यूपी में अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव के नामांकन की भी तैयारियां धीरे-धीरे शुरू हो गई। इस बार पंचायत चुनाव में स्टांप की दिक्कत को ई-स्टांप दूर करेगा। आईजी निबंधन मिनिस्ती एस ने क्षेत्रीय प्रबंधक स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लि. को निर्देश दिए कि करीब आगरा के 60 हजार ग्रामसभाओं के ग्राम प्रधान, बीडीसी एवं ग्राम पंचायत सदस्यों के लिए करीब 60 लाख की संख्या में करीब 100 रुपये एवं इससे कम धनराशि के ई-स्टांप पत्रों की जरूरत होगी। इसके लिए जिला व तहसील स्तर पर काउंटर बनाने के लिए प्रभावी कार्रवाई करना सुनिश्चित करें।
अगले साल 2021 में क्षेत्र एवं ग्राम पंचायत चुनाव संभावित हैं। इस अवधि में करीब 60 हजार ग्राम सभाओं के ग्राम प्रधान/बीडीसी/ग्राम पंचायत सदस्यों के लिए करीब 60 लाख की संख्या में 100 रुपये व इससे कम धनराशि के स्टांप की जरूरत पड़ेगी। ऐसी स्थिति में उक्त पूर्व से उपाय किए जाने की आवश्यकता है।
बजट खत्म करने पर जोर :
तैयारियों के साथ-साथ जिला पंचायतों में अब बजट खत्म् करने पर भी जोर है। दरअसल, ग्राम प्रधानों का वर्तमान कार्यकाल खत्म होने में अब एक माह से भी कम का समय रह गया हैं। ऐसे में कुछ पंचायत जहां, सार्वजनिक शौचालयों और पंचायत भवनों आदि का निर्माण हो रहा हैं और अभी तक भुगतान नहीं हुआ हैं तो वहां जरूर अभी करीब आधा बजट खर्च हुए बिना पड़ा हैं।
लगभग पूरा बजट खर्च
ग्राम प्रधान संगठन के अध्यक्ष सतवीर यादव कहते हैं कि ज्यादातर पंचायतों द्वारा लगभग पूरा ही बजट खर्च कर लिया गया हैं। 13 दिसंबर को उन सभी का कार्यकाल खत्म हो रहा हैं। हालांकि चुनाव में देरी पर, प्रशासक नियुक्त किए जाने की बजाय प्रधानों की मांग हैं कि उन्हीं को कार्यवाहक प्रधान के तौर पर बनाये रखा जाए।
जहां दिक्कत हैं वहीं बचा है बजट
ज़िला पंचायतराज अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद के अनुसार, इस साल का अप्रैल के बाद का ज्यादा बजट उन्हीं पंचायतों में खर्च हुए बिना रह रहा हैं जहां या तो तकनीकी दिक्कत है या फिर पंचायत भवन या सार्वजनिक शौचालयों आदि का भुगतान अभी नहीं हो सका हैं। वरना तो सभी पंचायतों द्वारा बजट उपभोग कर लिया जा रहा हैं। बाकी जो रह गया हैं तो अभी समय हैं। इसमें खर्च हो जाएगा।