भदोही में गोपीगंज थाना क्षेत्र के चकविजयी (कौलापुर) गांव स्थित पानी की टंकी पर गुरुवार को दोपहर में गांव निवासी विजयी प्रजापति नामक किसान चढ़ गया। प्रधानपति द्वारा जबरन जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए उसने खुद पर मिट्टी का तेल उड़ेल कर जान देने की धमकी दी। पुलिस व राजस्व अफसरों के मनाने के बाद भी नहीं माना। करीब सवा दो घंटे बाद वहां पहुंचे जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद व एसपी राम बदन सिंह द्वारा फोन से बात करने पर वह उतरा। उधर, पुलिस ने जमीन पर हो रहे निर्माण कार्य को रुकवा दिया है।
विजयी गांव स्थित जल निगम पानी की टंकी पर गुरुवार को पौने एक बजे चढ़ गया। वह कूदकर जान देने की बात कहने लगा। ग्रामीणों की सूचना पर प्रभारी निरीक्षक केके सिंह पहुंचे, लेकिन उनकी बात नहीं माना। उसके बाद उसने मिट्टी का तेल छिड़क कर आग लगाने की बात कही। कुछ देर बाद एसडीएम ज्ञानपुर व तहसीलदार देवेंद्र यादव पहुंचे।
अधिकारियों द्वारा लिखित आश्वासन देने के बाद भी वह नीचे नहीं उतर रहा। आरोप लगाया कि पुलिस की मिली भगत से प्रधानपति उसकी जमीन पर जबरन निर्माण करवाया रहे हैं। बार-बार शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है, ऐसे में जान दे देगा।
उधर, से गुजर रहे डीएम व एसपी को इसकी जानकारी हुई तो निर्माणाधीन स्थल पर पहुंच कर काम को रुकवा दिया। जिलाधिकारी द्वारा फोन से बात करने के बाद किसान पानी की टंकी से तीन बजे दोपहर में उतरा। उसके बाद प्रशासनिक अफसरों व ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
विवाद का यह है कारण
गोपीगंज। थाना क्षेत्र के चकविजयी (कौलापुर) गांव में रकबा संख्या 291 व 292 में है। जिसमें से एक नंबर प्रधानपति का है और दूसरा टंकी पर चढ़े विजयी प्रजापति का। लोक निर्माण विभाग की ओर से उक्त भूखंड में से सड़क का निर्माण कराया गया है, जिसका मुआवजा अभी तक ग्रामीणों को नहीं मिला है। प्रधानपति का कहना है कि वे अपनी जमीन में निर्माण कार्य करा रहे हैं। जबकि विजयी का कहना है कि उनकी जमीन सड़क में चली गई है और उसकी जमीन पर जबरन कब्जा कर रहे हैं। हालांकि शुक्रवार को नापी के बाद ही सच सामने आएगा।
आज पैमाइश के बाद होगा निस्तारण
भदोही। जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि गुरुवार को विवादित भूखंड पर हो रहे निर्माण कार्य को रुकवा दिया गया है। शुक्रवार को ज्ञानपुर तहसील के राजस्व कर्मी जाएंगे। जमीन की पैमाइश के बाद मामले का निस्तारण करा दिया जाएगा।
टंकी पर किसान, नीचे बिलखती रही घर की महिलाएं
गोपीगंज। विजयी प्रजापति के पानी की टंकी पर चढ़कर गुरुवार को दोपहर में जान देने की भनक परिजनों तक को नहीं लग पाई थी। उसकी पत्नी व परिवार के अन्य सदस्य जानकारी के बाद वहां पहुंचे। रो रोकर उससे नीचे आने की बात कहते रहे, लेकिन वह किसी की सुनने को तैयार न था। अफसरों द्वारा भी पटाक्षेप को लिखित देने की बात कहने के बाद भी वह नीचे उतरने को तैयार न था। सवा दो घंटे तक गांव में अफरा-तफरी की स्थिति रही। वहां पर काफी तादात में लोग एकत्रित रहे।
पुलिस की भूमिका है संदिग्ध
गोपीगंज। चकविजयी (कौलापुर) गांव स्थित उक्त भूखंड का मामला एक पखवारे से अधिक समय से चल रहा है। ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस ने निर्माण कार्य को रुकवा दिया था। कुछ दिन बाद फिर चालू हो गया। कई बार प्रजापति बस्तीके लोग थाने आए आए, लेकिन उन्हें वहां से भगा दिया गया। थम हार कर आत्मघाती कदम उठाने का फैसला किया। जिसके बाद अफसरों की तंद्रा भंग हुई।