यूपी के 8110 राशन कार्ड धारकों ने लिया फ्री राशन, जानें आगे की व्यवस्था
यूपी सबसे ज्यादा राशन कार्ड को आधार नंबर से जोड़ने वाला राज्य बन गया है। वहीं बीते छह महीनों में खाद्य व रसद विभाग ने रिकार्ड 1,61,256 नए राशनकार्ड बनाए हैं। प्रदेश में 99.79 फीसदी राशन...
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यूपी सबसे ज्यादा राशन कार्ड को आधार नंबर से जोड़ने वाला राज्य बन गया है। वहीं बीते छह महीनों में खाद्य व रसद विभाग ने रिकार्ड 1,61,256 नए राशनकार्ड बनाए हैं। प्रदेश में 99.79 फीसदी राशन कार्ड अब आधार नंबर से जुड़ गए हैं। प्रदेश में 3,60,12,758 राशनकार्ड हैं। राशन कार्डों को आधार कार्ड से जोड़ने के चलते अब राशन वितरण में होने वाली धांधली पर पूरी तरह रोक लग गई है। राशन वितरण में बायोमीट्रिक व्यवस्था लागू कर दी गई है जिससे राशन कार्डधारक के अंगूठा लगाने पर ही राशन मिल पा रहा है।
वहीं मोबाइल ओटीपी से भी राशन वितरण की व्यवस्था की गई है। प्रवासी मजदूरों को भी निशुल्क राशन दिया गया। इस वर्ष कोरोना संकट में सरकार ने 15 करोड़ लोगों को जुलाई और अगस्त में फ्री राशन उपलब्ध कराया। इसके तहत हर कार्डधारक को 3 किलो गेहूं और 2 किलो चावल वितरित किया गया। कोरोना की पहली लहर के दौरान भी सरकार ने पात्र कार्डधारकों को 8 महीने तक 60 लाख मीट्रिक टन मुफ्त राशन वितरण किया था।
प्रदेश के 87,239 कार्डधारकों द्वारा अन्य राज्यों से और अन्य राज्यों के 8110 कार्डधारकों द्वारा उत्तर प्रदेश में राशन लिया गया है। खाद्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस योजना को लागू करने के चलते यूपी से दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और महाराष्ट्र में काम करने गए श्रमिक वहां राशन की दुकानों से राशन ले रहे हैं।