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यूपी नगर निकाय चुनाव: जीत की गारंटी दो, टिकट लो; मेरठ में मेयर सीट को लेकर भाजपा गंभीर

मेयर और चेयरमैन पदों के आरक्षण, वार्ड आरक्षण घोषित होने के बाद भाजपा में निकाय चुनाव की तैयारी तेज हो गई है। पार्टी नेतृत्व ने संगठन पदाधिकारियों को साफ कहा है कि नेता पैरवी करें तो जीत की गारंटी लें।

यूपी नगर निकाय चुनाव: जीत की गारंटी दो, टिकट लो; मेरठ में मेयर सीट को लेकर भाजपा गंभीर
Srishti Kunjहिन्दुस्तान टीम,मेरठWed, 07 Dec 2022 12:41 PM

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मेयर और चेयरमैन पदों के आरक्षण, वार्ड आरक्षण घोषित होने के बाद भाजपा में निकाय चुनाव की तैयारी तेज हो गई है। पार्टी नेतृत्व ने संगठन पदाधिकारियों को साफ कहा है कि नेता जिनकी भी पैरवी करें तो जीत की गारंटी देनी होगी। समीकरण बताना होगा कि आखिर संबंधित प्रत्याशी को टिकट मिला तो समीकरण ऐसा होगा। साफ है कि जीत की गारंटी दो, तब टिकट लो। अब महानगर, जिला, क्षेत्र स्तर पर कोर कमेटी में सांसद, विधायक, पदाधिकारी दावेदारों के नामों पर विचार करेंगे।

मेरठ में मेयर की सीट को लेकर भाजपा नेतृत्व गंभीर है। भाजपा को नगर निगम के 90 वार्डों में से बहुमत के साथ जीत दर्ज करने वाली सीटों पर ही प्रत्याशी उतारने हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी और प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने पदभार ग्रहण करने के बाद से लगातार पश्चिम क्षेत्र के 14 जिलों पर फोकस कर रखा है। पश्चिम क्षेत्र के सभी चार नगर निगम मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद और शाहजहांपुर, 58 नगरपालिका, 81 नगर पंचायतों की कुंडली तैयार करा ली है। 

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नेताओं, जनप्रतिनिधियों को हर एक निकाय की स्थिति पर नजर रखने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके तहत ही प्रभारी, संयोजक बनाए गए हैं। इन सभी को साफ कहा गया है कि केवल जीतने वाले योग्य प्रत्याशी को टटोलें। केवल नामों की पैरवी नहीं करनी है। जीत की गारंटी देनी होगी।

मेरठ में पहली बार कोर्ट से भाजपा के सुशील बने थे मेयर
भाजपा के खाते में मेरठ में मेयर का पद पहली बार जनवरी 2006 में कोर्ट के आदेश से मिला था। सुशील गुर्जर मेरठ के मेयर बने थे। हालांकि उनका कार्यकाल मात्र एक महीने का ही रहा था। बाद में हुए निगम चुनाव में भाजपा से ही मधु गुर्जर मेयर बनीं। 2004 में लोकसभा चुनाव के बाद तत्कालीन मेयर शाहिद अखलाक सांसद बन गए थे। उसके बाद मामला हाईकोर्ट चला गया। हाईकोर्ट के आदेश पर तत्कालीन डिप्टी मेयर सुशील गुर्जर को मेयर का पद मिला। वह एक जनवरी 2006 से 31 जनवरी 2006 तक मेयर रहे। बाद में जब चुनाव हुआ तो भाजपा से मधु गुर्जर प्रत्याशी बनीं। विपक्ष से हाजी याकूब की पत्नी प्रत्याशी थीं।

2017 में पश्चिम क्षेत्र में नगर निकायों की यह थी स्थिति
निकाय           कुल पद   भाजपा   सपा गठबंधन     कांग्रेस   बसपा   अन्य

नगर निगम        04          02     01(पहले बसपा)    00        00      00
नगरपालिका      58          21        18                   01        12      06
नगर पंचायत      81         16         18                   04        13      30
कुल                143         40         37                  05         25      38

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