ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेशचुनावी माहौल के बीच ही गुजर गया पूरा साल, यूपी के इस जिले ने 2022 में देखी उथल-पुथल

चुनावी माहौल के बीच ही गुजर गया पूरा साल, यूपी के इस जिले ने 2022 में देखी उथल-पुथल

वर्ष 2022 बीतने जा रहा है। प्रारंभ से लेकर अंत तक मेरठ चुनावी माहौल में ही व्यस्त रहा। वर्ष 2022 के प्रारंभ में विधानसभा चुनाव का माहौल था तो अब बीतते साल में नगर निकाय चुनाव की हर तरफ तैयारी चल रही।

चुनावी माहौल के बीच ही गुजर गया पूरा साल, यूपी के इस जिले ने 2022 में देखी उथल-पुथल
Srishti Kunjहिन्दुस्तान टीम,मेरठFri, 23 Dec 2022 11:32 AM

इस खबर को सुनें

0:00
/
ऐप पर पढ़ें

वर्ष 2022 बीतने जा रहा है। प्रारंभ से लेकर अंत तक मेरठ चुनावी माहौल में ही व्यस्त रहा। वर्ष 2022 के प्रारंभ में विधानसभा चुनाव का माहौल था तो अब बीतते साल में नगर निकाय चुनाव की हर तरफ तैयारी चल रही है। वैसे 2022 मेरठ जिले के लिए उथल-पुथल का भी रहा। भाजपा की सीटें विधानसभा में छह से घटकर तीन रह गई। वहीं पांच साल से इंतजार में बैठे डा.लक्ष्मीकांत वाजपेयी को राज्यसभा की सीट मिल गई। दल-बदल का खेल भी चला।

2022 पूरी तरह से चुनावी साल रहा। जनवरी, फरवरी और मार्च का महीना विधानसभा चुनाव के लिए रहा। इस विधानसभा चुनाव में भाजपा की ताकत थोड़ी कम हो गई। 2017 में जहां भाजपा जिले की सात में से छह सीटों पर जीती थी।

2022 के चुनाव में भाजपा की ताकत आधी रह गई। तीन सीटों पर ही भाजपा जीत सकी। वहीं सपा-रालोद गठबंधन ने चार सीटों पर जीत दर्ज कर परचम लहराया। सपा से पहली बार अतुल प्रधान विधानसभा में पहुंचे। वहीं भाजपा के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम चुनाव हार गए। इस तरह भाजपा को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। वहीं सपा-रालोद गठबंधन के खाते में चार सीटें हो गई।

यूपी नगर निकाय चुनाव: दूसरे वार्ड के पार्षद के लिए वोट देंगे 7000 से अधिक वोटर, ये है खामी

वाजपेयी बने सांसद, सोमेन्द्र मंत्री
2022 में एक बड़ा परिवर्तन यह हुआ कि भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा.लक्ष्मीकांत वाजपेयी की पांच साल बाद पार्टी में सक्रिय वापसी हुई। वाजपेयी प्रदेश से राज्यसभा सांसद निर्वाचित हुए। पार्टी में महत्वपूर्ण भूमिका में आए। राज्यसभा में मुख्य सचेतक बनाये गए। साथ ही झारखंड जैसे राज्य की जिम्मेदारी मिली। उन्हें झारखंड का प्रभारी बनाया गया। पहली बार मेरठ जिले से प्रदेश कैबिनेट में दो-दो मंत्री पद भी 2022 में मिला। हस्तिनापुर से दूसरी बार विधायक बने दिनेश खटीक के साथ मेरठ दक्षिण के विधायक डा.सोमेन्द्र तोमर भी राज्य मंत्री बनाये गए। यह मेरठ जिले की उपलब्ध रही।

विकास के मामले में तेजी से आगे बढ़ा
विकास के मामले में मेरठ तेजी से 2022 में आगे बढ़ा। सबसे बड़ा 30 हजार करोड़ का प्रोजेक्ट रैपिड और मेट्रो का 2022 में काफी हद तक आगे बढ़ा। हालांकि अभी रैपिड के सफर में एक साल का समय और लगेगा।

17 सांसद, विधायक का जिला बना मेरठ
इसके साथ ही 2022 में मेरठ जिला 17 सांसद, विधायकों का जिला बना। सात विधायक, चार सांसद,तीन राज्यसभा सांसद और तीन एमएलसी मेरठ से बने। इस तरह मेरठ जैसे जिले में 17-17 जनप्रतिनिधि हो गए।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें