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उन्नाव केस : एसपी की पूछताछ में कांपने लगा था नाबालिग लड़कियों का हत्यारोपी

काजल के भाई ने पुलिस को आरोपितों का सुराग दिया था। पुलिस ने दोनों आरोपितों समेत चार को उठाया तो राज खुल गए। एसपी की पूछताछ में नाबालिग लड़का कांपने लगा था तभी शक गहरा गया था। आरोपितों ने हत्या को...

उन्नाव केस : एसपी की पूछताछ में कांपने लगा था नाबालिग लड़कियों का हत्यारोपी
वरिष्ठ संवाददाता, उन्नावSun, 21 Feb 2021 08:55 AM
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काजल के भाई ने पुलिस को आरोपितों का सुराग दिया था। पुलिस ने दोनों आरोपितों समेत चार को उठाया तो राज खुल गए। एसपी की पूछताछ में नाबालिग लड़का कांपने लगा था तभी शक गहरा गया था। आरोपितों ने हत्या को आत्महत्या का दृश्य बनाने की कोशिश की। इसीलिए एक किशोरी के गले में दुपट्टे डाला गया था। इसके बाद अचेत सभी किशोरियों को एक के ऊपर करके हाथ दुपट्टे से बांधे ताकि कोई समझ न पाए। पर पुलिसिया सख्ती के चलते आरोपितों का खेल फेल हो गया। 

घटना वाले दिन काजल का छोटा भाई ललित उर्फ सपाटू घटनास्थल से कुछ दूर पर गांव के लड़कों के साथ भैंस चरा रहा था। वारदात के बाद पुलिस ने सपाटू से पूछताछ की। सपाटू ने बताया-विनय उर्फ लंबू और नाबालिग राजू (काल्पनिक नाम) खेत में दिखे थे। सपाटू की निशानदेही पर पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। बकौल एसपी आनंद कुलकर्णी नाबालिग से पूछताछ कर रहे थे तो लग गया था कि वह चश्मदीद है। क्योंकि उसने लड़कियों को भी खेत पर जाते सबसे पहले देखा था और यहीं से पुलिस को पूरी कहानी समझ में आ गई।   

नाबालिग से इस तरह हुई पूछताछ
- कुर्सी पर बैठाया, धीरे-धीरे फुसलाकर पूछा बताओ और क्या देखा।  
- तुम्हें कुछ नहीं होगा, चिप्स का पैकेट किसके कहने पर ले गए थे।
- इतने पर लड़का कांपने लगा, मुझे लगा कि उसे सर्दी लग रही होगी।
- तब कंबल ओढ़ने को दिया, चाय पिलाई फिर भी कंपकंपी नहीं गई। 
- लग रहा था कहीं न कहीं इसका रोल है, पर विश्वास नहीं हो रहा था।
- राज खुला तो यकीन ही नहीं हुआ, नाबालिग दिमाग का क्या रोल था। 
- हालांकि उसने बॉडी को डिस्पोज करने, हटाने में बराबर साथ दिया था। 

और टूट गया लंबू, कबूल लिया गुनाह
नाबालिक लड़के ने खुलासा किया तो लंबू भी टूट गया और उसने घटना की कहानी खोल दी। लंबू ने सिर्फ रोशनी को पानी दिया था। काजल और कोमल ने भी पानी पिया तो उनकी हालत बिगड़ने लगी। कुछ देर में तीनों की स्थिति नाजुक हो गई। एक साथ तीन लड़कियों को देखकर दोनों डर गए। जल्दबाजी में उन्होंने तीनों को उठाकर एक साथ रख दिया। ताकि लोगों को देखने में ऐसा लगे कि तीनों किशोरियों ने जहरीला पदार्थ खाकर खुदकुशी की है। घटनास्थल पर गई एक महिला ने बताया कि एक लड़की के गले में दुपट्टा था जबकी दो लड़कियों को हाथ में दुपट्टा लिपटा था। आरोपित जब यह जान गए कि तीनों की जान खतरे में है तो वह मामले को आत्महत्या का रूप देने के लिए उस समय जो समझ में आया करके वहां से भाग गए।

अरे भगवान सुन कांप गए सूर्यपाल
घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचने वाले सूर्यपाल ने बताया कि वह बगल के गांव केवनी में जगदीश के यहां मजदूरी करके लौट रहा था। गांव के बाहर पहुंचा तो पत्नी विटोला मिल गई। उसने बताया, काजल घर नहीं पहुंची है। खोजते-खोजते खेत के पास पहुंचा तो आवाज आई अरे भगवान। यह आवाज रोशनी की थी, सुनकर मौके पर पहुंचे तो हालात देखकर रोंगटे खड़े हो गए। दो बेटियां एक के उपर एक लदी थीं। बगल में रोशनी कराह रही थी। एक बेटी के गले में दुपट्टे का फंदा था। 

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