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उत्तर प्रदेश: एकतरफा प्यार में सिरफिरे ने महिला कर्मी को आग लगायी

गोमतीनगर स्थित पर्यटन भवन में घुसे सिरफिरे आशिक ने महिला कर्मी पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी। शुक्रवार शाम ऑफिस छूटने से ठीक पहले हुई इस घटना से विभाग में हड़कम्प मच गया। खींचतान के दौरान आरोपी पर भी...

उत्तर प्रदेश: एकतरफा प्यार में सिरफिरे ने महिला कर्मी को आग लगायी
वरिष्ठ संवाददाता,लखनऊSat, 16 Feb 2019 11:53 AM
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गोमतीनगर स्थित पर्यटन भवन में घुसे सिरफिरे आशिक ने महिला कर्मी पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी। शुक्रवार शाम ऑफिस छूटने से ठीक पहले हुई इस घटना से विभाग में हड़कम्प मच गया। खींचतान के दौरान आरोपी पर भी पेट्रोल गिर गया था, लिहाजा वह भी आग की लपटों में घिरकर झुलस गया। चीख-पुकार मचने पर कर्मचारियों ने किसी तरह आग बुझाई जिसकी बाद पुलिस की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। सिविल अस्पताल में भर्ती महिला की हालत नाजुक बतायी जा रही है, जबकि ट्रॉमा सेंटर में भर्ती आरोपी खतरे से बाहर है।

इंस्पेक्टर गोमतीनगर रामसूरत सोनकर ने बताया कि 45 वर्षीय पीड़िता अपने चार बच्चों के साथ ठाकुरगंज में रहती है। वर्ष 1997 में पति की मौत के बाद उसे पर्यटन विभाग में मृतक आश्रित कोटे से नौकरी मिल गयी थी। वह पर्यटन भवन की तीसरी मंजिल पर स्थित लेखा अनुभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर कार्यरत है। रोजाना की तरह शुक्रवार को भी वह दफ्तर आई थी। शाम करीब 4:45 बजे सभी कर्मचारी घर जाने की तैयारी कर रहे थे। इसी बीच खदरा निवासी समीर वहां पहुंचा। पीड़िता अपनी सहकर्मी मंजू के साथ बैठी थी। समीर ने पहुंचते ही उससे झगड़ा शुरू कर दिया। कहासुनी बढ़ने पर उसने पेट्रोल से भरी बोतल निकाल ली।

- एकतरफा प्यार में महिला कर्मी के पीछे पड़ा था आरोपी
- खींचतान में खुद भी आग की चपेट में आकर झुलसा
- पुलिस ने दोनों को कराया भर्ती, महिला की हालत नाजुक

इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता समीर ने पीड़िता को जकड़ लिया और पेट्रोल डालकर आग लगा दी। छीनाझपटी में समीर पर भी पेट्रोल गिर गया और वह भी आग की लपटों में घिर गया। कार्यालय में मौजूद लोग यह भयावह मंजर देख सहम गए और अफरातफरी का माहौल बन गया। किसी तरह लोगों ने आग बुझायी और पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना दी। आग में झुलसी पीड़िता को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं घायल समीर को राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया। पुलिस को मौके से खाली बोतल मिली है। घटना में पीड़िता 60 प्रतिशत और समीर 50 प्रतिशत तक झुलसा है।

आरोपी को कमरे में किया बंद
पीड़िता और समीर को आग की लपटों में घिरा देख कर्मचारियों ने किसी तरह आग तो बुझा दी। पर, समीर को लोगों ने तड़पता हुआ एक कमरे में बंद कर दिया। वहीं पीड़िता को अस्पताल ले जाने के लिए कोई आगे नहीं बढ़ रहा था। इस बीच खबर पाकर मीडिया कर्मी पहुंचने लगे। इसके बाद कुछ कर्मचारी पीड़िता को सिविल अस्पताल ले गए। कुछ ही देर में गोमतीनगर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने कमरा खोलकर समीर को बाहर निकाला और उसे इलाज के लिए लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया।

ट्रॉमा सेंटर में हुई थी दोनों की मुलाकात
पुलिस के मुताबिक आरोपी समीर खदरा का रहने वाला है। वह ट्रॉमा सेंटर में वार्ड ब्वाय है। करीब चार साल पहले पीड़िता का भाई ट्रॉमा सेंटर में भर्ती था। उसे खून की आवश्यकता थी। इस पर समीर ने उसके भाई को खून दिलाने में मदद की थी। इसी के बाद से समीर और पीड़िता के बीच जान पहचान हो गयी थी। परिजनों के मुताबिक समीर एकतरफा प्रेम करता था। पीड़िता ने पुलिस को दिए बयान में भी यही बात दोहराई है।

दो दिन पहले भी दफ्तर आया था समीर
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि समीर लंबे अरसे से उसे परेशान कर रहा था। विरोध करने पर उसे मारता-पीटता था। एक महीने पहले भी समीर ऑफिस आया था जिस पर पीड़िता ने उसे डांट-फटकार कर भगा दिया था। इसके बाद दो दिन पहले वह ऑफिस आया था और धमकी देकर चला गया था।

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