबार्ड उठाएगा। इसके लिए नाबार्ड और एमएमएमयूटी के बीच सैद्धांतिक सहमति बन गई है। अगले कुछ दिनों में दोनों संस्थानों के बीच इस पर एमओयू साइन भी हो जाएगा।

आदर्श गांव में तब्दील होगा रामलखना
एमएमएमयूटी ने पिछले साल पांच गांवों को आदर्श गांव बनाने का फैसला किया है। इस कड़ी में रामलखना को चुना गया है। रामलखना में सोलर पावर की माइक्रोग्रिड स्थापित करने के लिए एक एकड़ जमीन की दरकार थी। प्रशासन ने ग्राम समाज की एक एकड़ जमीन को एमएमएमयूटी को दिया है। यहीं पर माइक्रोग्रिड स्थापित की जाएगी।

ग्रामीणों को ग्रिड संचालन की देंगे ट्रेनिंग
कुलपति ने बताया कि ग्रिड से उत्पन्न बिजली को तारों के जरिए घर-घर तक पहुंचाया जाएगा। इसके लिए गांव में बिजली विभाग के खंभों की मदद ली जाएगी। अगर गांव में बिजली विभाग के खंभे नहीं होंगे तो एमएमएमयूटी प्रशासन खंभे स्थापित कराएगा। हर घर तक सौर ऊर्जा की बिजली पहुंचेगी। गांव में सिंचाई के लिए भी ग्रामीणों को बिजली की खपत नहीं करनी पड़ेगी। इसके लिए भी सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप स्थापित किए जाएंगे।

गांव के युवकों को विशेषज्ञ देंगे ट्रेनिंग
कुलपति ने बताया कि माइक्रोग्रिड की स्थापना भले ही विवि करेगा, उसका संचालन ग्रामीण ही करेंगे। इसके लिए गांव के युवकों की टीम को एमएमएमयूटी के विशेषज्ञ ट्रेनिंग देंगे। उनको माइक्रोग्रिड संचालन के साथ ही बिजली वितरण और हिसाब की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके साथ ही सोलर पंप संचालन की भी ट्रेनिंग दी जाएगी। इस पूरी कवायद के बाद विवि ग्रामीणों को माइक्रोग्रिड हैंडओवर कर देगा। इसकी खास बात यह है कि यह ग्रिड लंबे समय तक गांव को फ्री में बिजली मुहैया कराता रहेगा। करेगा मदद इस मामले में प्रशासन गुरुवार को लेकर बैठक भी करेगा।

रामलखना में लगेगा सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट, कचरे से बनेगी खाद
एमएमएमयूटी प्रशासन पायलट प्रोजेक्ट के तहत जंगल रामलखना में सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट स्थापित करेगा। इस प्लांट में कचरे से खाद बनाई जाएगी। सफल मॉडल को नगर निगम के सामने प्रस्तुत किया जाएगा। इसके बाद वार्ड मांगते हुए अनुबंध होगा। एमएमएमयूटी की योजना के मुताबिक अगर नगर निगम ने अनुबंध किया तो शहर के वार्डों में छोटे-छोटे संयंत्र लगाकर काम शुरू किया जाएगा।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें