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यूपी में बेरोजगारों को मिलने वाली है बड़ी सौगात, सीएम योगी ने अधिकारियों को दिया यह निर्देश

यूपी के बेरोजगारों को सीएम योगी जल्द बड़ी सौगात देने वाले हैं। यूपी के सभी विभागों में भर्तियों का रास्ता खोलने वाले हैं। सीएम योगी ने सभी विभागों से रिक्त पदों का ब्योरा मांगा है।

यूपी में बेरोजगारों को मिलने वाली है बड़ी सौगात, सीएम योगी ने अधिकारियों को दिया यह निर्देश
Yogesh Yadavलाइव हिन्दुस्तान,लखनऊMon, 25 Sep 2023 06:32 PM
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यूपी के बेरोजगारों को सीएम योगी जल्द बड़ी सौगात देने वाले हैं। यूपी के सभी विभागों में भर्तियों का रास्ता खोलने वाले हैं। सीएम योगी ने सभी विभागों से रिक्त पदों का ब्योरा मांगा है। सीएम योगी ने सोमवार को उच्चस्तरीय बैठक में सभी विभागों को भर्ती प्रक्रिया तेज करने के निर्देश दिए। कहा कि सभी विभागों में रिक्त पदों को तत्काल भरें। यह भी कहा कि इसमें कतई देर न हो। इसके साथ ही सीएम योगी ने पदोन्नति के लिए परफॉर्मेंस को आधार बनाएं। पदोन्नति की प्रक्रिया 30 सितम्बर तक पूरी करने का भी निर्देश दिया है। पदोन्नति के लिए दिशा निर्देश भी दिए हैं। 

सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिवों के साथ विभागवार कार्मिकों की व्यवस्था की समीक्षा करते हुए सीएम योगी ने कहा कि शासकीय विभागों में कर्मचारियों की कमी विभागीय कार्यक्षमता और जनहित पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है। नियुक्तियों में विलंब से केवल बैकलॉग बढ़ता है, बल्कि युवाओं की अपनी योग्यता के अनुरूप अवसर भी नहीं मिलता। इसलिए यह आवश्यक है कि प्रत्येक विभाग अपने यहां नियुक्ति की प्रक्रिया को समय से आगे बढाएं। खाली पदों के संबंध में जिलों से प्राप्त हो रही जानकारी की समीक्षा भी करें। सीएम योगी ने कहा कि पुलिस विभाग में विभिन्न पदों पर जारी चयन की प्रक्रिया दिसंबर तक पूरी हो जाए। सीएम योगी ने कहा कि दक्षता संवर्द्धन में तकनीक का उपयोग और भर्ती के साथ प्रशिक्षण क्षमता भी बढ़ाना जरूरी है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी विभागों में ग्राम/नगर और जिला से लेकर शासन स्तर तक प्रत्येक संवर्ग की गहनता से समीक्षा कर आवश्यक रिक्तियों की स्थिति स्पष्ट की जाए। नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग के माध्यम से सभी विभागों में रक्तियिों/ प्रचलित नियुक्ति प्रक्रिया और आवश्यक रिक्तियों की विस्तृत रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराई जाए।

योगी ने कहा कि नियुक्ति प्रक्रिया में सरलता के लिए ई-अधियाचन की व्यवस्था लागू की गई है, उसका उपयोग करें। नियुक्ति के लिए अधियाचन भेजने से पूर्व आरक्षण नियमावली का सूक्ष्मता से परीक्षण कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि बदलते दौर के साथ नगर विकास जैसे विभागों में अनेक नवीन पदों के सृजन की आवश्यकता है। इसके अनुसार कार्यवाही की जानी चाहिए। राजस्व विभाग में समायोजित किये गए चकबंदी लेखपालों का विधिवत प्रशक्षिण कराएं। पुलिस विभाग में विभन्नि पदों पर जारी चयन की प्रक्रिया आगामी दिसंबर तक पूरी कर लें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि समयबद्ध पदोन्नति शासकीय सेवा का हिस्सा है। हर कर्मचारी को नियत समय पर इसका लाभ मिलना ही चाहिए। पदोन्नति के लिए परफॉर्मेंस को आधार बनाएं। इस वर्ष मुख्य सचिव/अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव/ विभागाध्यक्ष अथवा लोक सेवा आयोग स्तर पर की जाने वाली पदोन्नति की कार्यवाही प्रत्येक दशा में 30 सितंबर तक पूरी कर ली जाए।

उन्होंने कहा कि जिन विभाग में अतिरक्ति कार्मिकों की उपलब्धता हो, उन्हें नियमानुसार अन्य विभागों में समायोजित किया जाए। पदोन्नति वाले पदों में यदि योग्य अभ्यर्थी न मिलें तो प्रतिनियुक्ति पर विचार किया जाना चाहिए। पदोन्नति में आवश्यकतानुसार शिथिलीकरण भी किया जा सकता है। भर्ती के सापेक्ष हमें प्रशक्षिण क्षमता को भी बढ़ाना होगा तथा तकनीक का उपयोग करते हुए भर्ती प्रक्रिया में लगने वाले समय को और कम करना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, अयोध्या, मथुरा, गौतमबुद्ध नगर व गाजियाबाद जिले में विभन्नि विभागों में बड़ी संख्या में रक्तियिां हैं। इसके कारण अनेक महत्वपूर्ण परियोजनाएं प्रभावित हो रही हैं। प्राथमिकता के साथ यहां योग्य कार्मिकों की तैनाती की जाए।  आकांक्षात्मक जनपद, आकांक्षात्मक विकास खंड और आकांक्षात्मक नगरीय निकायों को शीर्ष प्राथमिकता देते हुए यह सुनश्चिति करें कि इन क्षेत्रों में किसी भी प्रकार मानव संसाधन की रिक्ति न हो। 

उन्होंने कहा कि वत्तिीय वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही समाप्त होने वाली है। सभी विभागों द्वारा वर्तमान बजट में प्राविधानित धनराशि का यथोचित खर्च किया जाना सुनश्चिति किया जाए। आवंटन और व्यय में तेजी की अपेक्षा है। विभाग स्तर भी पर खर्च की समीक्षा भी जाए। संबंधित मंत्रीगण अपने विभागीय स्थिति की समीक्षा करें। मुख्य सचिव द्वारा विभागीय आवंटन और व्यय की स्थिति की मासिक समीक्षा की जाए। 

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