विकास दुबे मामला: पुलिस अबतक बरामद नहीं कर पाई सेमी ऑटोमेटिक रायफल
कानपुर के बिकरू में पुलिस पर हमले में इस्तेमाल की गई सेमी ऑटोमेटिक सेल्फ लोडेड रायफल की तलाश अब भी जारी है। एसटीएफ और पुलिस रायफल को लेकर दूसरे राज्यों की सुरक्षा एजेंसियों के संपर्क में हैं।...
कानपुर के बिकरू में पुलिस पर हमले में इस्तेमाल की गई सेमी ऑटोमेटिक सेल्फ लोडेड रायफल की तलाश अब भी जारी है। एसटीएफ और पुलिस रायफल को लेकर दूसरे राज्यों की सुरक्षा एजेंसियों के संपर्क में हैं। माना जा रहा है कि घटना में विकास दुबे ने सेल्फ लोडेड ऑटोमेटिक और स्प्रिंग रायफल से फायरिंग की थी।
दो जुलाई की रात कुख्यात अपराधी विकास दुबे की तलाश में गई पुलिस टीम पर सुनियोजित तरीके से हमले में विकास दुबे के गुर्गों ने ऑटोमेटिक हथियारों का इस्तेमाल किया था। जांच में पता चला कि विकास ने सेमी ऑटोमेटिक सेल्फ लोडेड और स्प्रिंग रायफल का इस्तेमाल किया था। वह छत से ताबड़तोड़ फायरिंग कर रहा था। फॉरेंसिक टीम की जांच में भी ऐसे सुराग मिले तो एसटीएफ ने पड़ताल शुरू की। जांच में यह भी सामने आया कि विकास ने यह रायफल पंजाब के किसी प्रतिबंधित गिरोह के जरिए हासिल की थी। उसने रायफल को मॉडीफाई भी कराया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक इससे एक बार में 48 फायर किए जा सकते हैं। इसी तरह स्प्रिंग रायफल से भी 30 या 32 गोलियां निकलती हैं।
दोनों हथियारों की तलाश अभी जारी है। एसटीएफ ने पंजाब पुलिस से भी संपर्क साधा है। कुछ क्लू मिले हैं लेकिन रायफल के बारे में अभी तक कुछ साफ नहीं हो पाया है। एसटीएफ को आशंका थी कि घटना के बाद फरार हुए विकास ने रायफल तालाब में फेंक दिया था। इसको देखते हुए तालाब में तलाश कराई। पानी निकलवाया लेकिन टीम लौट गई। रायफल को घटना में बड़ा साक्ष्य माना जा रहा है।