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UP Chunav 2022 Opinion Poll: यूपी में 12% कम हो सकता है बसपा का वोट, सर्वे ने बताया मायावती के घाटे से किसका फायदा

उत्तर प्रदेश चुनाव में एक चीज जिसने सबको हैरान किया है, वह है बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) और इसकी सुप्रीमो मायावती की निष्क्रियता। चार बार प्रदेश की कमान संभाल चुकीं मायावती अभी तक मैदान में नहीं उतरी...

Sudhir Jha लाइव हिन्दुस्तान, लखनऊThu, 20 Jan 2022 11:00 AM
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उत्तर प्रदेश चुनाव में एक चीज जिसने सबको हैरान किया है, वह है बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) और इसकी सुप्रीमो मायावती की निष्क्रियता। चार बार प्रदेश की कमान संभाल चुकीं मायावती अभी तक मैदान में नहीं उतरी हैं तो उनके दल की गतिविधियां भी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और समाजवादी पार्टी (सपा) की तुलना में काफी कम दिख रही हैं। ऐसे में राजनीतिक जानकारों का मानना है कि पिछले दो चुनावों में बसपा के खराब प्रदर्शन और इस चुनाव में 'हाथी की सुस्ती' की वजह से पार्टी के समर्थक नया ठिकाना तलाश सकते हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि मायावती का यह घाटा किसके लिए फायदा बन सकता है?

जी न्यूज डिजाइन बॉक्स्ड की ओर से किए गए ताजा ओपिनियन पोल में भी कहा गया है कि बसपा को पिछले चुनाव के मुकाबले 12 फीसदी वोट शेयर का नुकसान झेलना पड़ सकता है। 11 लाख लोगों की राय पर सामने आए नतीजों के मुताबिक, बसपा को 2017 के विधानसभा चुनाव में 22 फीसदी वोट मिले थे, लेकिन इस बार पार्टी को 10 फीसदी वोट शेयर से ही संतोष करना पड़ सकता है। इस लिहाज  से पार्टी को 12 फीसदी वोट का नुकसान हो रहा है। 

किसे हो रहा है फायदा?
यह पक्के तौर पर तो नहीं कहा जा सकता कि बसपा से शिफ्ट होने वाले कितने वोटर किस पार्टी की ओर जाएंगे, लेकिन ओपिनियन पोल के मुताबिक दूसरी पार्टियों को जो वोटशेयर मिल रहे हैं, उनसे कुछ संकेत जरूर मिलते हैं। सर्वे के आंकड़े बताते हैं कि बीजेपी को इस साल 41 फीसदी वोट शेयर मिल सकता है, जबकि पार्टी को 2017 के चुनाव में 40 फीसदी वोट मिले थे। इस लिहाज से बीजेपी को 1 फीसदी अधिक वोट मिल रहा है। वहीं, 2017 में 22 फीसदी वोट लेने वाली सपा की हिस्सेदारी में बड़ा इजाफा होता दिख रहा है। सपा के खाते में इस बार 34 फीसदी वोट आ सकते हैं, यानी 12 फीसदी की वृद्धि। कांग्रेस की बात करें तो 2017 की तरह ही देश की सबसे पुरानी पार्टी के हाथ एक बार फिर 6 फीसदी वोट आएंगे। अन्य के खाते में 10 फीसदी के मुकाबले 9 फीसदी वोट आ सकते हैं।

पश्चिमी यूपी में किधर जा रहा वोट?
पश्चिमी यूपी में 2017 में बीजेपी को 41 फीसदी, सपा को 22, बसपा को 21, कांग्रेस को 8 और अन्य को 8 फीसदी वोट मिले थे। ओपिनियन पोल के मुताबिक, इस बार गन्ना बेल्ट में बीजेपी को 5 फीसदी वोट शेयर का नुकसान झेलना पड़ सकता है। जाट-मुस्लिम गठजोड़ बनाने की कोशिश में जुटी सपा को 37 फीसदी वोट मिल सकते हैं, जबकि बसपा का वोट शेयर यहां 21 फीसदी से घटकर 14 फीसदी रह सकता है। यहां बसपा का वोट सपा को शिफ्ट होता दिख रहा है। वहीं कांग्रेस को 6 फीसदी वोट मिल सकता है। 

