यूपी : कोरोना संक्रमित महिला को मिली डबल खुशी, जुड़वा बच्चियों को दिया जन्म
कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला को कोविड अस्पताल में खुशियों की डबल डोज मिली। महिला ने अस्पताल में ही दो बच्चियों को जन्म दिया। आधी रात के बाद प्रसव पीड़ा से कराहती इस महिला के लिए डॉक्टरों ने आननफानन...

कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला को कोविड अस्पताल में खुशियों की डबल डोज मिली। महिला ने अस्पताल में ही दो बच्चियों को जन्म दिया। आधी रात के बाद प्रसव पीड़ा से कराहती इस महिला के लिए डॉक्टरों ने आननफानन में लेवर रूम बनाकर उसका सुरक्षित प्रसव कराया। महिला के दोनों बच्चे स्वस्थ्य हैं, जिन्हें संक्रमण से बचाने के लिए घर भेज दिया गया, जबकि महिला अभी अस्पताल में ही है।
संभल जनपद में चंदौसी के निकट खेड़ाखास गांव की रहने वाली गर्भवती महिला ने बीमार होने पर जांच कराई तो उसे कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। सोमवार को महिला को नरौली कोविड एल टू अस्पताल में भर्ती कराया गया। महिला का आक्सीजन लेबल 87 था। आक्सीजन लगाने व दवाईयों के बाद महिला का आक्सीजन लेबल सामान्य हुआ।मगलवार तो तड़के चार बजे उसे प्रसव पीड़ा शुरू हो गया। ड्यूटी पर तैनात डॉ. मनोज सिंह की सूचना पर कुछ ही देर में गायिनक सर्जन डॉ. खिलेंद्र सक्सेना व डॉ. योगेश कोविड अस्पताल पहुंच गए।
महिला को रेफर करने की तैयारी करने पर डॉ. खिलेंद्र ने कहा कि दूसरे अस्पताल पहुंचने तक महिला व बच्चों की जान को खतरा हो सकता है। ऐसे में डाक्टर आननफानन में अस्पताल परिसर में लेवर रूम बनाकर महिला का प्रसव कराने की तैयारी में जुट गए। डाक्टरों की मेहनत रंग लाई और महिला ने दो बच्चियों को जन्म दिया।
डाक्टरों के प्रयास को डीएम ने भी सराहा
आमतौर पर सरकारी डाक्टरों पर लापरवाही करने व मरीज को टरकाने के आरोप लगते हैं, लेकिन कोविड अस्पताल में गायिनक सर्जन डॉ. खिलेंद्र सक्सेना, डॉ. योगेश व मनोज सिंह ने महिला व उसके बच्चों की जान बचाने के लिए जो किया उसकी हर तरफ सराहना हो रही है। जिलाधिकारी संजीव रंजन ने भी डाक्टरों की पीठ थपथपाई है।
बच्चियों भेजी गई घर, महिला अभी अस्पताल में
महिला का प्रसव कराने वाली टीम का नेतृत्व करने वाले गायनिक सर्जन डॉ. खिलेंद्र सक्सेना ने बताया कि सत्ताईस वर्षीय महिला का प्रसव कराने के बाद उसके दोनों बच्चियों को परिजनों के सुपुर्द कर घर भेज दिया गया। अस्पताल में मां के साथ रहने पर उनके संक्रमित होने का खतरा था। महिला की हालत भी अभी ठीक है।
महिला दर्द से कराह रही थी। उसके लिए वह बेहद नाजुक समय था। उसे प्रसव के लिए दूसरे अस्पताल रेफर किये जाने की हालत में महिला व उसके बच्चों की जान को जाखिम नजर आ रहा था। इसी बात को ध्यान में रखकर तुरंत कोविड अस्पताल में ही लेवर रूम बनाकर कोविड नियमों का पालन करते हुए महिला का प्रसव कराया गया। सुरक्षित प्रसव के बाद महिला खुश थी। साथ में हमारी टीम के सभी लोग भी खुश थी। - डॉ. खिलेंद्र सक्सैना
