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UP Election Result: राजनीति में कोई अमर नहीं, जानें योगी की जीत और पिता की हार पर क्या बोलीं संघमित्रा मौर्या

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जहां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है तो वहीं चुनाव से ठीक पहले योगी सरकार से इस्तीफा देकर सपा खेमे में गए स्वामी प्रसाद मौर्य को...

UP Election Result: राजनीति में कोई अमर नहीं, जानें योगी की जीत और पिता की हार पर क्या बोलीं संघमित्रा मौर्या
लाइव हिन्दुस्तान,लखनऊFri, 11 Mar 2022 01:20 PM

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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जहां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है तो वहीं चुनाव से ठीक पहले योगी सरकार से इस्तीफा देकर सपा खेमे में गए स्वामी प्रसाद मौर्य को करारी हार का सामना करना पड़ा है। स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी और बीजेपी सांसद संघमित्रा मौर्य ने अब योगी की जीत और पिता की हार पर रिएक्शन दिया है। उन्होंने हार और जीत को एक ही सिक्के के दो पहलू बताते हुए कहा कि राजनीति में कोई अमर नहीं है।

संघमित्रा मौर्य ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा, ''राजनीति में जीत हार एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। ऐसा नहीं  है कि हार के बाद जीत नहीं और जीत के बाद हार नहीं होती। मैं खुद आज सांसद हूं लेकिन इससे पहले दो बार हार चुकी हूं। संघर्ष करके यहां आई हूं। यह दौर सबके साथ आता है। कोई राजनीति में अमृत पीकर नहीं आया है, कि आ गया तो अमर हो गया।''

चुनाव से ठीक पहले स्वामी प्रसाद मौर्य और भाजपा प्रत्याशी के समर्थकों में झगड़े के बाद पिता को जितवाने की अपील कर चुकीं संघमित्रा मौर्य से जब पूछा गया कि क्या वह भाजपा की जीत से खुश हैं तो उन्होंने कहा, ''बिलुकल। जनता जिसको अपना आशीर्वाद देगी, जनता जो चाहेगी वही होगा, जो जनता की बात नहीं मानेगा उसे जनता बाहर कर देगी। जनता को निर्णय मान्य है। आज प्रचंड बहुमत से सरकार बनी है वह पहले से तय था। मोदी जी की योजनाएं जो गांव, गांव घर-घर पहुंची हैं, उसका लाभ मिलने यह सबको पता था।'' 

सपा प्रत्याशी और अपने पिता स्वामी प्रसाद मौर्य की हार से दुखी हैं? संघमित्रा मौर्य ने इसके जवाब में कहा, ''मैं ने पहले ही कहा कि हार और जीत एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। मैं खुद दो बार हार चुकी हूं। मैं ही क्या पिता जी ने भी लंबा संघर्ष किया है। हार का मुंह देखा है। संघर्ष के सफर में हमने दोनों पहलू देखा है, जनता का फैसला हृदय से स्वीकार करते हैं।''

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