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देश में सर्वाधिक बिजली कनेक्शन वाला राज्य बना यूपी, 8 सालों में पौने दो करोड़ परिवारों का रहन-सहन बदला 

यूपी में घरेलू उपभोक्ताओं की संख्या 2.74 करोड़, महाराष्ट्र में करीब 2.40 करोड़ और तमिलनाडु में करीब 2.20 करोड़ के करीब है। महाराष्ट्र-तमिलनाडु में कुल उपभोक्ताओं की संख्या 3 करोड़ बताई जा रही है।

देश में सर्वाधिक बिजली कनेक्शन वाला राज्य बना यूपी, 8 सालों में पौने दो करोड़ परिवारों का रहन-सहन बदला 
Ajay Singhहेमंत श्रीवास्तव,लखनऊSat, 28 Jan 2023 06:27 AM

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महज आठ साल में 1.47 नए बिजली कनेक्शन देने के साथ ही यूपी देश में सर्वाधिक विद्युत उपभोक्ताओं वाला राज्य बन गया है। दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र और तीसरे नंबर पर तमिलनाडु है। यूपी में घरेलू उपभोक्ताओं की संख्या 2.74 करोड़, महाराष्ट्र में करीब 2.40 करोड़ और तमिलनाडु में करीब 2.20 करोड़ के करीब है। महाराष्ट्र और तमिलनाडु में कुल उपभोक्ताओं की संख्या करीब तीन करोड़ बताई जा रही है जो कि यूपी से 23 से 25 लाख कम है।

बीते आठ साल में प्रदेश के 1.8 करोड़ से अधिक परिवार ढिबरी और लालटेन युग से बाहर निकल आए हैं। इस अवधि में प्रदेश में बिजली के नए कनेक्शन का रिकार्ड भी बना है। वर्ष 2014 तक राज्य में कुल करीब 1.42 करोड़ उपभोक्ता थे, वहीं वर्ष 2014 से नवंबर 2022 के बीच राज्य में 1.8 करोड़ नए उपभोक्ताओं के घरों में बिजली पहुंचीं। बिजली के साथ ही इन परिवारों में पंखा, कूलर, एसी, फ्रीज, टीवी और अन्य इलेक्ट्रिक व इलेक्ट्रानिक उपकरण भी पहुंच गए।

बिजली की मांग दोगुने से अधिक बढ़ी

राज्य के लोगों के रहन-सहन में सुधार को ऐसे भी समझा जा सकता है कि वर्ष 2014 में बिजली की अधिकतम मांग 12327 मेगावाट रिकार्ड की गई थी जो 2022 में 26589 मेगावाट पहुंच गई। बिजली के कनेक्शन दोगुने से अधिक हुए तो खपत भी उसी गति से बढ़ गई। सत्ता पर काबिज होने के साथ ही प्रदेश सरकार ने हर घर को बिजली कनेक्शन देने का अभियान शुरू किया। जिसके परिणाम स्वरूप 2017 से अब तक एक करोड़ 47 लाख 90 हजार नये कनेक्शन दिए जा चुके हैं। इसमें बड़ी भूमिका सौभाग्य योजना के तहत कनेक्शन देने की रही। वर्ष 2017 से 2021 के बीच सौभाग्य योजना के तहत प्रदेश में 62.18 लाख कनेक्शन दिए गए थे। इस योजना में अधिक कनेक्शन देने पर भारत सरकार ऊर्जा मंत्रालय ने यूपी को पुरस्कृत भी किया था। 

यूपी पावर कारपोरेशन के चेयरमैन एम. देवराज ने बताया कि प्रदेश में रिवैम्प्ड योजना के तहत बिजली व्यवस्था को और बेहतर किया जा रहा है। बिजली उत्पादन से लेकर वितरण तक कई योजनाओं पर काम शुरू किया गया है। आने वाले दिनों में प्रदेश के हर उपभोक्ता को निर्बाध बिजली मिलेगी।

ऐसे बढ़ती गई बिजली कनेक्शन की संख्या

2014- 142.64 लाख

2017- 180.13 लाख

2019- 259.79 लाख

2020- 287.11 लाख

नवंबर 2022- 323.07 लाख

2014- कुल 63597 मजरों में पहुंची थी बिजली

2022- 249818 मजरों में पहुंच चुकी थी बिजली

बिजली सप्लाई- 2014-2017 के बीच - जिला मुख्यालय 17 घंटे, तहसील मुख्यालय 12 घंटे और ग्रामीण क्षेत्र 11 घंटे

अब- जिला मुख्यालय 24 घंटे, तहसील मुख्यालय 21.30 घंटे और ग्रामीण क्षेत्र 18 घंटे

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