आतंकवादियों का गढ़ बनता जा रहा यूपी का ये शहर, आतंकी जिहाद कर दहशत फैलाना है मकसद
यूपी में एटीएस की बड़ी कार्रवाई जारी है। दिवाली से पहले एटीएस ने चार आतंकवादियों को गिरफ्तार किया जिसमें से तीन संभल से थे। इन सभी का एएमयू कनेक्शन भी है। अलीगढ़ में भी एटीएस की जांच जारी है।

लखनऊ एटीएस ने शुक्रवार को अलीगढ़ से भदोही निवासी राकिब इमाम अंसारी और शनिवार को संभल से नवेद सिद्दिकी, मोहम्मद नोमान और मोहम्मद नाजिम को गिरफ्तार कर आईएसआईएस माड्यूल का खुलासा किया गया है। एटीएस ने खुलासा करते हुए बताया कि ये भी आरोपी हिंसात्मक आतंकी जिहाद कर देश की सरकार को अस्थिर करने की योजना बना रहे थे।
यह भी खुलासा हुआ है कि ये सभी अलीगढ़ मुस्लिम विवि के छात्र हैं और वहां के छात्र संगठन स्टूडेंट्स ऑफ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की बैठकों के माध्यम से दूसरों से संपर्क कर अपने साथ जोड़ रहे थे। यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले बीते तीन अगस्त को मुरादाबाद के करनपुर चौकी क्षेत्र से अहमद रजा को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जो इमामत की आड़ में आतंकी संगठन को विस्तार देने का काम कर रहा था। इससे पहले 26 दिसंबर 2018 को एनआईए की टीम ने अमरोहा में छापेमारी की थी।
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अमरोहा के मोहल्ला मुल्लाना निवासी मुफ्ती सुहैल और उसके साथियों रईस व सईद निवासी सैदपुर इम्मा और इरशाद निवासी पचदरा को गिरफ्तार किया था। इसी तरह दिल्ली में पकड़े गए आतंकी परवेज राशिद और जमशेद का अमरोहा से कनेक्शन मिला था, दोनों अमरोहा से ही बीटेक किए थे। दोनों के पास से जो पिस्टल पकड़ी गई थी वह भी अमरोहा के ही एक ठेकेदार की थी।आतंकियों की मौजूदगी मुरादाबाद और परिक्षेत्र के अन्य जिलों में पहले से रही है। कई बड़ी घटनाओं के आतंकियों का कनेक्शन मुरादाबाद मंडल से रहा है।
आईएस के चार आतंकी दबोचे, तीन संभल के
यूपी एटीएस ने आईएसआईएस मॉड्यूल से जुड़े चार और संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि ये सभी संगठन बनाकर नए लोगों को उससे जोड़ रहे थे। इनमें से एक भदोही निवासी राकिब इमाम अंसारी को अलीगढ़ से 10 नवम्बर को पकड़ा था जबकि संभल निवासी नवेद सिद्दीकी,मो. नोमान और मो. नाजिम को एटीएस ने शनिवार को सम्भल से गिरफ्तार किया है।
सभी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र हैं और एएमयू के छात्र संगठन स्टूडेंट्स ऑफ अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की बैठकों के माध्यम से एक दूसरे के सम्पर्क में आए । इसी की आड़ में नए लोगों को आईएसआईएस से जोड़ने का कार्य करते थे। एटीएस की ओर से गिरफ्तार सभी संदिग्ध आतंकियों को कोर्ट में पेशकर उन्हें रिमांड पर लेने की कोशिश की जा रही है।
