महाकुंभ 2025 से पहले बसें खरीदने की तैयारी में जुटा यूपी रोडवेज, इतना बजट आवंटित
यूपी के प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ 2025 से पहले यूपी रोडवेज नई बसें खरीदने की तैयारी में जुटा है। इसके लिए बजट भी आवंटित किया गया। 120 इलेक्ट्रिक बसें तथा 1000 डीजल बसें लेने का निर्णय लिया गया।
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने कुंभ से पहले नई बसें खरीदने की तैयारी शुरू कर दी है। प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने शुक्रवार को मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में वाहन निर्माताओं के प्रतिनिधि के साथ बैठक की। इसमें कुछ प्रतिनिधि ऑनलाइन माध्यमों से जुड़े थे। बैठक में यह जानकारी ली गई कि अगले पांच महीने में कौन निर्माता कंपनी कितनी बसें बनाकर दे सकती है? इसकी पूर्ण सूचना निर्माताओं ने एक-दो दिनों के अंदर उपलब्ध कराने को कहा गया। इसके बाद यह तय किया जाएगा कि किस प्रकार की कितनी बसें आगामी कुंभ मेला के पूर्व खरीदी जानी हैं।
बैठक में अपर प्रबंध निदेशक राम सिंह वर्मा, मुख्य प्रधान प्रबंधक प्राविधिक राजीव आनंद, प्रधान प्रबंधक अशोक कुमार व अंकुर विकास, सलाहकार आर्यन वर्मा, प्रधान प्रबंधक अजीत सिंह, एसएल शर्मा, गौरव पांडेय व आरबीएल शर्मा उपस्थित थे। बैठक में बताया गया कि प्रदेश सरकार ने अनुपूरक बजट में 1000 करोड़ की धनराशि परिवहन निगम को आवंटित की है। इससे पूर्व बजट में 500 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे। इसमें परिवहन निगम द्वारा 120 इलेक्ट्रिक बसें तथा 1000 डीजल बसें क्रय करने का निर्णय लिया गया था। कुंभ मेला की शुरुआत 14 जनवरी 2025 से होगी।
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काम की धीमी प्रगति पर भड़के जीएम
प्रयाग जंक्शन, फाफामऊ स्टेशन पर महाकुम्भ के कार्यों की धीमी प्रगति पर उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधुरी ने नाराजगी जाहिर की। निरीक्षण के लिए प्रयागराज पहुंचे जीएम ने अफसरों से पूछा काम इतनी धीमी गति से क्यों चल रहा है। ऐसे ही चलेगा तो यह काम कितने दिनों में पूरा होगा। उन्होंने कहा कि इसे हर हाल में नवंबर तक पूरा करें, जिससे जनवरी और फरवरी में होने वाले महाकुम्भ जैसे बड़े आयोजन में कोई परेशानी न हो।
प्रयाग स्टेशन पर निरीक्षण के दौरान ही उन्होंने काम देखकर गति का अंदाजा लगाया। अफसरों से कहा कि अब तक काम का यह हाल है। आने वाला समय दशहरा, दिवाली और छठ पूजा का है। ऐसे में काम करने वाले श्रमिकों को भी अवकाश चाहिए होगा। तब काम की गति कैसे बढ़ाएंगे। जीएम ने निर्देश दिया कि अभी काम का समय बढ़ाएं, मैन पावर बढ़ाएं, लेकिन दोनों भवन का निर्माण हर हाल में नवंबर तक पूरा हो जाना चाहिए। प्रयाग स्टेशन आने के बाद जीएम ने सर्कुलेटिंग एरिया को भी देखा।
जीएम ने कहा कि यात्रियों के लिहाज से यह जगह महत्वपूर्ण है। यहां क्या सुविधाएं दी जा रही हैं। प्रयाग स्टेशन पर चल रहे काम के बारे में जीएम को बताया गया। निरीक्षण के बाद जीएम ने स्टेशन अधीक्षक के कक्ष में पत्रकारों से भी बातचीत की और माना की काम धीमी गति से चल रहा है। डीआरएम लखनऊ व अन्य अफसर निरीक्षण करेंगे। जीएम ने कहा कि अब समय कम है, लेकिन हम नवंबर तक काम पूरा करने का प्रयास करेंगे। प्रयाग स्टेशन उतरने से पहले उन्होंने फाफामऊ स्टेशन का भी निरीक्षण किया। इस दौरान एडीआरएम सचिन वर्मा, सीनियर डीसीएम रेखा शर्मा आदि अफसर मौजूद रहीं।