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Murder in Gorakhpur: गाड़ी साइड कराना तो बहाना था, जेडी के BJP में जाने से खुन्नस खाए थे आरोपी

भाजपा नेता और ग्राम प्रधान जनकधारी उर्फ जेडी नारायन की गोरखपुर में हुई हत्या में गाड़ी हटाने को लेकर कहासुनी तो महज एक बहाना भर था। दरअसल जेडी रंजन की लगातार हो रही तरक्की से चिंता प्रसाद और उसके...

Ajay Singh विवेक पांडेय , गोरखपुर Tue, 14 Sep 2021 10:22 AM
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भाजपा नेता और ग्राम प्रधान जनकधारी उर्फ जेडी नारायन की गोरखपुर में हुई हत्या में गाड़ी हटाने को लेकर कहासुनी तो महज एक बहाना भर था। दरअसल जेडी रंजन की लगातार हो रही तरक्की से चिंता प्रसाद और उसके परिवार लोग में जलन थी। चिंता स्वयं जल निगम का कर्मचारी है। एक भाई स्वास्थ्य विभाग में तो एक शिक्षक हैं। दवा की दुकान चलाने वाले जेडी रंजन ने बसपा से अपनी राजनीति की शुरुआत की थी। 2000 में वह बसपा से जुड़े और 2005 में पाली ब्लाक के कनिष्ठ प्रमुख भी बन गए थे। हालांकि विधानसभा चुनाव में उन्होंने बसपा छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर लिया था। बताया जा रहा है कि उनका नाम वर्तमान में अनुसूचित मोर्चा में मण्डल अध्यक्ष के तौर पर भी चल रहा था।

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जनकधारी उर्फ जेडी की तरक्की का आलम यह था कि उन्हें गांव के लोगों ने प्रधान बना दिया और अपना नेता मानने लगे थे। वहीं दूसरी तरफ चिंता और उनका परिवार अभी भी बसपा समर्थक है। पंचायत चुनाव में चिंता पक्ष दूसरे का का समर्थन कर रहा था। अपनी ही बिरादरी के एक शख्‍स का कद बढ़ता देख दूसरा शख्‍स जो कि पहले से मजबूत स्थिति में था, हजम नहीं कर पा रहा था। जेडी के साले मिथिलेश ने कहा कि गाड़ी हटाने को लेकर कहासुनी तो उन लोगों ने जानबूझ कर की थी। जहां पर गाड़ी खड़ी थी उसके बगल में प्रर्याप्त रास्ता था पर वे जानबूझ कर उलझना चाहते थे। उन लोगों ने वहां कहासुनी की और फिर घर जाने के बाद 10-12 की संख्या में लाठी-डंडा लेकर आ गए। मिथिलेश के मुताबिक उन लोगों को आता देख जेडी रंजन ने भागकर जान बचाने की कोशिश की तो उन्होंने गांव के पुलिया के पास घेर कर मारा। ईंट से सिर पर भी प्रहार किया जिससे जान चली गई। बताया जा रहा है कि दोनों परिवारों के बीच चार साल पहले भी किसी बात को लेकर विवाद हुआ था लेकिन तब आपस में समझौता हो गया था।

चार बच्चों के पिता थे जेडी रंजन

जेडी रंजन चार बच्चों के पिता थे। सबसे बड़ी 16 साल की बेटी वास्तिक रंजन है। वह नौवीं कक्षा की छात्रा है। दूसरे नम्बर का बेटा कृत्यग राज रंजन 15 साल का है वह कक्षा 7 में पढ़ता है जबकि तीसरे नम्बर पर 11 साल की बेटी स्पर्धा रंजन है वह चौथी कक्षा में पढ़ती है। सबसे छोटा छह साल का बेटा प्रत्यक्ष राज रंजन है वह कक्षा एक का छात्र है। मौत की खबर के बाद बच्चों के अलावा पत्नी पुष्पा का रो-रो कर बुरा हाल है। मारपीट के दौरान मनबढ़ों ने बेटे कृत्यग राज रंजन की भी पिटाई कर दी थी जिससे उसका हाथ भी टूट गया है।

गांव में फोर्स तैनात, मदद का भरोसा

किसी भी तरह के विवाद से बचने के लिए गांव में चार थानों की फोर्स तैनात कर दी गई है। वहीं डीएम ने जेडी रंजन के परिवार के लोगों से बातचीत कर हर तरह की मदद का भरोसा दिया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन उनके साथ खड़ा है।

बोले एसएसपी

गाड़ी हटाने को लेकर कहासुनी के बाद यह घटना हुई है। आरोपित को पकड़कर कार्रवाई की जाएगी। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है अन्य आरोपितों की तलाश की जा रही है। जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
डा. विपिन ताडा एसएसपी

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