ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेशकीमतों में भारी हुआ सोना तो हल्‍के होने लगे जेवर, ब्रांडेड शो-रूम से छोटी दुकानों तक पहुंची नई रेंज

कीमतों में भारी हुआ सोना तो हल्‍के होने लगे जेवर, ब्रांडेड शो-रूम से छोटी दुकानों तक पहुंची नई रेंज

सोने की कीमतें रिकार्ड स्तर पर बढ़ने का असर आभूषणों के वजन पर दिखने लगा है। लोगों की डिमांड को देखते हुए ब्रांडेड शो-रूम से लेकर छोटे दुकानों में हल्के वजन के आभूषणों की रेंज पहुंच गई है। नतीजतन,...

कीमतों में भारी हुआ सोना तो हल्‍के होने लगे जेवर, ब्रांडेड शो-रूम से छोटी दुकानों तक पहुंची नई रेंज
अजय श्रीवास्‍तव ,गोरखपुर Sat, 04 Jul 2020 09:48 AM
ऐप पर पढ़ें

सोने की कीमतें रिकार्ड स्तर पर बढ़ने का असर आभूषणों के वजन पर दिखने लगा है। लोगों की डिमांड को देखते हुए ब्रांडेड शो-रूम से लेकर छोटे दुकानों में हल्के वजन के आभूषणों की रेंज पहुंच गई है। नतीजतन, सोने की कीमतों में रिकार्ड छलांग के बाद भी दुकानों पर खासी चहल-पहल दिख रही है। सोने में बेहतर रिटर्न के ट्रैक रिकार्ड को देखते हुए प्रमुख सर्राफा कारोबारी बढ़ी हुई कीमतों में भी उम्मीद देख रहे हैं। उन्हें भरोसा है कि सोना एक साल में 20 फीसदी से अधिक का रिर्टन देगा। 

कोरोना के खतरों, बार्डर पर तनाव और वैश्विक मंदी के माहौल के बीच सोने की कीमतों में रिकार्ड उछाल आया है। गुरुवार को कीमतें 50 हजार रुपये प्रति दस ग्राम तक पहुंच गई थीं, वहीं शुक्रवार को कुछ नरमी दिखी। शक्रवार को सोना 49,700 रुपये प्रति दस ग्राम था। महंगाई के बीच लोगों के बजट का ख्याल रखते हुए कारोबारी हल्के जेवर तैयार करा रहे हैं। प्रमुख कारोबारी पंकज गोयल टोनी का कहना है कि ‘शादी का सीजन खत्म हुआ है। इसमें मार्केट काफी अच्छा था। सावन से साथ ही त्योहारी मौसम शुरू होगा। सावन में रिंग सेरेमनी होती है। वहीं रक्षाबंधन में भी भाई बहनों को सोने के जेवर गिफ्ट देते हैं। ऐसे में डिमांड की कमी नहीं है।’ 

हिन्दी बाजार के कारोबारी सोमू निगम का कहना है कि ‘लोगों को उनके बजट में भड़कीले जेवर मिल सकें, इसके लिए स्पेशल आर्डर पर आभूषण बनवाये जा रहे हैं। सर्राफा बाजार में स्थानीय कारीगर तो आभूषण बनाते ही हैं, बड़ी मात्रा में मुंबई और राजकोट से आर्डर देकर मंगवाया जा रहा है।’ राप्ती काम्पलेक्स में आभूषणों के बिक्रेता घनश्याम वर्मा बताते हैं कि ‘डिजाइनर आभूषण दिल्ली और मेरठ से भी आते हैं। अब लोग आभूषणों के वजन के बजाए डिजाइन पर विशेष फोकस कर रहे हैं। पहले सोने की चूड़ी 30 से 40 ग्राम में आती थी, अब 15 से 20 ग्राम में चूड़ियां उपलब्ध हैं। अंगूठी, चेन, हार भी काफी हल्के वजन में हैं, जो लोगों की बजट से मेल खा रहे हैं।’ 

सोने ने हमेशा दिया है बेहतर रिटर्न 
एश्प्रा ग्रुप के निदेशक और प्रमुख कारोबारी अतुल सराफ का कहना है कि ‘सोना सिर्फ महिलाओं और पुरुषों के लिए आभूषण भर नहीं है, यह निवेश का बेहतर विकल्प है। सोने ने हमेशा ही बेहतर रिटर्न दिया है। एक दशक में करीब पांच गुना कीमतें बढ़ी हैं। इतना रिटर्न शायद ही किसी अन्य क्षेत्र में मिले।’ वह कहते हैं कि ‘सोने की कीमतों में भले ही रिकार्ड बढ़ोत्तरी हुई हो लेकिन डिमांड में कोई कमी नहीं नहीं है। अभी भी गोरखपुर में रोज तीन से चार करोड़ का कारोबार हो रहा है। अलबत्ता लोग अब कुछ कम वजन का आभूषण पसंद कर रहे हैं। नई तकनीक से कम वजन में भी अच्छे आभूषण उपलब्ध हैं।’ कारोबारी का कहना है कि ‘आने वाले दिनों में कीमतें और बढ़े सकती हैं। अभी तक लोगों को करीब 10 फीसदी प्रति वर्ष का रिर्टन सोने ने दिया है, एक साल में करीब 25 फीसदी रिटर्न की उम्मीदें हैं। ग्राहकों की सहूलियत के लिए आसान किस्त और बीमा की भी सुविधा दे रहे हैं।

95 वर्षों में ऐसे बढ़ी सोने की कीमतें
वर्ष 1925-18 रुपये 
वर्ष 1950-99 रुपये
वर्ष 1975-540 रुपये
वर्ष 2000-4400 रुपये
वर्ष 2005-7000 रुपये
वर्ष 2010-18,500 रुपये
वर्ष 2015-26,343 रुपये
वर्ष 2020-50,000 रुपये
नोट-कीमतें रुपये प्रति दस ग्राम में ÜÜðª
(कीमतें जैसा प्रमुख कारोबारी एश्प्रा के निदेशक अतुल सराफ ने बताया)

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें