Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़UP Agra Petrol Pump allotted to Kargil Martyr Family to be closed soon was earning from 25 years

शहीद के परिजनों को मिला पेट्रोल पंप हो सकता है बंद, 25 साल से इसी से चल रहा था घर

आगरा में शहीद के परिजनों को मिला पेट्रोल पंप बंद हो सकता है। परिवार 25 साल से इसी से हुई कमाई से घर चला रहा था। अब जमीन अधिग्रहित हो गई है जिस कारण कंपनी पेट्रोल पंप बंद कर रही है।

शहीद के परिजनों को मिला पेट्रोल पंप हो सकता है बंद, 25 साल से इसी से चल रहा था घर
Srishti Kunj अमित पाठक, आगराWed, 31 July 2024 06:03 AM
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आगरा निवासी कारगिल शहीद श्यामवीर सिंह का परिवार परेशान है। श्यामवीर सिंह की शहादत पर सरकार से मिला पेट्रोल पंप परिवार से छिनने वाला है। पेट्रोल पंप की जमीन इनररिंग रोड के तीसरे चरण में अधिग्रहित हो चुकी है। पेट्रोलियम कंपनी ने परिवार से कह दिया है कि परिवार कंपनी को दूसरी जमीन उपलब्ध कराएं तो उन्हें कंपनी पंप लगाकर देगी।

कंपनी सर्किल रेट पर जमीन खरीदना चाहती है। परंतु कोई भी किसान सर्किल रेट पर जमीन बेचने को तैयार नहीं है। 1999 में ऑपरेशन विजय के दौरान कारगिल में शहीद हुए श्यामवीर सिंह के परिवार को केन्द्र सरकार की ओर से ग्वालियर रोड पर ककुआ गांव के पास हाईवे किनारे आईओसी का पेट्रोल पंप मिला था। वीर नारी गीता देवी और तीन बेटे तभी से पेट्रोल पंप की आय से गुजर-बसर कर रहे हैं।

शहीद के बेटे विजय सिंह ने बताया कि इनररिंग रोड के तीसरे चरण के लिए जिस जमीन का अधिग्रहण हुआ है, उसमें पेट्रोल पंप की जमीन भी शामिल है। 2021 में अधिग्रहण की जानकारी मिलने के बाद से वह पेट्रोलियम कंपनी के संपर्क में हैं। परंतु अब स्थिति खराब हो गई है। एनएचएआई के लोग प्रतिदिन आकर पेट्रोल पंप बंद करने का अल्टीमेटम दे रहे हैं। कुछ दिन पहले पंप को बाउंड्री वॉल भी एनएचएआई ने गिरा दी।

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कंपनी को चाहिए सर्किल रेट पर जमीन
शहीद के बेटे विजय सिंह का कहना है कि कंपनी का कहना है कि परिवार उन्हें दूसरी जमीन उपलब्ध कराए। कंपनी जमीन को खरीद लेगी अथवा लीज पर लेगी। परंतु यहीं पर पेंच फंसा हुआ है। दरअसल कंपनी सर्किल रेट पर जमीन खरीदेगी। दूसरी तरफ हाईवे किनारे जमीन के दाम सर्किल रेट से बहुत ज्यादा हैं। कोई भी किसान सर्किल रेट पर जमीन देने को तैयार नहीं हैं। यदि जमीन नहीं मिली तो कंपनी पंप लगाकर नहीं देगी। इससे परिवार के सामने संकट खड़ा हो जाएगा।

डीएम से मिले शहीद के परिजन
कुछ दिन पहले शहीद के परिवार ने जिलाधिकारी भानुचन्द्र गोस्वामी से मुलाकात की थी। परिजनों ने मामले की जानकारी से उन्हें अवगत कराया। जिलाधिकारी ने भी कहा कि प्रक्रिया कपनी की टर्म-कडीशन के हिसाब से ही होगी। डीएम की बात सुनकर परिवार मायूस होकर वापस चला आया।

कारगिल शहीद श्यामवीर सिंह की पत्नी, गीता देवी ने कहा कि परिवार चाहता है कि कंपनी कहीं और चालू हालत में एक पंप परिवार को चलाने को दे। यदि यह संभव नहीं है तो प्रशासन सरकारी जमीन का कोई टुकड़ा कंपनी के नाम करके कपनी को पंप लगाकर देने का आदेश दे।

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