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UP : एंटीजेन मशीन के साथ मेडिकल काॅलेजों की क्षमता बढ़ाकर 25 हजार रोज की जाएगी कोरोना जांच

 30 जून तक 25 हजार प्रतिदिन के टेस्टिंग के मुख्यमंत्री  के निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। राजकीय मेडिकल कालेजों में कोरोना वायरस की...

UP : एंटीजेन मशीन के साथ मेडिकल काॅलेजों की क्षमता बढ़ाकर 25 हजार रोज की जाएगी कोरोना जांच
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊSun, 28 Jun 2020 06:34 PM
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 30 जून तक 25 हजार प्रतिदिन के टेस्टिंग के मुख्यमंत्री  के निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। राजकीय मेडिकल कालेजों में कोरोना वायरस की जांच के लिए ट्रूनेट मशीन के बाद एंटीजेन मशीन का भी प्रयोग किया जाएगा। इसके साथ ही विभाग अपने सभी राजकीय मेडिकल कालेजों के लैबोरेट्री की जांच की क्षमता बढ़ाने के लिए उपकरणों को लगा रहा है।

 ऑपरेशन  वाले मरीजों का एंटीजेन मशीन से होगा कोरोना टेस्ट
स्वास्थ्य विभाग के बाद  अब चिकित्सा शिक्षा विभाग अपने राजकीय मेडिकल कालेजों में रैपिड एंटीजेन टेस्टिंग मशीन का उपयोग शुरू कर देगा। मेडिकल कालेजों में इस टेस्टिंग मशीन का उपयोग इमरजेन्सी व सेमी इमरजेन्सी के तहत ऑपरेशन कराने वाले मरीजों की कोरोना जांच के लिए किया जाएगा। इसके लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग ने एंटीजेन टेस्टिंग की 31 हजार किट मंगवाई हैं। 

तीन मेडिकल कालेजों की क्षमता बढ़ाने को तीन करोड़
प्रदेश में टेस्टिंग बढ़ाने के लिए विभाग ने पहले चरण में मेरठ, आगरा और कानपुर के मेडिकल कालेजों में स्थापित लैबोरेट्री की क्षमता बढ़ाने के लिए तीन करोड़ से ज्यादा कीमत के उपकरण खरीद लिए हैं। अभी तक ये इन मेडिकल कालेजों में 125 प्रतिदिन की क्षमता से नमूनों की जांच की जा रही है।  इसी तरह सभी सरकारी विश्वविद्यालयों, चिकित्सा संस्थानों और राजकीय मेडिकल कालेजों में लगी लैबोरेट्री को पूरी क्षमता से जांच करने के लिए उनका अपग्रेडेशन करने का काम चल रहा है। इसके साथ ही इन सरकारी मेडिकल कालेजों में बीएसएल की लेविल 2 की जांच मशीनों को लेविल--3 की अत्याधुनिक मशीनों में बदलने की तैयारी है। 

एंटीजेन और ट्रूनेट मशीन में अंतर
- कोरोना वायरस की जांच के लिए एंटीजेन टेस्टिंग मशीन से नाक का स्वाब निकाला जाता है। जबकि ट्रूनेट मशीन से गले का स्वाब निकाला जाता है। 
- एंटीजेन मशीन से पॉजिटिव रिपोर्ट आती है तो ट्रूनेट मशीन निगेटिव देती है। 
- एंटीजेन मशीन से 15 मिनट में रिपोर्ट आ जाती है तो ट्रूनेट मशीन से जांच रिपोर्ट आने में एक घंटा तक लग जाता है।

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