मध्य उत्तर प्रदेश में किसका फायदा?
मध्य उत्तर प्रदेश की बात करें तो 2017 में बीजेपी को 45 फीसदी वोट मिले थे, सपा के खाते में 23, बसपा को 21 कांग्रेस को 4 और अन्य को 7 फीसदी वोट मिले थे। बीजेपी इस बार भी 45 फीसदी वोट मिलने की संभावना जताई गई है। सपा का वोटशेयर 23 से बढ़कर 32 होता दिख रहा है तो बसपा का वोट शेयर 21 से घटकर 8 पर सिमट सकता है। यानी यहां भी बसपा का घाटा, सपा के लिए फायदा कर सकता है। वहीं कांग्रेस के वोटर शेयर में भी 2 फीसदी का इजाफा होता दिख रहा है। अन्य के खाते में 9 फीसदी वोट जा सकते हैं। 

रुहेलखंड में क्या है मूड?
रुलेहलखंड की बात करें तो 2017 में बीजेपी को यहां 43 फीसदी वोट मिले थे, जबकि इस बार भगवा दल को 8 फीसदी का फायदा हो रहा है। पार्टी को इस बार 51 फीसदी वोट मिल सकता है। सपा का वोट शेयर भी यहां 24 से बढ़कर 36 फीसदी हो सकता है। कांग्रेस को पिछली बार 7 फीसदी वोट मिले थे तो इस बार उसके हाथ 4 फीसदी वोट ही आते दिख रहे हैं। बसपबा को 2017 में 19 फीसदी वोट मिले थे तो इस बार 12 फीसदी गिरावट के साथ पार्टी को 7 फीसदी वोट ही मिलने की संभावना जताई गई है। अन्य को भी 5 फीसदी कम 2 फीसदी वोट मिल सकते हैं। 

अवध में क्या हो सकता है?
अवध क्षेत्र में बीजेपी को पिछली बार 38 फीसदी वोट मिले थे, इस बार पार्टी को यहां 5 फीसदी अधिक 43 फीसदी वोट मिल सकते हैं। सपा की हिस्सेदारी में भी 10 फीसदी का इजाफा होता दिख रहा है। पार्टी को इस बार 32 फीसदी वोट मिल सकते हैं। बसपा को 2017 में 23 फीसदी वोट मिला था तो इस बार पार्टी 8 फीसदी पर सिमट सकती है। यानी बसपा को 15 फीसदी का घाटा हो सकता है। कांग्रेस को 1 फीसदी अधिक 8 फीसदी वोट शेयर मिलने की भविष्यवाणी की गई है। अन्य के खाते में 1 कम यानी 9 फीसदी वोट जा सकते हैं। 

बुंदेलखंड में किसका फायदा किसका नुकसान?
कभी बसपा के लिए गढ़ रहे बुंदेलखंड में बीजेपी को 2017 में 46 फीसदी वोट मिले थे। ओपिनियन पोल के मुताबिक बीजेपी को इस बार 13 फीसदी अधिक यानी 59 फीसदी वोट मिल सकता है। सपा को 2017 में 16 फीसदी वोट मिले थे तो इस बार पार्टी को 5 फीसदी अधिक वोट मिलने की संभावना है। कांग्रेस को यहां 4 फीसदी कम 5 फीसदी वोट मिल सकते हैं। बसपा का 12 फीसदी वोट दूसरी पार्टियों में शिफ्ट हो सकता है और पार्टी को 10 फीसदी वोट से संतोष करना पड़ सकता है। अन्य के खाते में 5 फीसदी वोट जा सकते हैं। 

पूर्वांचल में कैसी है हवा?
2017 चुनाव में बीजेपी को 35 फीसदी वोट मिला था, सपा को 22 फीसदी, कांग्रेस को 5 फीसदी और बसपा को 24 फीसदी वोट शेयर मिला था, अन्य के खाते में 14 फीसदी वोट गए थे। ओपिनियन पोल के मुताबिक, इस बार बीजेपी को 4 फीसदी का फायदा हो रहा है। भगवा कैंप को यहां 39 फीसदी वोट मिल सकते हैं। सपा को 14 फीसदी अधिक यानी 36 फीसदी वोट मिल सकते हैं। बसपा का वोट शेयर 24 से घटकर 11 फीसदी रह सकता है। कांग्रेस को 3 फीसदी का फायदा होता दिख रहा है। कांग्रेस को 8 और अन्य को 6 फीसदी वोट मिलने का अनुमान लगाया गया है। 

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