गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए दो विदेशी कंपनियों ने भी दिखाई रुचि, जून में होना है शिलान्यास
मेरठ से प्रयागराज तक 594 किमी के गंगा एक्सप्रेसवे को बनाने के लिए 11 कंपनियों ने रूचि दिखाई है। इसमें दो कंपनियां मलेशिया व दक्षिण कोरिया की हैं। यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश...
मेरठ से प्रयागराज तक 594 किमी के गंगा एक्सप्रेसवे को बनाने के लिए 11 कंपनियों ने रूचि दिखाई है। इसमें दो कंपनियां मलेशिया व दक्षिण कोरिया की हैं। यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश अवस्थी व औद्योगिक विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव आलोक कुमार की अध्यक्षता में निविदा मूल्यांकन समिति की बैठक हुई। इसमें 11 कंपनियों के रुचि की अभिव्यक्ति अभिलेख (ईओआई) प्रस्ताव प्राप्त हुए। यह एक्सप्रेसवे पीपीपी माडल में डीबीएफओटी के आधार पर बनाया जाना है।
गंगा एक्सप्रेसवे के पीपीपी मोड के तहत डिजाइन, बिड, फाइनेन्स, आपरेट, मेन्टेन एवं ट्रांसफर के आधार पर गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना का विकास यह कंपनियां करने को इच्छुक हैं। गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। मेरठ से शुरू होकर हापुड़, बुलन्दशहर, अमरोहा, सम्भल, बंदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ पर होते हुए प्रयागराज पर समाप्त होगा। इसके निर्माण में देश ही नहीं विदेश की भी बड़ी सड़क निर्माण कम्पनियों द्वारा रुचि दिखाई जा रही है।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने निविदाकर्ताओं के समक्ष प्रसन्नता व्यक्त करते हुुए यह भरोसा दिलाया कि, यूपीडा द्वारा गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण के शुरुआती दौर की प्रक्रियाओं को शीघ्र पूरा करके एक्सप्रेसवे से संबंधित भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू करने की दिशा में और तीव्रता से कार्य किया जा रहा है।
निर्माण के लिए यह कंपनियां इच्छुक
-वेल्सपन इंटरप्राइज
-आईजेएम कोरपोरेशन (मलेशिया)
-अडानी रोड ट्रांसपोर्ट
-मांटीकार्लो
-ग्वार कांस्ट्रक्शन
-पीएनसी इंफ्राटेक
-प्रकाश एंड टोल हाइवे
-ओरिंटयल स्ट्रक्चरल इंजीनियर्स
-अशोका बिल्डकान
-आइरकान इंटरनेशनल (दक्षिण कोरिया)