जिला पंचायत अध्यक्ष पद के साथ प्रधान पद के लिए भी कानपुर में आरक्षण की तस्वीर काफी हद तक साफ हो गई है। कुल 590 पंचायतों में इस बार 141 पर अनुसूचित और 156 पर पिछड़ा वर्ग के दावेदार उतरेंगे। 97 पर महिला और अनारक्षित शेष 196 सीटों पर सामान्य वर्ग के लोग दावेदारी पेश करेंगे।
जिला पंचायतराज अधिकारी कमल किशोर के मुताबिक 201 ग्राम पंचायतों को महिला प्रधान मिलना तय है। इन ग्राम पंचायतों में से 49 में अनुसूचित जाति, 55 में पिछड़ा वर्ग और शेष 97 का प्रतिनिधित्व सामान्य वर्ग की महिलाएं करेंगी। अनुसूचित जनजाति के लिए जिले में एक भी ग्राम पंचायत आरक्षित नहीं की गई है। नई आरक्षण नीति के बाद सबसे ज्यादा 26-26 महिला प्रधान घाटमपुर और भीतरगांव में होंगी। जबकि सबसे कम 9 ककवन ब्लॉक में। कल्याणपुर में 17, बिधनू में 20, सरसौल में 21, बिल्हौर में 23, शिवराजपुर में 22, चौबेपुर में 20 और पतारा में 17 महिला प्रधान होंगी। पिछले आरक्षण की बात करें तो उसमें इस बार जरा सा फेरबदल किया गया है। पतारा ब्लॉक की अनुसूचित महिला की एक सीट को कम करके उसे सामान्य महिला के लिए आरक्षित कर दिया गया है।
24 को चलेगा पता, कौन सीट आरक्षित कौन सामान्य
आरक्षण संबंधी घोषणा होने के बाद से नए पुराने सभी दावेदार अपनी ग्राम पंचायतों की स्थिति जानने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। उनकी जुबान पर एक ही सवाल है कि ग्राम पंचायत आरक्षित रहेगी या सामान्य। घोषणा का इंतजार जितना बढ़ता जा रहा हैं, दावेदारों की धड़कनें उतनी ही तेज होती जा रही हैं। ऐसे में जिला पंचायतराज अधिकारी ने 24 फरवरी को ग्राम पंचायतवार आरक्षण की घोषणा करने की बात कही है। आरक्षण को लेकर लगभग तैयारियां पूरी हो गई हैं।