तुम्हारे खेत से चारा काट लूं। काट लो.. तुम्हारे ससुर का ही खेत है। ऐसी बात क्यों कर रहे है ? मेरे ससुर का खेत कैसे हुआ? मुझसे शादी के बाद मेरे पिता तुम्हारे ससुर ही तो होंगे। तुम्हे शर्म नहीं आ रही क्या बोल रहे हो ? तुम मेरी जाति के हो? तुमने सोच कैसे लिया कि मैं तुमसे प्यार..शादी करूंगी। आगे ऐसी बात करोगे तो अच्छा नहीं होगा। घर पर शिकायत करूंगी।
बबुरहा गांव में हुई वारदात से पहले रोशनी और आरोपित लंबू के बीच कुछ ऐसी नोकझोंक हुई थी। सिर्फ इतनी सी बात पर सिरफिरे विनय उर्फ लंबू ने ऐसी जघन्यता दिखाई कि पूरा देश हिल गया। रोशनी, काजल और कोमल तीनों घर से 900 मीटर दूर बबुरहा नाले के पास अपने खेत में पशुओं के लिए चारा लेने जाती थीं। उनके खेत के बगल में पाठकपुर के लंबू का भी खेत है। वह भी अक्सर अपने खेत आता था। घटना से एक हफ्ता पहले तीनों खेत में चारा काटने गई थी। रोशनी ने बताया कि लंबू भी खेत में आया था। रोशनी ने उससे पूछा कि तुम्हारे खेत से घास काट लूं। लंबू ने रोशनी के साथ अभद्र लहजे में बात की। इस पर रोशनी ने उसे कड़ी फटकार लगाई थी।
लंबू वहां से चला गया। तीन दिन बाद वह फिर खेत आया तो रोशनी से बोला कि वह तो मजाक कर रहा था। ऐसा कहकर उसने रोशनी को अपने विश्वास में ले लिया। वह तीनों लड़कियों से बात करने की कोशिश करता था। लड़कियां उससे बात नहीं करती थी। लंबू निगरानी कर रहा था कि तीनों लड़कियां चारा लेने कब आती हैं। चार-पांच दिन तक उसने तीनों लड़कियों की रेकी की। घटना वाले दिन उसने गांव के एक लड़के के साथ दिल दहला देने वाली योजना बनाई। वह पानी में जहरीला पदार्थ मिलाकर लाया और रोशनी, काजल और कोमल को पिला दिया।
रोशनी की जाति का नहीं है लंबू
लंबू ने जब रोशनी से कहा कि तुम्हारे ससुर का ही खेत है, इस पर रोशनी गुस्से में आ गई। उसने कहा कि तुम निम्न जाति के हो और मुझसे ऐसी बात कर रहे हो। यह बात लंबू को नागवार गुजरी। हालांकि रोशनी और लंबू दोनों दलित हैं। फिर भी रोशनी जिस जाति की है, उस जाति का लंबू नहीं है। इससे नाराज लंबू ने रोशनी से बदला लेने के लिए तीनों को जहर पिला दिया।
तीन मिनट छटपटाती रही फिर आंखों पर छा गया अंधेरा
पुलिस को दिए बयान में रोशनी ने कहा कि घटनावाले दिन तीन बजे वह काजल और कोमल के साथ गांव के साबिर की दुकान से पांच-पांच रुपए वाला दो टेढ़े-मेढ़े लिया। वहां से खेत पहुंची और नमकीन खाने लगीं। उसी समय लंबू एक छोटे से लड़के साथ नमकीन खाते आया। वह अपनी नमकीन मुझे खाने के लिए दे रहा था। मैंने मना कर दिया। बोली, तुम्हारी नमकीन नहीं खाऊंगी। टेढ़ेमेढ़े खाने की वजह से कोमल पानी खोज रही थी। इतने पर लंबू ने उसे पानी का बोतल दे दिया। कोमल ने पानी पिया। इसके बाद काजल ने पानी पीने के बाद थोड़ा बचा पानी मुझे दे दिया। मैंने भी पानी पी लिया। कुछ देर बात बेचैनी होने लगी। ऐसा लग रहा था कि सिर घूम रहा है और गला सूख रहा है। करीब दो से तीन मिनट तक लंबू और छोटा लड़का वहां खड़े रहे। काजल और कोमल जमीन पर लेटने लगी थी। मैं भी जमीन पर लेट गई। तीन से चार मिनट बाद कुछ भी होश नहीं रहा। ऐसा लग रहा था कि जान नहीं बचेगी। आंखों के सामने अंधेरा छाने लगा था। जब आंख खुली तो अस्पताल में भर्ती थी। पीड़िता ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि आरोपितों ने उनके साथ छेड़खानी या बलात्कार नहीं किया। छोटे लड़के का नाम नहीं जानती है। देखने पर पहचान लेगी।
पीड़ित परिवार में किया गया हवन पूजन
बुधवार को पीड़ित परिवार के लोगों ने हवन पूजन किया। इसके साथ ही शांति पाठ कराया। बबुरहा की काजल व कोमल को जहर देकर मार डाला गया था। इसमें तीसरी किशोरी रोशनी बच गई, हालांकि वह अस्पताल में भर्ती है। सुबह गांव में काजल व कोमल के परिजनों ने दोनों की आत्मा शांति के लिए हवन करवा कर घर पर शांति पाठ किया। हवन में काजल के पिता सूर्यपाल समेत अन्य सभी परिजन शामिल हुए। उधर, कोमल के पिता संतोष व बाबा समेत सभी परिजन शामिल रहे।
रिमांड के लिए विवेचक ने दिया प्रार्थना पत्र
बबुरहा कांड की विवेचना कर रहे इंस्पेक्टर ओम प्रकाश रजक ने बुधवार को सीजेएम कोर्ट रिमांड के लिए प्रार्थना पत्र दाखिल किया। उन्होंने बताया कि आरोपितों से पूछताछ के लिए जेल गया था। विवेचना के आधार पर धाराएं घटाई-बढ़ाई जाएंगी। सीजेएम कोर्ट में आरोपितों के ब्लड सैम्पल के लिए भी प्रार्थना पत्र दिया है।