आने वाले दो-तीन वर्षों के अंदर उत्तर प्रदेश सबसे अधिक पांच अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट वाला राज्य हो जाएगा। राज्य का तीसरा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट कुशीनगर उड़ानों के लिए तैयार है, जल्द ही यहां से अंतरराष्ट्रीय विमान सेवाएं शुरू होंगी। 2022 तक अयोध्या और 2024 तक जेवर से भी अंतरराष्ट्रीय विमान सेवाएं शुरू करे की तैयारी में केंद्र व राज्य सरकार है। देश में इस समय कुल 34 अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट हैं। सबसे अधिक चार-चार अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट तमिलनाडु और केरल राज्य में हैं। उत्तर भारत के किसी भी राज्य में दो से अधिक एयरपोर्ट नहीं हैं। केंद्र व प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्टों के विकास का काम युद्धस्तर पर शुरू किया गया है। इस प्रयास के बाद कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बना दिया गया है।
अभी राज्य में सिर्फ वाराणसी और लखनऊ से अंतरराष्ट्रीय उड़ाने हैं। कुशीनगर एयरपोर्ट के बन जाने के साथ ही राज्य में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्टों की तादाद तीन हो गई है। नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक गौतमबुद्ध नगर जिले में जेवर में विकसित होने वाले अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का पहले फेज का काम पूरा करने के साथ ही विमान सेवाएं शुरू कर देने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं अयोध्या में बनने वाले एयरपोर्ट को भी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाया जाएगा। इस एयरपोर्ट से 2022 से विमान सेवाएं शुरू करने की योजना पर काम किया जा रहा है। इस एयरपोर्ट को शीघ्र तैयार करने में केंद्र व प्रदेश सरकार दोनों की रूचि है। एयरपोर्ट के लिए जरूरी अवशेष भूमि के अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। निर्माण कार्य भी तेज गति से होगा।