आपके घर भी लगा है बिजली मीटर तो जरूर पढ़ लें ये खबर, होने वाला है बड़ा बदलाव
लेसा के करीब दो लाख उपभोक्ताओं के स्मार्ट पोस्टपेड मीटर अब प्रीपेड में बदले जाएंगे। पावर कॉरपोरेशन के एमडी पंकज कुमार ने सभी डिस्कॉम के एमडी को पत्र लिखकर शत-प्रतिशत प्रीपेड मीटर में बदलने का आदेश...
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लेसा के करीब दो लाख उपभोक्ताओं के स्मार्ट पोस्टपेड मीटर अब प्रीपेड में बदले जाएंगे। पावर कॉरपोरेशन के एमडी पंकज कुमार ने सभी डिस्कॉम के एमडी को पत्र लिखकर शत-प्रतिशत प्रीपेड मीटर में बदलने का आदेश दिया है। एमडी के आदेशानुसार उपभोक्ता का पिछले महीने का बिजली बिल बना हो। यदि उपभोक्ता ने किसी भी माध्यम से बिल संबंधी शिकायत की है तो सात दिनों में बिल संशोधित किया जाएगा। पोस्टपेड से प्रीपेड में बदलने से पहले उपभोक्ताओं को एसएमएस और व्हाट्सएप पर सूचित किया जाएगा। प्रीपेड में परिवर्तित उपभोक्ताओं को 30 दिन का ग्रेस पीरियड मिलेगा, जिस दौरान वह बिजली बिल जमा कर सकेंगे। गौरतलब है कि पिछले दिनों केंद्र सरकार की तरफ से नोटिफिकेशन जारी कर 100 फीसदी प्रीपेड स्मार्ट मीटर इंस्टॉल करने के लिए कहा गया है।
मंत्री-विधायकों के यहां नहीं लगे प्रीपेड मीटर
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने दो साल पहले सभी मंत्रियों और विधायकों के सरकारी भवनों में प्रीपेड मीटर लगाने का आदेश दिया था, मगर अभी तक सिर्फ 28 मंत्रियों के यहां प्रीपेड मीटर लगा है। अधिकांश विधायकों के यहां भी प्रीपेड मीटर नहीं लग सका है।
स्मार्ट प्रीपेड मीटर के फायदे
- प्रीपेड स्मार्ट मीटर के साथ छेड़छाड़ की समस्या खत्म हो जाएगी। कोई ऐसा करता है तो विभाग के पास अलर्ट मैसेज जाएगा और संबंधित उपभोक्ता पर कार्रवाई हो सकती है।
- उपभोक्ता के पास बिजली बिल नहीं आएगा, क्योंकि रिचार्ज करने के नाते उसकी जरूरत ही नहीं पड़ेगी। बिजली बिल भरने के लिए केंद्र के चक्कर काटने की भी जरूरत नहीं।
- किसी भी तरह की गड़बड़ी की संभावना भी कम होगी। जैसे लोग कटिया डालकर घरों में सीधे बिजली उपभोग नहीं कर सकेंगे। मीटर रीडिंग में चूक से भी छुटकारा मिलेगा।
- स्मार्ट मीटर बिजली के खर्चों को बचाते हैं। उपभोक्ता जितना रिचार्ज करता है, उतनी ही बिजली खर्च करता है। ऐसे में बेतहाशा बिजली खर्च की गुंजाइश भी नहीं रहती।
- उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर पर लगी डिस्प्ले स्क्रीन के माध्यम से वर्तमान-शेष बिजली बिल, वर्तमान-शेष राशि, पिछले महीने खपत बिजली मात्रा से पता चल सकता है।
- स्मार्ट मीटर स्वचालित अलार्म रखता है। जब उपभोक्ता के घर में लोड अधिक होता है या शेष बिजली अपर्याप्त होती है, तो यह स्वचालित अलार्म रिचार्ज की याद दिलाएगा।
प्रीपेड मीटर की दिक्कतें
प्रीपेड मीटर उपभोक्ताओं को रिचार्ज कराने में काफी दिक्कत होती है। जीनस कंपनी के प्रीपेड मीटर का रिचार्ज कूपन रेजीडेंसी, क्लाइव रोड समेत कुछ बिलिंग केंद्रों पर मिलता है। ऐसे में राजाजीपुरम, ठाकुरगंज, चौक के उपभोक्ताओं को रिचार्ज कराने के लिए भटकना पड़ता है।
लोड बढ़ते ही कट जाता है कनेक्शन
प्रीपेड मीटर में तय विद्युत लोड से अधिक बिजली इस्तेमाल करने पर कनेक्शन कट जाता है। इससे उपभोक्ताओं को काफी दिक्कत होती है। किसी का दो किलोवाट लोड कनेक्शन है। ऐसे में दो किलोवाट से अधिक लोड हो गया तो कनेक्शन कट जाएगा। रिचार्ज करने पर ही बिजली मिलने से ढेरों ऐसे लोग भी बिजली से वंचित हो जाएंगे, जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। उनके पास बिजली रिचार्ज करने को पैसे न हुए तो बड़े तबके को अंधेरे में रहने को मजबूर होना पड़ेगा।
लेसा सिस गोमती मुख्य अभियंता मधुकर वर्मा ने बताया, स्मार्ट मीटर पोस्टपेड से प्रीपेड में बदले जाएंगे। उपभोक्ता जितनी बिजली इस्तेमाल करेगा, उतने का रिचार्ज कराएगा। प्रीपेड मीटर के साथ छेड़छाड़ की समस्या खत्म हो जाएगी।