UP: 13 दिन पहले स्कूल बस से अगवा जुड़वा भाईयों के शव मिलने के बाद चित्रकूट में बवाल, पुलिस ने छोड़े आंसू के गोले
चित्रकूट में 13 दिन पहले अगवा तेल कारोबारी के जुड़वां बेटों की 20 लाख फिरौती लेने के बाद भी हत्या कर दी गई। दोनों के हाथ-पैर बंधे शव बांदा जिले में यमुना नदी से बरामद किए गए हैं। इस हत्याकांड में...
चित्रकूट में 13 दिन पहले अगवा तेल कारोबारी के जुड़वां बेटों की 20 लाख फिरौती लेने के बाद भी हत्या कर दी गई। दोनों के हाथ-पैर बंधे शव बांदा जिले में यमुना नदी से बरामद किए गए हैं। इस हत्याकांड में शामिल छह लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
12 फरवरी को स्कूल बस से उतार अपहरण
बांदा के एसपी गणेश प्रसाद साहा ने रविवार को बताया कि मध्य प्रदेश के सतना जिले के मूल निवासी तेल व्यवसायी बृजेश रावत वर्तमान में उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के कर्बी थाना के सीतापुर में रहते हैं। उनके छह वर्षीय जुड़वां बेटे- प्रियांश और श्रेयांश यूपी के चित्रकूट स्थित जानकीकुंड सद्गुरु पब्लिक स्कूल में पढ़ते थे। 12 फरवरी की दोपहर फिल्मी स्टाइल में स्कूल बस से तमंचे के बल पर बाइक सवार बदमाशों ने इनका अपहरण कर लिया था। इसके बाद से उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश पुलिस के अलावा दोनों प्रांतों की एसटीएफ बच्चों की तलाश में जुटी थी।
बीस लाख की फिरौती भी ली
पुलिस के अनुसार, अपहर्ताओं ने घटना के दो दिन बाद बृजेश रावत को फोन करके दो करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। इसके बाद रावत के पास फिरौती के लिए कई फोन आए। हर बार आरोपियों ने फिरौती के लिए राह चलते लोगों के फोन का उपयोग किया। आरोपियों ने इस दौरान पीड़ित पक्ष से 20 लाख रुपये की फिरौती भी ली।
आरोपियों तक पहुंचने में राहगीर मददगार बना
सतना में रीवा परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक चंचल शेखर के अनुसार, उनके लिए आरोपियों तक पहुंचने में एक राहगीर ही मददगार बना। राहगीर ने शक होने पर आरोपियों की मोटरसाइकिल की तस्वीर खींच ली। यह मोटरसाइकिल उत्तर प्रदेश की थी। पुलिस इसी तस्वीर के सहारे रोहित द्विवेदी तक पहुंची। उसके बाद पुलिस ने राजू द्विवेदी, पद्म शुक्ला, लकी सिंह को गिरफ्तार किया।
जंजीर से जकड़कर मासूमों को नदी में फेंका
अपहर्ताओं की निशानदेही पर रविवार तड़के मध्य प्रदेश के नयागांव थाना पुलिस ने मर्का पुलिस की मदद से औगासी से तीन किलोमीटर दूर देवी मंदिर के समीप यमुना नदी से तीन घंटे की मशक्कत के बाद बच्चों के शव बरामद किए। अपहर्ताओं ने दोनों बच्चों के पैर रस्सी और जंजीर से जकड़कर लोहे की जाली में पत्थर बांधकर 21 फरवरी की रात जिंदा नदी में फेंक दिया। इससे पहले 19 फरवरी को ही उन्होंने बीस लाख की फिरौती भी ले ली थी।
क्रुद्ध भीड़ ने पथराव किया
शव मिलने के बाद परिवार में कोहराम मच गया और लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। भीड़ ने जानकीकुंड परिसर में घुसकर तोड़-फोड़ के साथ पथराव और आगजनी की। रोकने पर पुलिस पर भी पथराव किया। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। इसके बाद भी पथराव जारी रहा तो पुलिस ने लाठियां पटककर लोगों को खदेड़ा।
आरोपितों में संस्था के शिक्षक का बेटा भी
गुस्सा इस बात पर ज्यादा था कि घटना में शामिल एक आरोपित संस्था द्वारा संचालित संस्कृत विद्यालय के शिक्षक का बेटा है। बवाल को बढ़ता देख चित्रकूट के सांसद भैरो मिश्रा ने पहुंचकर लोगों को समझाया तब जाकर भीड़ नियंत्रित हुई। एसपी ने कहा कि बच्चों के शवों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है, आगे की कार्रवाही सतना पुलिस करेगी।
हत्यारों को कीमत चुकानी पड़ेगी : कमलनाथ
टीकमगढ़। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस लोमहर्षक हत्याकांड पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि आरोपियों को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। कमलनाथ ने रविवार को कहा कि इस हृदय विदारक घटना से मन व्यथित है। आरोपियों को इस जघन्य कृत्य के लिए बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बच्चों के पिता बृजेश रावत से फोन पर बात कर शोक संवेदना व्यक्त की और आश्वस्त किया कि इस घटना के आरोपियों को न केवल पकड़ा जाएगा बल्कि उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।