कम बजट में घूमने के लिए बेस्ट है वाराणसी, काशी विश्वनाथ मंदिर से लेकर अस्सीघाट तक ये हैं टॉप प्लेस
प्राचीन शहरों की बात करें तो वाराणसी का नाम पहले पर आता है। बाबा विश्वनाथ का यह खूबसूरत शहर अपने बनारसिया अंदाज के लिए जाना जाता है। घूमने की बात करें तो यहां के टूरिस्ट स्पॉट पर भीड़ लगी रहती है।
यूपी के प्राचीन शहरों की बात करें तो वाराणसी का नाम पहले पर आता है। बाबा विश्वनाथ का यह खूबसूरत शहर अपने बनारसिया अंदाज के लिए जाना जाता है। घूमने की बात करें तो यहां के तीर्थस्थल और ऐतिहासिक इमारतों पर देशी-विदेशी पर्यटकों की भरमार लगी रहती है। अगर आप भी काशी घूमने की सोच रहे हैं तो ये खबर आपके लिए है। आज की स्टोरी में हम आपको यहां के टॉप स्पॉट के बारे में बताने जा रहे हैं।
काशी विश्वनाथ मंदिर
वाराणसी की बात हो और बाबा विश्वनाथ की बात न हो ऐसा हो ही नहीं सकता। दरअसल शहर की पहचान ही इस मंदिर से होती है। यहां भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक स्थापित है। इस मंदिर के इतिहास की बात करें इसे कई बार तोड़ा गया और बनाया गया है। हालांकि विश्वनाथ मंदिर के वर्तमान ढांचे की बात करें तो इसे साल 1776 में इंदौर की महारानी अहिल्याबाई ने बनवाया था। मदिर के शिखर पर 800 किलो सोने की परत है।
नया काशी विश्वनाथ मंदिर
नया काशी विश्वनाथ मंदिर बीएचयू परिसर में स्थित है। वाराणसी घूमने आने वाले पर्यचक इस मंदिर का दीदार जरूर करते हैं। इसे बिड़ला समूह द्वारा बनवाया गया है। इसे विश्वनाथ मंदिर के तर्ज पर ही बनवाया गया है। यहां आपको भगवान शिव के अलावा देवी दुर्गा और लक्ष्मी नारायण समेत अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमा देखने को मिल जाएगी।
अस्सी घाट
वाराणसी में कपल के लिए फेवरेट स्पॉट है अस्सी घाट। यहां हर रोज गंगा आरती होती है। जिसे देखने के लिए यहां पर्यटकों की भीड़ लग जाती है। इस घाट पर सुकून की अनुभूति होती है। अस्सी घाट को लेकर ऐसा कहा जाता है कि यहां गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरितमानस की रचना की थी और एक पेड़ के नीचे बैठकर ध्यान लगाते थे।
रामनगर का किला
प्राचीन वस्तुओं में रूचि रखने वालों के लिए रामनगर का किला खास है। यहां वाराणसी के इतिहास से जुड़े कई वस्तुएं देखने को मिल जाएंगी। इस किले को बनारस के राजा बलवंत सिंह ने 1750 ईस्वी में बनवाया था। यहां कई पुरानी किस्म की बंदूके, कपड़े, तोप समेत अन्य वस्तुएं रखी हुई हैं। हालांकि उपेक्षा का शिकार होने के कारण इसकी स्थिति दयनीय हो गई है।
संकट मोचन मंदिर
वाराणसी के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक संकट मोचन हनुमान मंदिर है। इसे मदन मोहन मालवीय ने बनवाया था। यहां भगवान को लड्डू का भोग लगता है। मंगलवार को यहां पूजा-अर्चना करने लोग दूर-दूर से आते हैं।
सारनाथ
वाराणसी कैंट स्टेशन से करीब 13 किलोमीटर दूर सारनाथ है। ये स्थान भगवान बुद्ध के लिए जाना जाता है। दरअसल उन्होंने अपना पहला उपदेश यहीं दिया था। नेपाल, इंडोनेशिया और श्रीलंका समेत कई अन्य देशों के बौद्ध अनुयायी यहां घूमने आते हैं। सारथान में चौखंडी स्तूप, थाई मंदिर और मूलकंध कुटी विहार समेत अन्य कई टूरिस्ट प्लेस हैं।
